नई दिल्ली : भारत में कोरोना संक्रमण के मामले औसतन 15,000 प्रतिदिन की संख्या से बढ़ रहे हैं. शिक्षा क्षेत्र पर इसका व्यापक प्रभाव देखने को मिल रहा है. मेडिकल और इंजीनियरिंग कोर्सेज में दाखिले के लिए दो महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षाएं नीट और जेईई (मेंस) की तिथी भी कई बार आगे बढ़ाई जा चुकी है. एक बार फिर इन परीक्षाओं के टलने की संभावना है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के अनुसार, जेईई (मेंस) प्रवेश परीक्षा 18 से 23 जुलाई के बीच आयोजित होगी, जबकि नीट परीक्षा 26 जुलाई को होनी है. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच छात्रों और अभिभावकों ने इन परीक्षाओं को जुलाई में न कराए जाने की मांग की है. अभिभावक संघ ने स्वास्थ्य मंत्रालय को इस बाबत एक पत्र भी लिखा है और मांग की है कि स्थिति सामान्य होने के बाद ही ये परीक्षाएं कराई जाएं.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस पर संज्ञान लिया है. गुरुवार को मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के महानिदेशक को निर्देश जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि एनटीए अपनी अगुआई में गठित कमेटी के साथ सभी परिस्थितियों का आकलन करे और शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपे.
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केंद्रीय मंत्री निशंक ने जारी बयान में कहा है कि उनके पास लगातार कई माध्यमों से छात्रों और अभिभावकों का आग्रह आता रहा है कि वर्तमान परिस्थितियों में इन परीक्षाओं को नहीं कराया जाए. इन सब बातों को देखते हुए उन्होंने एनटीए को परीक्षा की तारीखों पर फिर से विचार करने का निर्देश दिया है. एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि वह छात्र-छात्राओं की चिंता को समझ सकते हैं और भरोसा दिलाते हैं कि कोई न कोई ठोस रास्ता जरूर निकाला जाएगा.
NEET के लिए 15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने किया है आवेदन
मेडिकल और इंजीनियरिंग कोर्सेज में प्रवेश के लिए होने वाली नीट और जेईई (मेंस) परीक्षाओं में लाखों की संख्या में छात्र भाग लेते हैं. इस साल नीट परीक्षा के लिए 15 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं. वहीं, जेईई मेंस के लिए 9 लाख छात्रों ने आवेदन किए हैं.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए अनलॉक-2 में भी देशभर में सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखा गया है, जोकि 31 जुलाई तक जारी रहेगा.