पुलवामा : जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद आजकल राजनीतिक सरगर्मी अपने चरम पर है. वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री व पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद पहली बार पुलवामा जिले के लासीपोरा का दौरा कर वहां के लोगों से मुलाकात की.
इस मौके पर लासीपोरा क्षेत्र के लोगों ने अपनी कई मांगों को पीडीपी अध्यक्ष के सामने रखा. स्थानीय लोगों ने विशेष रूप से रम्बी नदी से बजरी, रेत और बोल्डर निकालने पर प्रशासन द्वारा लगाई गई पाबंदी का मुद्दा उठाया.
क्षेत्र के लोगों ने पीडीपी अध्यक्ष से मांग की है कि उन्हें रम्बी नदी से रेत, बजरी और बोल्डर निकालने की अनुमति दी जाए, क्योंकि क्षेत्र के अधिकांश लोग अपनी आजीविका के लिए इस पर निर्भर हैं.
महबूबा मुफ्ती ने लोगों से बातचीत करने के बाद नदी की तरफ जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया.
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार से पांच अगस्त, 2019 के बाद से यहां जो हालात पैदा किए हैं उन हालात से यहां के सभी लोग अवगत हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने घाटी में जो बदलाव लाने की बातें की थी, यह वही बदलाव है जिस वजह से यहां के गरीब लोगों को बेरोजगार किया जा रहा है. मुफ्ती ने कहा कि रम्बी नदी के अलावा जम्मू में भी कई ऐसी नदी मौजूद हैं, जिसमें यहां के ठेकेदारों से काम छीन कर दूसरे राज्यों के ठेकेदारों को काम दिया जा रहा है, जो जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ खुलेआम नाइंसाफी है.
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इन नदियों से रेत, बजरी और बोल्डर की निकासी के लिए औपचारिक रूप से एक नीलामी की घोषणा की गई थी, लेकिन इस नीलामी में केवल दूसरे राज्यों के ठेकेदारों को काम मिला है, जबकि जम्मू-कश्मीर के ठेकेदारों की अनदेखी की गई है.
डीडीसी चुनाव में गैर-भाजपा दलों की हिस्सेदारी को बाधित कर रहा केंद्र : मुफ्ती
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर आरोप लगाया कि वह जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनावों में भाजपा के अलावा अन्य राजनीतिक दलों की हिस्सेदारी को 'बाधित' कर रहा है.
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पीडीपी प्रमुख ने ट्वीट कर कहा कि भारत सरकार डीडीसी चुनावों में गैर-भाजपा दलों की हिस्सेदारी को बाधित कर रहा है. पर्याप्त सुरक्षा होने के बावजूद पीडीपी नेता बशीर अहमद को सुरक्षा के नाम पर पहलगाम में रोक लिया गया. आज नामांकन का अंतिम दिन है और उनकी रिहाई के लिए डीसी अनंतनाग से बात की है.
पुलिस ने कहा है कि उम्मीदवारों को सामूहिक सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है और सुरक्षित क्षेत्रों में रखा गया है, क्योंकि हर उम्मीदवार को सुरक्षा दे पाना कठिन है.