ETV Bharat / bharat

नक्सलियों ने लगाए बैनर, दी पटवारियों को जान से मारने की धमकी

कांकेर के कोयलीबेड़ा से पानीडोबीर मार्ग पर नक्सलियों ने पटवारियों और रेंजर्स को जान से मारने की धमकी देते हुए बैनर-पोस्टर लगाए हैं. जिसकी वजह से अब इस क्षेत्र के इन सरकारी कर्मचारियों में डर का माहौल है.

naxalites threat
बैनर
author img

By

Published : Sep 4, 2020, 5:46 PM IST

रायपुर : छत्तिसगढ़ के कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित कोयलीबेड़ा से पानीडोबीर मार्ग पर नक्सलियों ने एक बार फिर बैनर लगाए हैं. नक्सलियों ने बैनर लगाकर इस बार पटवारियों और रेंजर्स को धमकी दी है.

नक्सलियों ने वनाधिकार सीमांकन के लिए आने वाले पटवारियों और रेंजर्स को मारने की धमकी दी है, जिससे अब पटवारियों और रेंजर में दहशत का माहौल है.

naxalites threat
नक्सलियों ने लगाए बैनर

नक्सलियों ने पानीडोबीर मार्ग पर एनीकेट के पास भारी संख्या में बैनर लगाए हैं. इसमें वनाधिकार सीमांकन के लिए आने पर पटवारियों और रेंजर्स को मारने की धमकी के साथ जल, जंगल, जमीन से जुड़े सारे अधिकार ग्रामसभा को देने की बात कही गई है.

नक्सलियों ने ग्रामीणों से पेसा कानून (अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार अधिनियम) जल्द लागू करवाने संघर्ष करने की भी बात कही है. बैनर लगाए जाने की खबर मिलते ही सर्चिंग पार्टी मौके के लिए रवाना हो गई. नक्सलियों की इस धमकी से क्षेत्र के कर्मचारियों में भी दहशत है और इसका असर वनाधिकार पट्टे बांटने के कार्य पर पड़ सकता है.

क्या है पेसा कानून

भारतीय संविधान के 73 वें संशोधन में देश में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई थी, लेकिन यह महसूस किया गया कि इसके प्रावधानों में अनुसूचित क्षेत्रों विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों की आवश्यकताओं का ध्यान नहीं रखा गया है.

इस कमी को पूरा करने के लिए संविधान के भाग 9 के अन्तर्गत अनुसूचित क्षेत्रों में विशिष्ट पंचायत व्यवस्था लागू करने के लिए 'पंचायत उपबंध अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम 1996' बनाया गया. जिसे 24 दिसम्बर 1996 को राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किया गया.

naxalites threat
दी जान से मारने की धमकी

यह कानून पेसा के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि अंग्रेजी में इस कानून का नाम प्रोविजन ऑफ पंचायत एक्टेशन टू शेड्यूल्ड एरिया एक्ट 1996 है.

पढ़ें :- झारखंड पुलिस ने खूंटी में सात नक्सलियों को किया गिरफ्तार

सुकमा में पटवारी से की थी मारपीट

नक्सलियों ने इसके पहले सुकमा जिले में एक पटवारी के साथ मारपीट की थी और उसे क्षेत्र में दोबारा नहीं आने की धमकी दी थी. ग्रामीणों ने बीच-बचाव करते हुए पटवारी की जान नक्सलियों से बचाई थी. जिससे बौखलाए नक्सलियों ने अब पटवारियों और वनकर्मियों को धमकी दी है.

रायपुर : छत्तिसगढ़ के कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित कोयलीबेड़ा से पानीडोबीर मार्ग पर नक्सलियों ने एक बार फिर बैनर लगाए हैं. नक्सलियों ने बैनर लगाकर इस बार पटवारियों और रेंजर्स को धमकी दी है.

नक्सलियों ने वनाधिकार सीमांकन के लिए आने वाले पटवारियों और रेंजर्स को मारने की धमकी दी है, जिससे अब पटवारियों और रेंजर में दहशत का माहौल है.

naxalites threat
नक्सलियों ने लगाए बैनर

नक्सलियों ने पानीडोबीर मार्ग पर एनीकेट के पास भारी संख्या में बैनर लगाए हैं. इसमें वनाधिकार सीमांकन के लिए आने पर पटवारियों और रेंजर्स को मारने की धमकी के साथ जल, जंगल, जमीन से जुड़े सारे अधिकार ग्रामसभा को देने की बात कही गई है.

नक्सलियों ने ग्रामीणों से पेसा कानून (अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार अधिनियम) जल्द लागू करवाने संघर्ष करने की भी बात कही है. बैनर लगाए जाने की खबर मिलते ही सर्चिंग पार्टी मौके के लिए रवाना हो गई. नक्सलियों की इस धमकी से क्षेत्र के कर्मचारियों में भी दहशत है और इसका असर वनाधिकार पट्टे बांटने के कार्य पर पड़ सकता है.

क्या है पेसा कानून

भारतीय संविधान के 73 वें संशोधन में देश में त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई थी, लेकिन यह महसूस किया गया कि इसके प्रावधानों में अनुसूचित क्षेत्रों विशेषकर आदिवासी क्षेत्रों की आवश्यकताओं का ध्यान नहीं रखा गया है.

इस कमी को पूरा करने के लिए संविधान के भाग 9 के अन्तर्गत अनुसूचित क्षेत्रों में विशिष्ट पंचायत व्यवस्था लागू करने के लिए 'पंचायत उपबंध अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम 1996' बनाया गया. जिसे 24 दिसम्बर 1996 को राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किया गया.

naxalites threat
दी जान से मारने की धमकी

यह कानून पेसा के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि अंग्रेजी में इस कानून का नाम प्रोविजन ऑफ पंचायत एक्टेशन टू शेड्यूल्ड एरिया एक्ट 1996 है.

पढ़ें :- झारखंड पुलिस ने खूंटी में सात नक्सलियों को किया गिरफ्तार

सुकमा में पटवारी से की थी मारपीट

नक्सलियों ने इसके पहले सुकमा जिले में एक पटवारी के साथ मारपीट की थी और उसे क्षेत्र में दोबारा नहीं आने की धमकी दी थी. ग्रामीणों ने बीच-बचाव करते हुए पटवारी की जान नक्सलियों से बचाई थी. जिससे बौखलाए नक्सलियों ने अब पटवारियों और वनकर्मियों को धमकी दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.