मुंबई : दिल्ली में हुई हिंसा के बाद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है. मीडिया से बात करते हुए मंगलवार को उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने अनुशासित तरीके से विरोध किया, लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया. संयम समाप्त होते ही ट्रैक्टर मार्च निकाला गया. केंद्र सरकार की जिम्मेदारी कानून और व्यवस्था को नियंत्रण में रखने की थी, लेकिन वे विफल रहे.
शरद पवार ने कहा कि आज जिस तरह से आंदोलन संभाला गया वह सोचनीय है. हम सभी विपक्ष में बैठे किसानों के कारण का समर्थन करते हैं और मैं अपील करता हूं कि अब आप (किसानों) को अपने-अपने गांवों में शांति से वापस जाना चाहिए और सरकार को आपको दोष देने का कोई मौका नहीं देना चाहिए.
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एनसीपी मुखिया शरद पवार ने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ उसका कोई भी समर्थन नहीं करेगा, लेकिन इसके पीछे के कारण को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. जो लोग शांति से बैठे हुए गुस्से में थे, केंद्र ने अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं की. सरकार को परिपक्वता से कार्य करना चाहिए और सही निर्णय लेना चाहिए.