चंपावत : दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए उत्तराखंड के जवान राहुल रैंसवाल का पार्थिव शव गुरुवार को चंपावत स्थित कनल गांव में लाया गया, जहां उनके दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. अंतिम यात्रा के बाद शाम को डिप्टेश्वर घाट पर सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. चाचा और बड़े भाई राजेंद्र रैंसवाल ने शहीद के शव को मुखाग्नि दी.
वहीं, राहुल का पार्थिव शरीर देखते ही शहीद की मां रहू देवी और पत्नी पिंकी बेसुध हो गईं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी. चंपावत के पूर्व विधायक महेश खर्कवाल ने कहा कि शहीद राहुल की शहादत को हमेशा उत्तराखंड याद करेगा.
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इस बीच स्थानीय लोगों ने चंपावत डिग्री कॉलेज को शहीद के नाम पर रखे जाने की मांग की है.