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एमपी के कृषि मंत्री ने आंदोलन कर रहे किसानों को बताया देशद्रोही

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Published : Dec 14, 2020, 9:52 PM IST

Updated : Dec 15, 2020, 1:12 AM IST

तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में जगह-जगह किसान आंदोलन कर रहे हैं. सरकार के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद किसान नेताओं ने अपने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है. जिसको लेकर मध्यप्रदेश में भाजपा 15 दिसंबर से जनजागरण अभियान शुरु करने जा रही है. इसी तारम्तय में व्यवस्था का जायजा लेने उज्जैन पहुंचे मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री ने किसान संगठनों को देशद्रोही बताते हुए कांग्रेस पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाया.

कमल पटेल
कमल पटेल

उज्जैन : किसान आंदोलन से भाजपा को केंद्र से लेकर राज्यों तक में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. किसानों के बीच अपनी छवि सुधारने के लिए भाजपा सात बड़े जनजागरण अभियान शुरु करने जा रही है, जिसमें वह कृषि कानून की बारीकियां समझाएगी. वहीं 15 दिसंबर को खुद मुख्यमंत्री उज्जैन संभाग स्तर पर किसानों को संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री के साथ कृषि मंत्री कमल पटेल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव साथ ही सांसद और तमाम जनप्रतिनिधि शामिल होंगे. इसी कार्यक्रम की व्यवस्था का जायजा लेने मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल उज्जैन पहुंचे.

देशद्रोही हैं सभी किसान संगठन
कमल पटेल ने कहा कि कृषि मंत्री होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि प्रदेश के किसानों तक सही जानकारी मिले, जिसको लेकर प्रदेश में 15 दिसंबर से जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है. कृषि मंत्री ने कहा कि देश में 500 किसान संगठन कुकुरमुत्ते की तरह उग आए हैं. ये किसान संगठन नहीं दलालों के संगठन हैं. यह संगठन देशद्रोही है, जो देश को मजबूत नहीं होने देना चाहती. विदेशी शक्तियों के पैसे पर पलने वाले संगठनों का पर्दाफाश करके रहेंगे.

कमल पटेल का बयान

उद्योगपति बनने के बाद विदेश भाग जाते हैं किसान
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि संगठनों के किसानों को गांव में मालिकाना हक मिल जाता, तो सिटी लिमिट लेते हैं, लोन लेते हैं. जो व्यापार शुरू कर लखपति से खरबपति बन जाते हैं. वो अपना धंधा बंद कर विदेश भाग जाते हैं. कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस की नेहरू के समय से चलती आई गलत नीतियों के कारण ही ये लोग उद्योगपति बने हैं. जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया है कि 2024 तक गांव के एक-एक व्यक्ति को मालिकाना हक देंगे. साथ ही उसकी प्रॉपर्टी का वहां की वैल्यू के हिसाब से कलेक्टर के माध्यम से प्रमाण पत्र दिलवाएंगे. जिससे वो लोन और लिमिट ले सकें.

पढ़ें- कृषि कानून गतिरोध का 19वां दिन : पुलिस को किसानों की चेतावनी, गोयल बोले- राजनीतिक आंदोलन

किसानों को बिचौलियों से मुक्त करवाने का बिल
कृषि मंत्री ने कहा कि आंदोलनकारी जो MSP-MSP कर रहे हैं हम MSP नहीं MRP की गारंटी दे रहे हैं. जिसके बाद किसान अब खेती भी करेगा, उद्योग भी लगाएगा, और व्यापार भी कर पाएगा. अभी तक सिर्फ मुट्ठी भर लोग उद्योगपति थे. लेकिन अब करोड़ों किसान उद्योगपति बन पाएंगे. उन्होंने कहा कि हम भाजपा विरोधी लोगों के दबाव में नहीं आने वाले हैं, देश का किसान हमारे साथ खड़ा है. इसलिए ये लागू होने के बाद गांव की तकदीर और तस्वीर बदलेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी का सपना पूरा कर दिखाया है. जो कांग्रेस 55 साल में पूरा नहीं कर पाई. कांग्रेस और अन्य दल देश के किसानों को भड़का रहे हैं. किसानों को कहा जा रहा है कि मंडियां बंद हो जाएंगी, जमीन बिक जाएंगी, उद्योगपति लूट लेंगे. लेकिन यह कृषि बिल किसानों को उद्योगपतियों और बिचौलियों से मुक्त करवाने का बिल है.

कांग्रेस पर कमल पटेल का हमला
कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेसियों ने तो अपनी औलाद के लिए भी कुछ नहीं किया. ये सब राहुल गांधी के चेले हैं. सुरजेवाला का नाम लेते हुए कहा जो गुरू-चेले साथ के हैं वो खुद पप्पू हैं. उन्होंने कहा कि आंदोलन में फाइव स्टार में रहना, फॉर्च्यूनर गाड़ियां इस्तेमाल हो रही हैं. किसान आंदोलन में खालिस्तान, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं. टुकड़े-टुकड़े गैंग पोस्टर लेकर बैठे हैं. जो देश को मजबूत नहीं होने देना चाहते वो लोग विरोध कर रहे हैं.

उच्च कोटी के दलाल कर रहे आंदोलन
उषा ठाकुर ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि पंजाब और हरियाणा में उच्च कोटि के दलाल सुनियोजित तरीके से आंदोलन को चला रहे हैं. लेकिन झूठ का षड्यंत्र ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा. साथ ही साथ उषा ठाकुर ने कहा कि वामपंथी सोच और टुकड़े-टुकड़े गैंग किसान आंदोलन में समाहित हो गई और किसानों की परिस्थिति का फायदा उठाने की कोशिश की जा रही है. जिसमें यह गैंग कभी कामयाब नहीं होगी.

उज्जैन : किसान आंदोलन से भाजपा को केंद्र से लेकर राज्यों तक में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. किसानों के बीच अपनी छवि सुधारने के लिए भाजपा सात बड़े जनजागरण अभियान शुरु करने जा रही है, जिसमें वह कृषि कानून की बारीकियां समझाएगी. वहीं 15 दिसंबर को खुद मुख्यमंत्री उज्जैन संभाग स्तर पर किसानों को संबोधित करेंगे. मुख्यमंत्री के साथ कृषि मंत्री कमल पटेल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव साथ ही सांसद और तमाम जनप्रतिनिधि शामिल होंगे. इसी कार्यक्रम की व्यवस्था का जायजा लेने मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल उज्जैन पहुंचे.

देशद्रोही हैं सभी किसान संगठन
कमल पटेल ने कहा कि कृषि मंत्री होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि प्रदेश के किसानों तक सही जानकारी मिले, जिसको लेकर प्रदेश में 15 दिसंबर से जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है. कृषि मंत्री ने कहा कि देश में 500 किसान संगठन कुकुरमुत्ते की तरह उग आए हैं. ये किसान संगठन नहीं दलालों के संगठन हैं. यह संगठन देशद्रोही है, जो देश को मजबूत नहीं होने देना चाहती. विदेशी शक्तियों के पैसे पर पलने वाले संगठनों का पर्दाफाश करके रहेंगे.

कमल पटेल का बयान

उद्योगपति बनने के बाद विदेश भाग जाते हैं किसान
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि संगठनों के किसानों को गांव में मालिकाना हक मिल जाता, तो सिटी लिमिट लेते हैं, लोन लेते हैं. जो व्यापार शुरू कर लखपति से खरबपति बन जाते हैं. वो अपना धंधा बंद कर विदेश भाग जाते हैं. कमल पटेल ने कहा कि कांग्रेस की नेहरू के समय से चलती आई गलत नीतियों के कारण ही ये लोग उद्योगपति बने हैं. जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया है कि 2024 तक गांव के एक-एक व्यक्ति को मालिकाना हक देंगे. साथ ही उसकी प्रॉपर्टी का वहां की वैल्यू के हिसाब से कलेक्टर के माध्यम से प्रमाण पत्र दिलवाएंगे. जिससे वो लोन और लिमिट ले सकें.

पढ़ें- कृषि कानून गतिरोध का 19वां दिन : पुलिस को किसानों की चेतावनी, गोयल बोले- राजनीतिक आंदोलन

किसानों को बिचौलियों से मुक्त करवाने का बिल
कृषि मंत्री ने कहा कि आंदोलनकारी जो MSP-MSP कर रहे हैं हम MSP नहीं MRP की गारंटी दे रहे हैं. जिसके बाद किसान अब खेती भी करेगा, उद्योग भी लगाएगा, और व्यापार भी कर पाएगा. अभी तक सिर्फ मुट्ठी भर लोग उद्योगपति थे. लेकिन अब करोड़ों किसान उद्योगपति बन पाएंगे. उन्होंने कहा कि हम भाजपा विरोधी लोगों के दबाव में नहीं आने वाले हैं, देश का किसान हमारे साथ खड़ा है. इसलिए ये लागू होने के बाद गांव की तकदीर और तस्वीर बदलेगी. प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी का सपना पूरा कर दिखाया है. जो कांग्रेस 55 साल में पूरा नहीं कर पाई. कांग्रेस और अन्य दल देश के किसानों को भड़का रहे हैं. किसानों को कहा जा रहा है कि मंडियां बंद हो जाएंगी, जमीन बिक जाएंगी, उद्योगपति लूट लेंगे. लेकिन यह कृषि बिल किसानों को उद्योगपतियों और बिचौलियों से मुक्त करवाने का बिल है.

कांग्रेस पर कमल पटेल का हमला
कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेसियों ने तो अपनी औलाद के लिए भी कुछ नहीं किया. ये सब राहुल गांधी के चेले हैं. सुरजेवाला का नाम लेते हुए कहा जो गुरू-चेले साथ के हैं वो खुद पप्पू हैं. उन्होंने कहा कि आंदोलन में फाइव स्टार में रहना, फॉर्च्यूनर गाड़ियां इस्तेमाल हो रही हैं. किसान आंदोलन में खालिस्तान, पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं. टुकड़े-टुकड़े गैंग पोस्टर लेकर बैठे हैं. जो देश को मजबूत नहीं होने देना चाहते वो लोग विरोध कर रहे हैं.

उच्च कोटी के दलाल कर रहे आंदोलन
उषा ठाकुर ने किसान आंदोलन को लेकर कहा कि पंजाब और हरियाणा में उच्च कोटि के दलाल सुनियोजित तरीके से आंदोलन को चला रहे हैं. लेकिन झूठ का षड्यंत्र ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा. साथ ही साथ उषा ठाकुर ने कहा कि वामपंथी सोच और टुकड़े-टुकड़े गैंग किसान आंदोलन में समाहित हो गई और किसानों की परिस्थिति का फायदा उठाने की कोशिश की जा रही है. जिसमें यह गैंग कभी कामयाब नहीं होगी.

Last Updated : Dec 15, 2020, 1:12 AM IST
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