नई दिल्लीः प्रधानमंत्री मोदी अपनी सरकार की जीत का जश्न मनाने के तुरंत बाद अलग-अलग देशों का दौरा करेंगे. 2014 की तरह ही पड़ोसियों से रिश्ते मजबूत करने के लिए पीएम पड़ोसी देशों के दौरे पर जाएंगे. अपनी यात्रा के लिए उनके दौरे की शुरुआत 29 मई को होगी.
बता दें 2014 की जीत के बाद पीएम ने भूटान का दौरा किया था, जबकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस बार पीएम अपने सबसे पहले दौरे के लिए किस देश को चुनेंगे.
मोदी अपनी यात्रा में स्पेन, जर्मनी और रूस जाएंगे. रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में पीएम मोदी 1 से 3 जून तक होने वाले अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच में भाग लेंगे.
इसके तुरंत बाद पीएम मोदी किर्गिस्तान में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन का दौरा करेंगे, जो कि 13 से 15 जून तक चलेगा.
ईटीवी भारत को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर यह संभावना जताई जा रही है कि पीएम चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे.
आपको बता दें, आगामी शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में पहली बार, पीएम मोदी और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान एक ही छत के नीचे होंगे.
मोदी जून के आखिरी सप्ताह में जापान में होने वाले G20 में भी हिस्सा लेंगे.
ईटीवी भारत को विदेश मंत्रालय से जानकारी मिली है कि पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मिलने की संभावना है.
अगस्त के अंतिम सप्ताह में पीएम जी 7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.
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इसके बाद पीएम रूस के व्लादिवोस्तोक का भी दौरा करेंगे.
रूस और कजाकिस्तान के बाद पीएम मोदी जुलाई के पहले सप्ताह में इजरायल दौरे पर जाएंगे. इजरायल में मोदी भारतीय मूल के लोगों को भी संबोधित करेंगे.
सितंबर में पीएम के न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र को संबोधित करने की भी संभावना जताई जा रही है, हालांकि इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है.
पीएम की 2019 के लिए पड़ोसी देशों से मिलने की यह प्रतिबद्धता नवंबर में ब्राजील के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के साथ समाप्त हो जाएगी.