चमोली: उत्तराखंड के विकासखंड पोखरी क्षेत्र के कांडई-चंद्रशिला गांव की रहने वाली मोनिका राणा का चयन मुंबई के भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में हुआ है. वैज्ञानिक के लिए मोनिका का चयन होने के बाद से पोखरी क्षेत्र में खुशी की लहर है. मोनिका ने बताया कि वो भाभा परमाणु अनुसंधान के लिए पिछले दो सालों से देहरादून में रहकर तैयारी कर रही थीं, जिसके परिणाम स्वरूप उनका सलेक्शन हो गया है.
मोनिका ने सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया है. वैज्ञानिक मोनिका का कहना है कि दृढ़ निश्चय अगर कोई कर ले तो उसे सफलता प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता है. मोनिका के परिवार की बात करें तो उनके पिता शिशुपाल राणा सेना शिक्षा कोर में नायब सूबेदार के पद से सेवानिर्वत हो चुके हैं और उनकी मां ऊषा राणा गृहणी हैं. मोनिका का परिवार वर्तमान समय में देहरादून के प्रेमनगर में रहता है.
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मोनिका चार भाई और बहनों में सबसे बड़ी है. मोनिका की बहन दीपिका राणा दिल्ली में रहकर आइएएस की तैयारी कर रही है. छोटी बहन सोनी राणा भारतीय सेना के नेवी अस्पताल मुंबई में नर्सिंग ऑफिसर का प्रशिक्षण ले रही हैं जबकि भाई सूरज राणा डीवीएस कालेज देहरादून में बीकॉम तृतीय वर्ष का छात्र है.
बता दें कि भारत में परमाणु कार्यक्रम डॉ. होमी जहांगीर भाभा के नेतृत्व में शुरू किया गया. इस परमाणु ऊर्जा संस्थान का उद्घाटन तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1947 में किया था. साल 1966 में डॉ. भाभा की विमान दुर्घटना में आकस्मिक मृत्यु के बाद उन्हें श्रद्धाजंलि देते हुए इस केंद्र का नाम भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र कर दिया गया..