नई दिल्ली : राष्ट्रीय महिला आयोग ने बुधवार को हाथरस की घटना को लेकर भाजपा नेता रंजीत श्रीवास्तव के विवादास्पद और चौंकाने वाले बयान पर नोटिस जारी किया है. 14 सितंबर को एक 19 वर्षीय लड़की के साथ चार लड़कों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार और क्रूरतापूर्वक अत्याचार किया था. बाद में पीड़िता ने नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था.
महिला आयोग ने ट्विटर पर रंजीत श्रीवास्तव द्वारा हाथरस पीड़ित के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा की. महिला आयोग ने ट्वीट कर भाजपा नेता को नोटिस जारी कर आयोग में 26 अक्टूबर को सुबह 11 बजे पेश होने के लिए कहा है और टिप्पणी पर सफाई भी मांगी है.
रिपोर्ट के अनुसार भाजपा नेता को मंगलवार रात यह दावा करते हुए सुना गया कि चार आरोपी जो उच्च जाति के हैं, वे निर्दोष हैं. उन्होंने दावा किया कि पीड़िता का आरोपी के साथ संबंध था और उसने उसे 14 सितंबर को बाजरे के खेत में बुलाया था.
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उन्होंने चारों आरोपियों का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें जेल से तब तक रिहा किया जाना चाहिए, जब तक कि मामले में सीबीआई चार्जशीट दाखिल नहीं कर देती.
इस तरह के चौंकाने वाले बयानों को ध्यान में रखते हुए महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि वह किसी भी पार्टी में नेता कहलाने के लायक नहीं हैं. वह अपनी पुरानी और बीमार मानसिकता दिखा रही हैं. मैं उन्हें एक नोटिस भेजने जा रही हूं.
मंगलवार को आयोग ने भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय, अभिनेत्री स्वरा भास्कर और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को ट्विटर पर हाथरस पीड़ित की पहचान उजागर करने के लिए नोटिस जारी किया है.
हाथरस की घटना ने पीड़ित के लिए न्याय की मांग करते हुए समाज के एक अलग क्षेत्र के लोगों के साथ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया है.