नई दिल्ली : अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल और उकसाने वाले पेशेवेर लोग साम्प्रदायिक दंगों से प्रभावित लोगों के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं, लेकिन इन सबके बावजूद सौहार्द्र कायम होगा. उन्होंने कहा कि हिंसा न केवल इंसानों को बल्कि पूरे समुदाय को चोट पहुंचाती है तथा यह भारत की आत्मा को भी चोट पहुंचाती है.
नकवी ने शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'भड़काने वाले और मुजरिम जेल में होंगे तथा शांति एवं सौहार्द्र कायम होगा. यह हमारी प्रतिबद्धता तथा विश्वास होना चाहिए.'
उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने की बजाय कुछ राजनीतिक दल तथा भड़काने वाले पेशेवेर लोग उनके घावों पर नमक छिड़क रहे हैं. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण सांप्रदायिक दंगों की धर्मनिरपेक्ष सवारी बंद होनी चाहिए.
नकवी ने कहा, 'यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि पीड़ितों को न्याय मिलें और मुजरिमों को सख्त सजा मिले तथा शांति एवं सौहार्द्र बहाल हो.
दिल्ली में साम्प्रदायिक दंगों में मरने वाले लोगों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 42 हो गई जबकि लगभग 200 लोग घायल हैं.
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नकवी ने कहा, 'जब हमने हिंसा तथा अराजकता की खबरें सुनीं तो उसी वक्त सौहार्द्र और भाईचारे के कई उदाहरण भी देखे. यह मेरे भारत की विविधता में एकता की ताकत है.'
उन्होंने कहा कि एकता और सौहार्द्र धर्मनिरपेक्ष तथा लोकतांत्रिक भारत की आत्मा है. उन्होंने कहा, 'हमें किसी भी परिस्थिति में भारत की आत्मा तथा ताकत को कमजोर नहीं करने देना चाहिए.'
नकवी ने कहा, 'यह सुनिश्चित करना हम सभी का राष्ट्रीय कर्तव्य होना चाहिए कि सौहार्द्र तथा एकता का ताना-बाना किसी भी परिस्थिति में कमजोर न हो.'