ETV Bharat / bharat

प्रधानमंत्री ने काका हाथरसी की कविता के माध्यम से विपक्ष को दी नसीहत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा. पीएम ने कहा कि नए दशक में विपक्ष का जो रवैया है, उससे निराशा मिली है. पढ़ें विस्तार से...

etvbharat
पीएम मोदी
author img

By

Published : Feb 6, 2020, 9:57 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 11:10 AM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस सहित विपक्ष पर 'ठहराव को अपनी विशेषता' बनाने का आरोप लगाते हुए हिन्दी के प्रसिद्ध हास्यकवि काका हाथरसी की एक कविता की पंक्तियों के माध्यम से उसे नसीहत दी.

मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए यह नसीहत दी. उन्होंने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, 'नये दशक में, नये कलेवर की जो मेरी अपेक्षा थी, उसमें मुझे निराशा मिली है.'

इसके बाद उन्होंने काका हाथरसी की एक कविता की निम्न पंक्तियां पढ़ीं :-

'प्रकृति बदलती क्षण-क्षण देखो, बदल रहे अणु, कण-कण देखो तुम निष्क्रिय से पड़े हुए हो भाग्यवाद पर अड़े हुए हो छोड़ो मित्र, पुरानी ढफली जीवन में परिवर्तन लाओ परंपरा से ऊंचे उठकर, कुछ तो स्टेंडर्ड बनाओ.'

राज्यसभा में पीएम मोदी का संबोधन

मोदी ने कहा कि आप जहां ठहरे हुए हैं, वहां से लगता है आप पीछे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगाता है कि 'ठहराव को ही आपने (विपक्ष ने) अपनी विशेषता बना लिया है.'

राज्यसभा में बोले पीएम मोदी- वोटबैंक की मजबूरी के लिए हो रहा एनपीआर का विरोध

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस सहित विपक्ष पर 'ठहराव को अपनी विशेषता' बनाने का आरोप लगाते हुए हिन्दी के प्रसिद्ध हास्यकवि काका हाथरसी की एक कविता की पंक्तियों के माध्यम से उसे नसीहत दी.

मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए यह नसीहत दी. उन्होंने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा, 'नये दशक में, नये कलेवर की जो मेरी अपेक्षा थी, उसमें मुझे निराशा मिली है.'

इसके बाद उन्होंने काका हाथरसी की एक कविता की निम्न पंक्तियां पढ़ीं :-

'प्रकृति बदलती क्षण-क्षण देखो, बदल रहे अणु, कण-कण देखो तुम निष्क्रिय से पड़े हुए हो भाग्यवाद पर अड़े हुए हो छोड़ो मित्र, पुरानी ढफली जीवन में परिवर्तन लाओ परंपरा से ऊंचे उठकर, कुछ तो स्टेंडर्ड बनाओ.'

राज्यसभा में पीएम मोदी का संबोधन

मोदी ने कहा कि आप जहां ठहरे हुए हैं, वहां से लगता है आप पीछे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगाता है कि 'ठहराव को ही आपने (विपक्ष ने) अपनी विशेषता बना लिया है.'

राज्यसभा में बोले पीएम मोदी- वोटबैंक की मजबूरी के लिए हो रहा एनपीआर का विरोध

Intro:Body:Conclusion:
Last Updated : Feb 29, 2020, 11:10 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.