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पांच करोड़ अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को दी जाएगी छात्रवृत्ति: नकवी

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Published : Jun 11, 2019, 6:57 PM IST

Updated : Jun 11, 2019, 7:58 PM IST

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देश भर में बड़ी संख्या में मदरसे हैं, उन्हें औपचारिक शिक्षा और मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ा जाएगा ताकि मदरसों के बच्चे भी समाज के विकास में अपना योगदान दे सकें.

मुख्तार अब्बास नकवी

नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि अल्पसंख्यक समाज के सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण के लिए अगले पांच वर्षों में पांच करोड़ विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी और इनमें आधी संख्या में लड़कियां होंगी.

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था 'मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान' (एमएईएफ) की 65वीं आमसभा की बैठक के बाद नकवी ने संवाददाताओं से कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली 'इंसाफ, ईमान और इकबाल' की सरकार ने विकास की सेहत को साम्प्रदायिकता एवं तुष्टीकरण की बीमारी से मुक्ति दिलाकर सेहतमंद समावेशी सशक्तिकरण का माहौल तैयार किया है.'

जानकारी देते मुख्तार अब्बास नकवी

उन्होंने कहा, 'अल्पसंख्यक वर्ग की स्कूल ड्रॉपआउट लड़कियों को देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से ब्रिज कोर्स करा कर उन्हें शिक्षा और रोजगार से जोड़ा जाएगा. देश भर के मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए मदरसा शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाया जायेगा ताकि वे मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा- हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कंप्यूटर आदि- दे सकें. यह काम अगले महीने से शुरू कर दिया जायेगा.'

etvbharat Mukhtar Abbas Naqvi
मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान की बैठक के दौरान नकवी

मंत्री ने कहा कि '3E- ऐजुकेशन (शिक्षा), एम्प्लायमेंट (रोजगार व रोजगार के मौके) एवं इम्पावरमेंट (सामाजिक-आर्थिक-सशक्तिकरण)' कार्यक्रम के तहत अगले पांच वर्षों में प्री-मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट-कम-मीन्स आदि योजनाओं द्वारा पांच करोड़ विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी, जिनमें 50 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों को शामिल किया जाएगा. इनमे आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की लड़कियों के लिए 10 लाख से ज्यादा 'बेगम हजरत महल बालिका छात्रवृत्ति' भी शामिल हैं.

नकवी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थाओं के लिए पर्याप्त ढांचागत सुविधायें नहीं है वहां प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के तहत पॉलिटेक्निक, आई.टी.आई, गल्र्स हॉस्टल, स्कूल, कालेज, गुरूकुल टाईप आवासीय विद्याालय, कॉमन सर्विस सेंटर आदि का यु़द्ध स्तर पर निर्माण शुरू किया गया है.

उन्होंने कहा कि 'पढ़ो व बढ़ो' जागरूकता अभियान के अंतर्गत उन सभी दूर दराज के क्षेत्रों में जहां सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछडापन है तथा लोग अपने बच्चों को शैक्षणिक संस्थानों में नहीं भेज पा रहे हैं, उन माता-पिता को अपने बच्चों को शैक्षणिक संस्थानों में भेजने हेतु जागरूक एवं प्रोत्साहित किया जाएगा. इसमें विशेष रूप से लड़कियों की शिक्षा पर फोकस किया जाएगा. साथ ही शैक्षणिक संस्थाओं को सुविधा एवं साधन उपलब्ध कराने के लिए प्रभावी काम किया जाएगा.

जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता

नकवी ने कहा कि नुक्कड़ नाटकों, लघु फिल्मों आदि जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता और प्रोत्साहन का अभियान चलाया जाएगा. इस कड़ी में पहले चरण में देश के 60 अल्पसंख्यक बहुल जिलों को चयनित कर इस अभियान को प्रारंभ किया जाएगा.

अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, आर्थिक रूप से कमजोर अल्पसंख्यक- मुस्लिम, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी- युवाओं को केंद्र एवं राज्य की प्रशासनिक सेवाओं, बैंकिंग, कर्मचारी चयन आयोग, रेलवे एवं अन्य प्रतियोगी परिक्षाओं हेतु फ्री-कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी.

उन्होंने बताया कि राजस्थान के अलवर में विश्वस्तरीय अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा.

नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि अल्पसंख्यक समाज के सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण के लिए अगले पांच वर्षों में पांच करोड़ विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी और इनमें आधी संख्या में लड़कियां होंगी.

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की अधीनस्थ संस्था 'मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान' (एमएईएफ) की 65वीं आमसभा की बैठक के बाद नकवी ने संवाददाताओं से कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली 'इंसाफ, ईमान और इकबाल' की सरकार ने विकास की सेहत को साम्प्रदायिकता एवं तुष्टीकरण की बीमारी से मुक्ति दिलाकर सेहतमंद समावेशी सशक्तिकरण का माहौल तैयार किया है.'

जानकारी देते मुख्तार अब्बास नकवी

उन्होंने कहा, 'अल्पसंख्यक वर्ग की स्कूल ड्रॉपआउट लड़कियों को देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से ब्रिज कोर्स करा कर उन्हें शिक्षा और रोजगार से जोड़ा जाएगा. देश भर के मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए मदरसा शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाया जायेगा ताकि वे मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा- हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कंप्यूटर आदि- दे सकें. यह काम अगले महीने से शुरू कर दिया जायेगा.'

etvbharat Mukhtar Abbas Naqvi
मौलाना आजाद शिक्षा प्रतिष्ठान की बैठक के दौरान नकवी

मंत्री ने कहा कि '3E- ऐजुकेशन (शिक्षा), एम्प्लायमेंट (रोजगार व रोजगार के मौके) एवं इम्पावरमेंट (सामाजिक-आर्थिक-सशक्तिकरण)' कार्यक्रम के तहत अगले पांच वर्षों में प्री-मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट-कम-मीन्स आदि योजनाओं द्वारा पांच करोड़ विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी, जिनमें 50 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों को शामिल किया जाएगा. इनमे आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की लड़कियों के लिए 10 लाख से ज्यादा 'बेगम हजरत महल बालिका छात्रवृत्ति' भी शामिल हैं.

नकवी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थाओं के लिए पर्याप्त ढांचागत सुविधायें नहीं है वहां प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के तहत पॉलिटेक्निक, आई.टी.आई, गल्र्स हॉस्टल, स्कूल, कालेज, गुरूकुल टाईप आवासीय विद्याालय, कॉमन सर्विस सेंटर आदि का यु़द्ध स्तर पर निर्माण शुरू किया गया है.

उन्होंने कहा कि 'पढ़ो व बढ़ो' जागरूकता अभियान के अंतर्गत उन सभी दूर दराज के क्षेत्रों में जहां सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछडापन है तथा लोग अपने बच्चों को शैक्षणिक संस्थानों में नहीं भेज पा रहे हैं, उन माता-पिता को अपने बच्चों को शैक्षणिक संस्थानों में भेजने हेतु जागरूक एवं प्रोत्साहित किया जाएगा. इसमें विशेष रूप से लड़कियों की शिक्षा पर फोकस किया जाएगा. साथ ही शैक्षणिक संस्थाओं को सुविधा एवं साधन उपलब्ध कराने के लिए प्रभावी काम किया जाएगा.

जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता

नकवी ने कहा कि नुक्कड़ नाटकों, लघु फिल्मों आदि जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूकता और प्रोत्साहन का अभियान चलाया जाएगा. इस कड़ी में पहले चरण में देश के 60 अल्पसंख्यक बहुल जिलों को चयनित कर इस अभियान को प्रारंभ किया जाएगा.

अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, आर्थिक रूप से कमजोर अल्पसंख्यक- मुस्लिम, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी- युवाओं को केंद्र एवं राज्य की प्रशासनिक सेवाओं, बैंकिंग, कर्मचारी चयन आयोग, रेलवे एवं अन्य प्रतियोगी परिक्षाओं हेतु फ्री-कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी.

उन्होंने बताया कि राजस्थान के अलवर में विश्वस्तरीय अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान का निर्माण कार्य जल्द शुरू हो जाएगा.

Intro:नई दिल्ली। देशभर के मदरसों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ने के लिए मदरसा शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा ताकि वे मदरसों में मुख्यधारा की शिक्षा जैसे कि हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, कंप्यूटर आदि का ज्ञान दे सकें। मुख्तार अब्बास नकवी ने यह बात आज नई दिल्ली में मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन की 112वीं गवर्निंग बॉडी एवं 65वीं जनरल मीटिंग की अध्यक्षता के दौरान कही।


उनहोंने कहा कि अल्पसंख्यक वर्ग की स्कूल ड्रॉपआउट लड़कियों को देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से ब्रिज कोर्स कराया जायेगा ताकि उन्हें शिक्षा और रोजगार से जोड़ा जा सकेगा ।


Body:केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में "इंसाफ, ईमान और इकबाल की सरकार" ने "विकास की सेहत" को "सांप्रदायिकता एवं तुष्टीकरण की बीमारी" से मुक्ति दिलाकर "सेहतमंद समावेशी सशक्तिकरण" का माहौल तैयार किया है।


Conclusion:मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मदरसा शिक्षकों को विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से प्रशिक्षण दिलाने का काम अगले महीने से शुरू कर दिया जाएगा। नई दिल्ली के अंत्योदय भवन में हुई इस बैठक में फाउंडेशन की सचिव एवं अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।
Last Updated : Jun 11, 2019, 7:58 PM IST
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