श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट की 26वीं बरसी पर कानून-व्यवस्था की किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर अधिकारियों ने कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया है.
उन्होंने कहा कि भट की बरसी के मौके पर अलगाववादी संगठनों द्वारा बंद बुलाए जाने और घाटी में हिंसा की अशंका के मद्देनजर मोबाइल इंटरनेट सेवा को सस्पेंड किया गया है.
कश्मीर में 2जी इंटरनेट गत 25 जनवरी को शुरू किया गया था. कश्मीर में इंटरनेट सेवा 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को खत्म किये जाने के बाद से बंद थी.
वहीं कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं को संसद हमले के दोषी महम्मद अफजल गुरु की बरसी के दिन भी बंद कर दिया गया था. अफजल की बरसी के दिन कश्मीर में अलगाववादियों ने बंद का अह्वान किया था.
पुलिस ने शनिवार को प्रतिबंधित जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के खिलाफ अफजल की बरसी पर बंद बुलाने के लिए एफआईआर दर्ज की थी.
अधिकारियों ने कहा कि हड़ताल के कारण कश्मीर में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ. बाजार और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे जबकि अधिकतर सार्वजनिक परिवहन भी सड़कों से दूर रहे.
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अधिकारियों ने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी और अन्य जगहों पर सुरक्षा बलों को शहर में संवेदवशील स्थानों पर तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि घाटी में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है.
आपको बता दें कि संसद हमले में अफजल की भूमिका के लिए उसे 2013 में दिल्ली की तिहाड़ जेल के अंदर फांसी दी गई थी. वहीं मकबूल भट को एक पुलिस आफिसर अनमरचंद की हत्या के जुर्म में 1984 में फांसी दी गई थी और उसे तिहाड़ जेल के अंदर दफनाया गया था.