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केरल में सभी पंचायतों को स्कूलों की मरम्मत का निर्देश

केरल सरकार ने राज्य में विरोध प्रदर्शन के बाद सभी स्कूलों की मरम्मत कराने का आदेश दिया है. इसके साथ भरोसा दिलाया है कि मरम्मत के दौरान आर्थिक मदद में कमी नहीं आने दी जाएगी. जानें पूरा विवरण...

मुख्य मंत्री पिनराई विजयन
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Published : Nov 24, 2019, 9:26 PM IST

Updated : Nov 24, 2019, 9:36 PM IST

तिरुवनंतपुरम : वायनाड के सरकारी स्कूल में सर्पदंश से पांचवीं कक्षा की छात्रा की मौत के बाद केरल सरकार ने सभी पंचायतों को निर्देश दिया है कि वे स्कूलों की मरम्मत के लंबित कार्यों को पूरा करें.

स्थानीय प्रशासन मंत्री ए सी मोईद्दीन ने शनिवार को देर रात जारी किये गये इस आदेश में भरोसा दिलाया है कि मरम्मत कार्य में आर्थिक मदद में कोई कमी नहीं की जाएगी.

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पंचायतें मरम्मत कार्यों में अपनी निधि का प्रयोग कर सकती हैं और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें इस कार्य के लिए आर्थिक मदद भी दी जाएगी.

पढ़ें - केरल : कक्षा में सांप के डसने से छात्रा की मौत, शिक्षक निलंबित

उन्होंने बताया कि मंत्री के अनुसार पंचायतें कदम्बश्री और मनरेगा अधिनियम के तहत काम करने वाले मजदूरों से मरम्मत कार्य में मदद ले सकती हैं.

मंत्री ने उन स्कूलों में बाथरुम बनाने के भी निर्देश दिये हैं, जहां बाथरूम नहीं हैं.

गौरतलब है कि गत 20 नवम्बर को वायनाड के सुल्तान बथेरी जिले के सर्वजन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की कक्षा में सांप के डसने से एक 10 वर्षीया बच्ची शेहला सरीन की मौत हो गयी थी.

इस घटना के बाद राज्य में हो रहे लगातार विरोध प्रदर्शन के बीच केरल सरकार ने स्कूलों की मरम्मत का यह आदेश दिया है. इस मामले में बच्ची को अस्पताल ले जाने में कथित तौर पर लापरवाही की सूचना मिली थी.

पढ़ें : राशन की दुकानों पर बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराएगी केरल सरकार

ज्ञातव्य है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वायनाड के सांसद हैं और कक्षा में सर्पदंश से बालिका की मौत के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री विजयन को पत्र लिखकर उस स्कूल के मरम्मत की अपील की थी.

तिरुवनंतपुरम : वायनाड के सरकारी स्कूल में सर्पदंश से पांचवीं कक्षा की छात्रा की मौत के बाद केरल सरकार ने सभी पंचायतों को निर्देश दिया है कि वे स्कूलों की मरम्मत के लंबित कार्यों को पूरा करें.

स्थानीय प्रशासन मंत्री ए सी मोईद्दीन ने शनिवार को देर रात जारी किये गये इस आदेश में भरोसा दिलाया है कि मरम्मत कार्य में आर्थिक मदद में कोई कमी नहीं की जाएगी.

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पंचायतें मरम्मत कार्यों में अपनी निधि का प्रयोग कर सकती हैं और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें इस कार्य के लिए आर्थिक मदद भी दी जाएगी.

पढ़ें - केरल : कक्षा में सांप के डसने से छात्रा की मौत, शिक्षक निलंबित

उन्होंने बताया कि मंत्री के अनुसार पंचायतें कदम्बश्री और मनरेगा अधिनियम के तहत काम करने वाले मजदूरों से मरम्मत कार्य में मदद ले सकती हैं.

मंत्री ने उन स्कूलों में बाथरुम बनाने के भी निर्देश दिये हैं, जहां बाथरूम नहीं हैं.

गौरतलब है कि गत 20 नवम्बर को वायनाड के सुल्तान बथेरी जिले के सर्वजन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की कक्षा में सांप के डसने से एक 10 वर्षीया बच्ची शेहला सरीन की मौत हो गयी थी.

इस घटना के बाद राज्य में हो रहे लगातार विरोध प्रदर्शन के बीच केरल सरकार ने स्कूलों की मरम्मत का यह आदेश दिया है. इस मामले में बच्ची को अस्पताल ले जाने में कथित तौर पर लापरवाही की सूचना मिली थी.

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ज्ञातव्य है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वायनाड के सांसद हैं और कक्षा में सर्पदंश से बालिका की मौत के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री विजयन को पत्र लिखकर उस स्कूल के मरम्मत की अपील की थी.

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Thiruvananthapuram: Sri Padmanabhaswamy Temple, Thiruvananthapuram is a center of spirituality and culture. The Murajapam, chanting of mantras conducted once every six years and Jalajapam which is conducted after 1927 has begun in the temple. The temple atmosphere is enriched by  Rigveda, Yajurveda and Samaveda. The ritual begins at 6.30 am and continues till 8.30 pm every day. The chanting of Rig and Yajur Vedas would be conducted at the two mandaps in the east facade. Temple Executive Officer V. Ratheeshan said that a Vedic Seminar will be organised in connection with Murajapam. The murajapam ritual was started by Anizham Thirunnal Marthanada Varma, who is hailed as the architect of modern Travancore. 

Murajapam : Centuries-old ritual "Murajapam", chanting of mantras, conducted once every six years, began at the famed Sree Padmanabha Swamy temple. The 56-day long ritual, that began on Thursday, involves the ceremonial chanting of Rigveda, Yajurveda and Samaveda by 207 scholars from Kanchipuram, Pejawar, Sringeri, besides representatives of the Yogashema and Brahmana sabhas.The ritual began with Ganapathy homam by temple tantri, followed by Murajapam, chanting of mantras of the three Vedas which extends to eight-days. Muraseeveli (sacred procession) in which the idol of the deity is carried by the priests in a decorated vehicle was also held. The temple, premises and Padmatheertham Pond are decked with lights for the festival. The Vedic pundits performed Jalajapam at Padmatheertham Pond, a ritual performed while standing in water. Large number of devotees came to see the ritual. A barrier has been constructed for the safety of the scholars entering the pond. Along with the rituals, an artistic offering also arranged. Margi Kathakali Vidyalayam will perform Kathakali from Nov 22 to 25. The rituals will culminate with Lakshadeepam on January 15 (Makar Sankrantti) when one lakh oil lamps will be lit here. 

Jalajapam : Jalajapam rituals begins at Padmanabhaswamy Temple, Trivandrum. It is being conducted after a gape of 95 years. This is the ritual, that is being conducted to control Natural calamities. The Vedic pundits performes Jalajapam at Padmatheertham Pond, a ritual performed while standing in water. The jalajapam that is being conducted along with Murajapam has been hindered during 1920s. Jalajapam is considered as the offering to Varunadeva inorder to control the natural calamities. Jalajapam is conducted along with the Murajapam,  i,e for 56 days.  

Conclusion:
Last Updated : Nov 24, 2019, 9:36 PM IST
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