भुवनेश्वर : ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ बीजद एनआरसी का समर्थन नहीं करता. हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी संशोधित नागरिकता कानून का समर्थन करती है क्योंकि यह सिर्फ विदेशियों पर लागू होता है, भारतीयों पर नहीं.
उन्होंने ओडिशा के लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर यकीन नहीं करें और शांति बनाए रखें.
पटनायक ने पहली बार दो विवादास्पद मुद्दों पर बीजद का रुख स्पष्ट किया और संशोधित नागरिकता कानून को उनकी पार्टी के समर्थन को उचित ठहराते हुए कहा कि यह सिर्फ विदेशियों पर लागू होता है, भारतीयों पर नहीं.
पटनायक ने लोगों से शांति बनाये रखने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए कहा, 'संशोधित नागरिकता कानून का भारतीयों से कोई लेना-देना नहीं है. यह सिर्फ विदेशियों पर लागू होता है.'
उन्होंने कहा कि लोकसभा एवं राज्यसभा दोनों सदनों में बीजद सांसदों ने यह साफ किया है कि पार्टी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का समर्थन नहीं करती हैं.
मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब एक दिन पहले ही राज्य की राजधानी में लोगों ने कानून के विरोध में शांतिपूर्ण रैली निकाली थी और पटनायक से अनुरोध किया था कि वह संशोधित नागरिकता कानून एवं एनआरसी पर बीजद सरकार का रुख स्पष्ट करें.
मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने पटनायक के बयान का स्वागत किया है.
विपक्षी भाजपा और कांग्रेस ने उनके रुख को लेकर पटनायक की निंदा की है.
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा, 'नवीन बाबू ओडिशा के लोगों को मूर्ख मानते हैं. लोगों को पता है कि दिल्ली दरबार में बीजद क्या कर रहा है. सीएए को हां कहना और एनआरसी के लिए ना कहना, मुख्यमंत्री के दोहरे मापदंड के अलावा कुछ भी नहीं है.'
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पूर्व सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता खरवेल स्वैन ने भी पटनायक के बयान की निंदा की.
स्वैन ने पत्रकारों से कहा, 'मुख्यमंत्री एनआरसी का विरोध वोट बैंक की राजनीति के लिए वैसे ही कर रहे हैं, जैसे पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी कर रही हैं. एनआरसी का विरोध करके पटनायक घुसपैठियों को ओडिशा में बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.'
भाजपा के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज हरिचंदन ने पटनायक के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.