कोलकाता: पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भाजपा और विहिप द्वारा रैलियां निकाली गईं. इन रैलियों की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आलोचना की है. बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह लोगों को गुमराह करने के लिये धर्म को हथियार बनाकर राजनीतिक बढ़ते लेने की कोशिश कर रही है.
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी मिदनापुर, पुरूलिया, झाड़ग्राम, बांकुरा, हावड़ा, कोलकाता और उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना जिलों सहित कई स्थानों में रामनवमी की रैलियां निकाली गयी.
ममता ने दार्जिलिंग में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार अमर सिंह राय के समर्थन में एक रैली में कहा, 'भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है. वह चुनाव से पहले लोगों को बांटने के लिये इसे एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है. बंगाल की संस्कृति ने कभी भी हिंसा की राजनीति का समर्थन नहीं किया. वह तलवारों और त्रिशूलों के साथ रैलियां कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'आप तलवारों से किसका गला काटना चाहते हैं? त्रिशूल से किसके सिर पर वार करना चाहते हैं?'
ममता ने दोहराया कि वह पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होने देंगी.
पश्चिमी मिदनापुर के खड़गपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने रामनवमी की रैली निकाली और जिसमें घोष तलवारों और गदाओं का प्रदर्शन करते दिखे.
रैली के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा, 'रामनवमी की रैली हमारी परंपरा का हिस्सा है. हम अपनी रक्षा के लिए हथियार लेकर चल रहे थे. इसका चुनावों के साथ कोई संबंध नहीं है.
पढ़ें- ममता की सीधी अपील, CPM और CONG को वोट नहीं दें
उन्होंने कहा कि अगर तृणमूल कांग्रेस को शस्त्र रैलियों से समस्या है तो उन्हें अपने सोचने के तरीके को बदलना चाहिए.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सशस्त्र रैलियां निकालने के लिए भाजपा की आलोचना की और कहा कि वे राजनीतिक फायदे के लिए ‘धर्म को बेचने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने भाजपा पर लोगों को गुमराह करने के लिए धर्म का उपयोग करने का आरोप लगाया.