चेन्नईः द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की सांसद कनिमोझी ने ट्वीट कर कहा है कि रविवार को एक एयरपोर्ट पर जब उन्होंने सीआईएसफ के एक ऑफिसर को अंग्रेजी या तमिल में बात करने को कहा तो उस ऑफिसर ने जवाब दिया कि क्या वे भारतीय नहीं है. कनिमोझी ने इस घटना पर आपत्ति जताई है और पूछा है कि भारतीय होना हिंदी जानने के बराबर कब से हो गया है.
कई सामाजिक मीडिया उपयोगकर्ताओं ने उनका समर्थन किया, जिसमें विरुधुनगर के सांसद बी मणिकम टैगोर और शिवगंगा सांसद कार्ति चिदंबरम भी शामिल हैं.
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Today at the airport a CISF officer asked me if “I am an Indian” when I asked her to speak to me in tamil or English as I did not know Hindi. I would like to know from when being indian is equal to knowing Hindi.#hindiimposition
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— Kanimozhi (கனிமொழி) (@KanimozhiDMK) August 9, 2020
विरुधुनगर के कांग्रेस सांसद बी मणिकम टैगोर ने ट्वीट किया कि सत्तारूढ़ स्थापना जिस तरह से वन नेशन, वन लैंग्वेज, वन कल्चर को आगे बढ़ाती है, वह बहुतों को खत्म कर देगी. आशा है कि मामले पर कार्रवाई होगी.
डीएमके सांसद कनिमोझी के साथ हुई घटना का कांग्रेस नेता कार्ति पी चिदंबरम ने भी विरोध किया है. पी चिदंबरम के बेटे कार्ति पी चिदंबरम ने कहा कि ये वाकया बेहद आपत्तिजनक और हास्यास्पद है, इसकी घोर आलोचना होनी चाहिए. क्या अब भाषा का टेस्ट हो रहा है, आगे क्या होगा? सीआईएसएफ मुख्यालय को इस पर जवाब देना चाहिए.
वहीं इस घटना पर सीआईएसएफ ने भी प्रतिक्रिया दी है. सीआईएसएफ ने कहा कि आपके साथ जो कुछ हुआ है उसका हमें संज्ञान है, कृपया आप एयरपोर्ट का नाम, जगह, तारीख और समय का ब्यौरा दें, ताकि उचित कार्रवाई की जा सके.
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CISF ने ट्विटर पर सांसद को एक माफीनामा जारी किया है. CISF ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और यह भी कहा कि किसी विशेष भाषा पर जोर देना सीआईएसएफ की नीति नहीं है.