इंदौर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राहुल गांधी के विवादास्पद बयान पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने रविवार को तंज कसा. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सलाह दी कि उन्हें अपने बेटे राहुल गांधी को राजनीतिक 'प्ले स्कूल' में भेजना चाहिए, ताकि वह शालीनता और भाषा का संस्कार सीख सकें.
दरअसल, राहुल ने बुधवार को दिल्ली में एक चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं किया, तो अगले छः से आठ महीने में युवा उसे डंडा मारेंगे.
शाहीन बाग में बैठे लोगों को किया गुमराह
एक कार्यक्रम में भागीदारी के लिए यहां आए नकवी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा करने वालों पर जमकर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के विरोध में बैठे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के प्रति हमदर्दी हैं, क्योंकि उन्हें गुमराह किया गया है.
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गुमराह लोगों को गुमराही से बाहर आना होगा
मुख्तार अब्बास नकवी ने यह भी साफ कर दिया कि सरकार ने उन्हें सीएए के विरोध में न तो बैठने के लिए कहा था और न ही सरकार उन्हें उठने के लिए कोई दबाव डालेगी, लेकिन एक बात जरूरी है कि उन्हें चंद लोगों ने गुमराह किया है और शाहीन बाग में बैठे लोगों को इस गुमराही की राह से बाहर आना होगा.
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक जो है, वह भी भारत का नागरिक है और किसी भी भारतीय की नागरिकता को खतरा नहीं है.