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ममता को आया गुस्सा, 'क्या हम मोदी के नौकर हैं, जहां भी बुलाएंगे हमें जाना पड़ेगा'

पीएम मोदी ने हाल ही में तूफान का जायजा लेने के लिए ममता बनर्जी को कॉल किया था, जिसका कोई जवाब न मिलने पर ममता को घमंडी करार देते हुए पीएम ने कहा था स्पीडब्रेकर दीदी की रुचि राजनीति में अधिक है. पीएम के इसी जवाब पर ममता ने पलटवार कर पीएम को एक्सपायरी बताया और कहा कि क्या हम उनके नौकर हैं, वे जहां भी बुलाएंगे हमें जाना पड़ेगा ?

ममता का पीएम पर पलटवार
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Published : May 6, 2019, 7:49 PM IST

कोलकाताः सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम द्वारा उनके कार्यालय में फोन किया गया, जिसका जवाब वे नहीं दे सकी,क्योंकि उस समय वे फानी के संभावित प्रभाव पर नजदीक से नजर रखने के लिए खड़गपुर में थीं.

बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि शनिवार को ममता बनर्जी को दो बार कॉल करने पर भी उन्होंने बात नहीं की.

मोदी ने शनिवार को चक्रवात के मद्देनजर जमीनी स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को फोन किया था. इसके बाद टीएमसी ने पीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे देश के संघीय ढांचे का सम्मान नहीं करते.

ममता ने झाड़ग्राम के गोपीबल्लभपुर उप मंडल में रैली को संबोधित किया. और कहा, 'मैं चक्रवात की निगरानी करने के लिए खड़गपुर में थी लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से मेरे कार्यालय (कोलकाता) में कॉल किया गया था जिस कारण में जवाब नहीं दे पाई.'

उन्होंने कहा कि मोदी ने उन्हें कलाईकुंडा में एक बैठक के लिए बुलाया था जहां वे चक्रवात प्रभावित ओडिशा का दौरा करने के बाद एक चुनावी सभा के लिए उतरे थे.

बनर्जी ने कहा,'क्या हम उनके नौकर हैं कि वे जहां भी बुलाएंगे हमें वहां जाना पड़ेगा?' अब वे आरोप लगाएंगे कि मैंने जवाब नहीं दिया या सहयोग नहीं दिखाया.

उन्होंने कहा, 'आज झाड़ग्राम में मेरी (चुनावी) सभा तय थी. पश्चिम बंगाल में चुनाव चल रहे हैं जबकि ओडिशा में समाप्त हो चुके हैं. मैं चुनावी समय के दौरान एक एक्सपायरी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा क्यों करूं?'

मोदी ने यह मुद्दा दिन में पूर्वी मिदनापुर जिले के तामलुक में एक चुनावी रैली के दौरान उठाया था.

पढ़ेंः बरसे मोदी- 'बंगाल की मदद करने के लिए मैंने फोन किया, दीदी नहीं आईं'

उन्होंने कहा, 'वे इतनी घमंडी हैं कि उन्होंने मुझसे बात नहीं की..स्पीडब्रेकरदीदी की रुचि राजनीति करने में अधिक है.'

मोदी ने कहा कि वे तूफान की स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के अधिकारियों से बात करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने(ममता बनर्जी) ने यह भी नहीं होने दिया.

मोदी ने कहा कि उनकी राजनीति के चलते बंगाल के लोग प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि केंद्र सरकार बंगाल के लोगों के साथ खड़ी है.

टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, मोदी को इन चुनाव में सही सबक मिलना चाहिये, जिसका पांचवा चरण सोमवार को होने जा रहा है.

ममता ने मोदी पर पलटवार कर कहा, बंगाल की ओर मत देखिये, आप निश्चित तौर पर हारने वाले हैं.

पीएम के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए ममता ने कहा, हम ऐसी सरकार नहीं चाहते जो प्रताड़ित करे. हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं...पहले आप (मोदी) दिल्ली को नियंत्रित करिये. हम केंद्र में यूनाइटेड इंडिया सरकार बनाएंगे और एक नये भारत के निर्माण का प्रयास होगा.

मोदी के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए कहा ममता ने कहा, हम ऐसी सरकार नहीं चाहते, जो प्रताड़ित करे. हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं...पहले आप (मोदी) दिल्ली को नियंत्रित करिये. हम केंद्र में यूनाइटेड इंडिया सरकार बनाएंगे और एक नये भारत के निर्माण का प्रयास होगा.

ममता ने भाजपा के अच्छे दिन नारे पर कहा,'क्या आप सभी के बैंक खातों में मोदी के वादे के अनुरूप 15 लाख रुपये आ गए?

उन्होंने आगे कहा कि, जाइये और नरेंद्र मोदी से कहिये कि वे झूठ बोल रहे थे. पेट्रोल, गैस, डीजल और अन्य चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं. क्या ये वही अच्छे दिन हैं जो मोदी चाहते थे?'

बनर्जी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'मोदी पहले कहते थे कि वे एक चायवाला हैं. लेकिन अब वे एक चौकीदार बन गए हैं.'

बीजेपी को खतरनाक बताते हुए बनर्जी ने लोगोों से आग्रह किया कि वे भाजपा द्वारा गुमराह न हों.

राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने बाने पर ममता ने कहा कि हम हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच मित्रता चाहते हैं.

कोलकाताः सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम द्वारा उनके कार्यालय में फोन किया गया, जिसका जवाब वे नहीं दे सकी,क्योंकि उस समय वे फानी के संभावित प्रभाव पर नजदीक से नजर रखने के लिए खड़गपुर में थीं.

बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि शनिवार को ममता बनर्जी को दो बार कॉल करने पर भी उन्होंने बात नहीं की.

मोदी ने शनिवार को चक्रवात के मद्देनजर जमीनी स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को फोन किया था. इसके बाद टीएमसी ने पीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे देश के संघीय ढांचे का सम्मान नहीं करते.

ममता ने झाड़ग्राम के गोपीबल्लभपुर उप मंडल में रैली को संबोधित किया. और कहा, 'मैं चक्रवात की निगरानी करने के लिए खड़गपुर में थी लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से मेरे कार्यालय (कोलकाता) में कॉल किया गया था जिस कारण में जवाब नहीं दे पाई.'

उन्होंने कहा कि मोदी ने उन्हें कलाईकुंडा में एक बैठक के लिए बुलाया था जहां वे चक्रवात प्रभावित ओडिशा का दौरा करने के बाद एक चुनावी सभा के लिए उतरे थे.

बनर्जी ने कहा,'क्या हम उनके नौकर हैं कि वे जहां भी बुलाएंगे हमें वहां जाना पड़ेगा?' अब वे आरोप लगाएंगे कि मैंने जवाब नहीं दिया या सहयोग नहीं दिखाया.

उन्होंने कहा, 'आज झाड़ग्राम में मेरी (चुनावी) सभा तय थी. पश्चिम बंगाल में चुनाव चल रहे हैं जबकि ओडिशा में समाप्त हो चुके हैं. मैं चुनावी समय के दौरान एक एक्सपायरी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा क्यों करूं?'

मोदी ने यह मुद्दा दिन में पूर्वी मिदनापुर जिले के तामलुक में एक चुनावी रैली के दौरान उठाया था.

पढ़ेंः बरसे मोदी- 'बंगाल की मदद करने के लिए मैंने फोन किया, दीदी नहीं आईं'

उन्होंने कहा, 'वे इतनी घमंडी हैं कि उन्होंने मुझसे बात नहीं की..स्पीडब्रेकरदीदी की रुचि राजनीति करने में अधिक है.'

मोदी ने कहा कि वे तूफान की स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के अधिकारियों से बात करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने(ममता बनर्जी) ने यह भी नहीं होने दिया.

मोदी ने कहा कि उनकी राजनीति के चलते बंगाल के लोग प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि केंद्र सरकार बंगाल के लोगों के साथ खड़ी है.

टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, मोदी को इन चुनाव में सही सबक मिलना चाहिये, जिसका पांचवा चरण सोमवार को होने जा रहा है.

ममता ने मोदी पर पलटवार कर कहा, बंगाल की ओर मत देखिये, आप निश्चित तौर पर हारने वाले हैं.

पीएम के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए ममता ने कहा, हम ऐसी सरकार नहीं चाहते जो प्रताड़ित करे. हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं...पहले आप (मोदी) दिल्ली को नियंत्रित करिये. हम केंद्र में यूनाइटेड इंडिया सरकार बनाएंगे और एक नये भारत के निर्माण का प्रयास होगा.

मोदी के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए कहा ममता ने कहा, हम ऐसी सरकार नहीं चाहते, जो प्रताड़ित करे. हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं...पहले आप (मोदी) दिल्ली को नियंत्रित करिये. हम केंद्र में यूनाइटेड इंडिया सरकार बनाएंगे और एक नये भारत के निर्माण का प्रयास होगा.

ममता ने भाजपा के अच्छे दिन नारे पर कहा,'क्या आप सभी के बैंक खातों में मोदी के वादे के अनुरूप 15 लाख रुपये आ गए?

उन्होंने आगे कहा कि, जाइये और नरेंद्र मोदी से कहिये कि वे झूठ बोल रहे थे. पेट्रोल, गैस, डीजल और अन्य चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं. क्या ये वही अच्छे दिन हैं जो मोदी चाहते थे?'

बनर्जी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'मोदी पहले कहते थे कि वे एक चायवाला हैं. लेकिन अब वे एक चौकीदार बन गए हैं.'

बीजेपी को खतरनाक बताते हुए बनर्जी ने लोगोों से आग्रह किया कि वे भाजपा द्वारा गुमराह न हों.

राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने बाने पर ममता ने कहा कि हम हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच मित्रता चाहते हैं.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 17:35 HRS IST




             
  • फोनी की निगरानी के लिए खड़गपुर में थी, कार्यालय में आया प्रधानमंत्री का फोन कॉल नहीं उठा सकी : ममता



गोपीबल्लभपुर(पश्चिम बंगाल), छह मई (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके कार्यालय में किया फोन नहीं उठा सकीं क्योंकि उस समय वह खड़गपुर में थीं ताकि राज्य में चक्रवात फोनी के संभावित प्रभाव पर नजदीकी नजर रख सकें।



प्रधानमंत्री ने कहा है कि उन्होंने ममता बनर्जी को शनिवार को दो बार फोन किया लेकिन उन्होंने बात नहीं की। 



मोदी ने शनिवार को चक्रवात के मद्देनजर जमीनी स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को फोन किया था। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने मोदी पर मुख्यमंत्री को ‘बाईपास’ करने का आरोप लगाया और कहा कि वे देश के संघीय ढांचे का सम्मान नहीं करते।



बनर्जी ने झाड़ग्राम के गोपीबल्लभपुर उप मंडल में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं चक्रवात की निगरानी करने के लिए खड़गपुर में थी लेकिन प्रधानमंत्री की ओर से फोन कॉल मेरे कार्यालय (कोलकाता में) किया गया इसलिए मैं जवाब नहीं दे पायी।’’ 



उन्होंने कहा कि मोदी ने उन्हें कलाईकुंडा में एक बैठक के लिए बुलाया था जहां वे चक्रवात प्रभावित ओडिशा का दौरा करने के बाद एक चुनावी सभा के लिए उतरे थे। ‘‘क्या हम उनके नौकर हैं कि वे जहां भी बुलाएंगे हमें वहां जाना पड़ेगा? अब वे आरोप लगाएंगे कि मैंने जवाब नहीं दिया या सहयोग नहीं दिखाया।’’ 



उन्होंने कहा, ‘‘आज झाड़ग्राम में मेरी (चुनावी) सभा तय थी। पश्चिम बंगाल में चुनाव चल रहे हैं जबकि ओडिशा में समाप्त हो चुके हैं। मैं चुनावी समय के दौरान एक एक्सपायरी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा क्यों करूं?’’ 



मोदी ने यह मुद्दा दिन में पूर्वी मिदनापुर जिले के तामलुक में एक चुनावी रैली के दौरान उठाया था।



उन्होंने कहा, ‘‘वे इनती घमंडी हैं कि उन्होंने मुझसे बात नहीं की..स्पीडब्रेकरदीदी की रुचि राजनीति करने में अधिक है।’’ 



मोदी ने कहा कि वे स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के अधिकारियों से बात करना चाहते थे। ‘‘लेकिन उन्होंने यह भी नहीं होने दिया। उनकी राजनीति के चलते बंगाल के लोग प्रभावित हो रहे हैं। लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि केंद्र सरकार बंगाल के लोगों के साथ खड़ी है।’’ 



तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि मोदी को चल रहे चुनाव में ‘‘सही सबक’’ मिलना चाहिए, जिसका पांचवां चरण सोमवार को हो रहा है।



ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘(मोदी) बंगाल की ओर नहीं देखिये। आप निश्चित तौर पर हारने वाले हैं।’’ 



उन्होंने मोदी के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए कहा, ‘‘हम ऐसी सरकार नहीं चाहते जो मोदी के तहत प्रताड़ित करे। हम युद्ध नहीं शांति चाहते हैं...पहले आप (मोदी) दिल्ली को नियंत्रित करिये। हम केंद्र में यूनाइटेड इंडिया सरकार बनाएंगे और एक नये भारत के निर्माण का प्रयास होगा।’’ 



उन्होंने भाजपा के ‘अच्छे दिन’ नारे का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘क्या आप सभी के बैंक खातों में मोदी के वादे के अनुरूप 15 लाख रुपये आ गए? जाइये और नरेंद्र मोदी से कहिये कि वे झूठ बोल रहे थे। पेट्रोल, गैस, डीजल और अन्य चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं। क्या ये अच्छे दिन हैं जो मोदी चाहते थे?’’ 



बनर्जी ने निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मोदी पहले कहते थे कि वे एक चायवाला हैं। अब वे एक चौकीदार बन गए हैं।’’ 



बनर्जी ने लोगों से आग्रह किया कि वे भाजपा द्वारा ‘‘गुमराह’’ नहीं हों। ‘‘वे खतरनाक हैं।’’ 



उन्होंने राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने पर कहा, ‘‘हम हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच मित्रता चाहते हैं।’’ 


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