नई दिल्ली : घातक कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद चीन के हुबेई प्रांत में फंसे केरल के 15 छात्र कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचे. इसके बाद इन छात्रों की थर्मल जांच की गई, जिससे उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने या न होने का पता लगाया जा सके. वहीं राजस्थान के जालोर जिले से भी 40 से 50 विद्यार्थी चीन में फंसे हुए हैं. इस मामले पर राजस्थान के वन मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करेंगे और सभी विद्यार्थियों को चीन से निकालने का प्रयास करेंगे.
उन्होंने बताया कि छात्र कुनमिंग हवाईअड्डे से बैंकॉक पहुंचे और इसके बाद वह एयर एशिया के विमान से यहां पहुंचे.
अधिकारियों ने बताया कि छात्रों के यहां पहुंचने के बाद उन्हें एम्बुलेंस से सीधे कलमस्सेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया.
उन्होंने बताया कि छात्रों को अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया है. छात्रों के रिश्तेदार हवाईअड्डा पहुंचे थे लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया.
वहीं राजस्थान के जालोर जिले के भी 40 से 50 विद्यार्थी चीन में फंस गए हैं और वहां से निकल नहीं पा रहे हैं. ऐसे में इन विद्यार्थियों को वहां से निकालने के लिए प्रदेश के वन मंत्री ने इस मामले में चिंता जताई है.
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मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि उनकी विधानसभा क्षेत्र के 40 से 50 विद्यार्थी अभी चीन में हैं. उन्होंने कहा कि उनको वहां से निकलने के लिए वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करेंगे और सभी विद्यार्थियों को चीन से निकालने का प्रयास करेंगे.
गौरतलब है कि जयपुर में अब तक एयरपोर्ट पर 48 फ्लाइट के 6981 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इनमें से कोरोना वायरस के संदिग्ध 51 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं और इनमें से 43 के नतीजे आ चुके हैं, 8 सैंपल के नतीजे आने बाकी हैं.