मुंबईः 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव होना है. भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का गठबंधन अभी सरकार में है. कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी इस गठबंधन को चुनौती दे रही है.
दिलचस्प बात ये है कि दोनों ही गठबंधन के भीतर सीएम पद को लेकर अभी तक खींचतान जारी है. आपको बता दें कि भाजपा और शिवसेना के बीच भले ही गठबंधन जारी है, लेकिन सीएम पद को लेकर अभी भी रार जारी है.
एक तरफ जहां भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस को दोबारा से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया है, तो वहीं शिवसेना भी पीछे नहीं है. पार्टी ने इशारों ही इशारों में सही, आदित्य ठाकरे के नाम का ऐलान कर रखा है.
इसी प्रकार से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस गठबंधन में भी सीएम पद को लेकर कई स्पष्टता नहीं है. दिलचस्प ये है कि महाराष्ट्र में आज तक सिर्फ दो मुख्यमंत्री ही रहे हैं, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया है. ये हैं वसंत राव नाइक और देवेन्द्र फडणवीस. वसंत राव लगातार 11 साल तक सीएम रहे थे.
1960 में वजूद में आने के बाद महाराष्ट्र राज्य, 1962 से लेकर 2014 तक 18 मुख्यमंत्रियों का गवाह रहा है.
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एनसीपी प्रमुख शरद पवार पांच बार, विलासराव देशमुख, शंकर राव चौहान, वसंत दादा पाटिल दो-दो बार सीएम बने हैं. लेकिन इनमें से कोई भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका.
नारायण राणे सबसे कम समय के लिए मुख्यमंत्री रहे. 1980 से 1982 तक अब्दुल रहमान अंतौले ने दो साल सीएम का कार्यभार संभाला था.
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देखना दिलचस्प होगा कि 21 अक्टूबर को राज्य में होने वाले मतदान में जनता राज्य की बागडोर किसके हाथ में देती है.