नई दिल्ली/नासिक: एक महिला 15 साल से अकेली रह रही थी. महिला का नाम प्रमिला नाना पंवार बताया जा रहा है. महिला के दो बेटे हैं जो अच्छी खासी नौकरी पर हैं, बावजूद इसके महिला अपनी आजीविका के लिए झाडू पोछा लगाने की जरुरत पड़ रही है.
महिला का एक बेटा बिक्री कर विभाग में अधीक्षक है जबकि दूसरा सरकारी बस कंडक्टर है.महिला ने बेटों को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कड़ी मेहनत की. महिला नंबूरदार शहर से है, और उसके पति की 1995 में मौत हो गई थी.
महाराष्ट्र के नासिक जिले में रह रही इस महिला की दुर्दशा उस समय प्रकाश में आई, जब एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसमें उसने कहा कि उसके एक बेटे का नाम सतीश कुमार है, जो पुलिस में उपनिरीक्षक है, और दूसरा बेटा महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम में कार्यरत है तत्पश्चात शहर की पुलिस ने उसे उसके बेटों से मिलाने में उसकी मदद की.
पुलिस ने जानकारी दी कि, महिला को यह तक नहीं पता था कि उसके बेटे कहां रहते हैं, और कुछ पारिवारिक गलतफहमी के चलते वह अपने दोनों बेटों से दूर होकर अकेली रहने को विवश हो गई थी.इस महिला को अपनी आजीविका के लिए झाड़ू पोंछा लगाना पड़ रहा था.
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नासिक के पुलिस आयुक्त विश्वास नांगरे पाटिल ने भी इस वीडियो का क्लिप देखा और पुलिस विभाग में अधिकारियों से महिला के बेटों का पता लगाने को कहा.
पहले पुलिस को अपने विभाग में महिला का बेटा नहीं मिला, लेकिन बहुत खोजबीन के बाद पुलिस विभाग ने पता लगाया कि महिला का बेटा यहां के बिक्री कर कार्यालय में जीएसटी विभाग में है.
आपको बता दें कि पुलिस विभाग को महिला के बेटे की जानकारी मिलते ही मंगलवार को सतीश पंवार और उसकी मां को पुलिस आयुक्त कार्यालय में बुलाया गया जहां दोनों को आपसी गलतफहमी दूर करने की सलाह दी गई. इस संबंध में पुलिस आयुक्त ने बताया कि इसके बाद मां बेटे ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई और बेटा अपनी मां को घर ले गया.