नई दिल्ली : पीएम मोदी ने कहा है कि आज भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता दुनिया में चौथी सबसे बड़ी है. उन्होंने कहा कि यह सभी प्रमुख देशों में सबसे तेज गति से बढ़ रहा है. री-इन्वेस्ट में अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में अक्षय ऊर्जा क्षमता वर्तमान में 136 गीगा वाट है, जो हमारी कुल क्षमता का लगभग 36% है.
पीएम मोदी ने कहा कि 2017 के बाद से हमारी वार्षिक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता कोयला आधारित थर्मल पावर से अधिक हो गई है. पिछले 6 वर्षों में हमने स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को ढाई गुना बढ़ाया है.
भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कारोबार के लिये आमंत्रित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश इस क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है और इसके लिये अनुकूल नीतियां बनायी गई हैं.
उन्होंने तीसरे वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेश सम्मेलन और प्रदर्शनी (री-इनवेस्ट) के उद्घाटन सत्र को ‘वीडियो कांफ्रेन्स’ के जरिये संबोधत करते हुए कहा, 'भारत की अगले दशक में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक स्तर पर विकास की योजना है. इससे सालाना करीब 20 अरब डॉलर के कारोबार की संभावनाएं सृजित होने की उम्मीद है.'
मोदी ने कहा, 'आज भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता दुनिया में चौथी सबसे बड़ी क्षमता है, सभी बड़े देशों के मुकाबले इसमें तीव्र गति से वृद्धि हो रही है.
उन्होंने कहा, 'भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता फिलहाल 1,36,000 मेगावाट है जो हमारी कुल क्षमता का 36 प्रतिशत है. हमारी नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता 2022 तक 2,20,000 मेगावाट होगी.'
मोदी ने कहा, ' भारत ने इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों के विनिर्माण की तरह उच्च दक्षता के सौर मोड्यूल्स के लिये उत्पादन आधारित प्रोत्साहन देने का निर्णय किया है.' उन्होंने यह भी कहा, ' भारत निवेश के लिहाज से तरजीही गंतव्य है. पिछले दशक में नवीकरणीय ऊर्जा में 5 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ है.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत हर नागरिक के घरों तक बिजली पहुंचाने के लिये नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता, नेटवर्क का विस्तार कर रहा है.'