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'ये दिल्ली शीला की थी और हमेशा शीला की ही रहेगी' - शीला दीक्षित का निधन

शीला दीक्षित का आज 81 साल की उम्र में निधन हो गया. शीला दीक्षित के आवास पर उनके अंतिम दर्शन के लिए सभी बड़े नेता आए. इनमें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर भी मौजूद थे. जानें शीला दीक्षित के निधन पर क्या बोले मणिशंकर...

मणिशंकर अय्यर.
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Published : Jul 20, 2019, 9:36 PM IST

Updated : Jul 21, 2019, 12:05 AM IST

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर शीला दीक्षित के काफी करीबी रहे हैं. शीला को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उन्हें तब से जानता था जब वे शीला दीक्षित नहीं, शीला खन्ना थीं और उनकी शादी भी नहीं हुई थी. उन्होंने कहा कि ये दिल्ली शीला की थी और हमेशा शीला की ही रहेगी.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मणिशंकर अय्यर.

राजनीति में आने से पहले एक अधिकारी के रूप में अपने जीवन को याद करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मैं जब राजीव गांधी के कार्यालय में आया, उस समय शीला एक नेता के तौर पर उभर रही थीं.

शीला दीक्षित के साथ अपनी अंतिम मुलाकात को याद करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि करीब 10-15 दिन पहले मैं शीला से मिलने उनके घर आया था. उस समय शीला ने बातों-बातों में कहा, 'मैं भी खाली बैठी हूं, आप भी खाली हैं, कभी आ जाया कीजिए. शाम को बैठ कर कभी खाना खाते हैं.'

मणिशंकर अय्यर ने भावुक होते हुए कहा कि उस समय पता नहीं था कि अब वो समय कभी नहीं आएगा.

पढ़ें: पूर्व CM शीला दीक्षित का निधन: सोनिया, राहुल समेत कई नेताओं ने किया शोक व्यक्त

शीला दीक्षित ने किस तरह दिल्ली का विकास किया, इस पर जिक्र करते हुए मणिशंकर कहा कि आज की दिल्ली जो भी है, वह शीला की दिल्ली है और यह शीला की दिल्ली ही रहेगी.

ग्रेस पार्टी के लिए शीला के असामयिक निधन को बड़ी क्षति बताते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं पूरी दिल्ली के लिए अपूरणीय क्षति है.

बता दें, मणिशंकर अय्यर के अलावा प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री केजरीवाल जैसी कई बड़ी शख्सियतों ने शीला दीक्षित को श्रद्धासुमन अर्पित किया.

नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर शीला दीक्षित के काफी करीबी रहे हैं. शीला को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उन्हें तब से जानता था जब वे शीला दीक्षित नहीं, शीला खन्ना थीं और उनकी शादी भी नहीं हुई थी. उन्होंने कहा कि ये दिल्ली शीला की थी और हमेशा शीला की ही रहेगी.

ईटीवी भारत से बातचीत करते मणिशंकर अय्यर.

राजनीति में आने से पहले एक अधिकारी के रूप में अपने जीवन को याद करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मैं जब राजीव गांधी के कार्यालय में आया, उस समय शीला एक नेता के तौर पर उभर रही थीं.

शीला दीक्षित के साथ अपनी अंतिम मुलाकात को याद करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि करीब 10-15 दिन पहले मैं शीला से मिलने उनके घर आया था. उस समय शीला ने बातों-बातों में कहा, 'मैं भी खाली बैठी हूं, आप भी खाली हैं, कभी आ जाया कीजिए. शाम को बैठ कर कभी खाना खाते हैं.'

मणिशंकर अय्यर ने भावुक होते हुए कहा कि उस समय पता नहीं था कि अब वो समय कभी नहीं आएगा.

पढ़ें: पूर्व CM शीला दीक्षित का निधन: सोनिया, राहुल समेत कई नेताओं ने किया शोक व्यक्त

शीला दीक्षित ने किस तरह दिल्ली का विकास किया, इस पर जिक्र करते हुए मणिशंकर कहा कि आज की दिल्ली जो भी है, वह शीला की दिल्ली है और यह शीला की दिल्ली ही रहेगी.

ग्रेस पार्टी के लिए शीला के असामयिक निधन को बड़ी क्षति बताते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं पूरी दिल्ली के लिए अपूरणीय क्षति है.

बता दें, मणिशंकर अय्यर के अलावा प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री केजरीवाल जैसी कई बड़ी शख्सियतों ने शीला दीक्षित को श्रद्धासुमन अर्पित किया.

Intro:81 वर्ष की अवस्था में शीला दीक्षित का आज निधन हो गया. शीला दीक्षित के आवास पर उनके अंतिम दर्शन के लिए सभी बड़े नेता आए, इनमें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर भी थे.


Body:नई दिल्ली: मणिशंकर अय्यर शीला के काफी करीबी रहे हैं. शीला दीक्षित को याद करते हो उन्होंने कहा कि मैं उन्हें तब से जानता था जब वे शीला दीक्षित नहीं, शीला खन्ना थीं और उनकी शादी भी नहीं हुई थी. राजनीति में आने से पहले एक अधिकारी के रूप में अपने जीवन को याद करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मैं जब राजीव जी के कार्यालय में आया, उस समय शीला जी एक नेता के तौर पर उभर रही थीं.

शीला दीक्षित के साथ अपने अंतिम मुलाकात को याद करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि करीब 10-15 दिन पहले मैं शीला जी से मिलने उनके घर आया था. उस समय शीला जी ने बातों बातों में कहा कि मैं भी खाली बैठी हूं, आप भी खाली हैं, कभी आ जाए कीजिए और शाम में कभी बैठ कर नाश्ता करते हैं. मणिशंकर अय्यर ने भावुक होते हुए कहा कि उस समय पता नहीं था कि अब वो समय कभी नहीं आएगा.

शीला दीक्षित ने किस तरह दिल्ली का विकास किया खासकर रोड फ्लाईओवर के क्षेत्र में इसे लेकर मणिशंकर अय्यर ने उनका जिक्र किया और कहा कि आज की दिल्ली जो भी है, वह शीला की दिल्ली है और यह शीला की दिल्ली ही रहेगी. कांग्रेस पार्टी के लिए शीला के असामयिक निधन को बड़ी क्षति बताते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं पूरी दिल्ली के लिए अपूरणीय क्षति है.


Conclusion:मणिशंकर अय्यर के अलावा प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री केजरीवाल जैसी कई बड़ी शख्सियतों ने शीला दीक्षित को श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
Last Updated : Jul 21, 2019, 12:05 AM IST
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