लाहौर : विवादित बयानों के लिए जाने जाने वाले कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर पाकिस्तान में भारत के आंतरिक मामलों के बारे में चर्चा करके विवादों से घिर गए हैं.
लाहौर में एक पैनल पर चर्चा के दौरान उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच NPR और NRC के क्रियानवन को लेकर मतभेद है. उन्होंने कहा कि मोदी और शाह की जोड़ी देश में 'हिंदुत्व' का चेहरा है.
मणि शंकर अय्यर ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा कभी बी NRC को लागू करने के लिए NPR को जरूरी नही माना गया.
इससे पहले मंगलवार को मणिशंकर अय्यर ने नई दिल्ली के शाहीन बाग में विगत एक महीने से हो रहे सीएए, एनआरसी और एनपीआर विरोधी प्रदर्शन में भी भाग लिया.
मणिशंकर अय्यर में रैली को संबोधित करते हुए अय्यर ने कहा कि इस देश में हर जाति के लोगों को, हर धर्म के लोगों को रहना हक है. उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया के सभी धर्म हैं और यही हमारी विशेषता है. हम सब साथ रहते हैं और सब लोग हमारे हैं.
अय्यर ने कहा सीएए को लेकर जो भी कुर्बानी देनी है, उसमें मैं भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हूं, अब देखेंगे कि किसका हाथ मजबूत है हमारा या उस कातिल का? उन्होंने कहा कि आप लोगों ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है और गांधी आपके नेता हैं.
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साथ ही उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों को साथ ही रहने की सलाह देते हुए कहा कि आप लोग साथ रहें, फिर हम देखेंगे के किसका ताज उड़ेगा.