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महाराष्ट्र चुनाव में जनादेश भाजपा-शिवसेना गठबंधन को मिला है : मराठी समाचार पत्र

महाराष्ट्र में सरकार के गठन पर गतिरोध के बीच एक मराठी दैनिक समाचार-पत्र ने यह बात दोहराई है कि विधानसभा चुनाव में जनादेश भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए है.

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Published : Nov 6, 2019, 12:07 AM IST

मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार के गठन पर गतिरोध के बीच आरएसएस की ओर झुकाव रखने वाले एक मराठी दैनिक समाचार-पत्र ने मंगलवार को दोहराया कि राज्य विधानसभा चुनाव में जनादेश भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए है, न कि किसी अन्य राजनीतिक संयोजन के लिए.

नागपुर के समाचार-पत्र 'तरुण भारत' ने शिवसेना के सांसद संजय राउत पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि एक राजा (प्रत्यक्ष तौर पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे) को दरबारियों के कारण कई बार समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन राजा को हस्तक्षेप करना पड़ता है और लोगों को आश्वस्त करना पड़ता है कि वह सर्वोच्च नेता हैं.

राउत मुख्यमंत्री पद को साझा करने की अपनी पार्टी की मांग को लेकर काफी मुखर रहे हैं.

प्रकाशन ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में जनादेश 'महायुति' (भाजपा-शिवसेना गठबंधन) के लिए है और सीटों की संख्या से लोगों के फैसले का पता चलता है कि उनके बीच बड़ा भाई कौन है.

समाचार पत्र ने मंगलवार को अपने एक संपादकीय में यह पूछने की कोशिश की कि ऐसे में क्या महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार होनी चाहिए कि नहीं, जब राज्य गंभीर कृषि संकट का सामना कर रहा है और राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले पर उच्चतम न्यायालय का फैसला भी जल्द आने वाला है.

संपादकीय में कहा गया, 'जनादेश केवल भाजपा के लिए नहीं, बल्कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए है. जनादेश किसी अन्य राजनीतिक अंकगणित के लिए भी नहीं है. लोगों के जनादेश का सम्मान दोनों दलों के शब्दों और कार्यों में प्रतिबिंबित होना चाहिए.'

पढ़ें- महाराष्ट्र में शिवसेना का ही मुख्यमंत्री बनेगा : संजय राउत

संघ और भाजपा के करीबी माने जाने वाले इस समाचार-पत्र में छपे संपादकीय में इस बात पर हैरानी जतायी गयी है कि राउत यह कैसे समझ नहीं पाए कि कांग्रेस, शिवसेना-राकांपा गठबंधन को समर्थन नहीं दे सकती क्योंकि नयी दिल्ली, बिहार और बाद में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं.

गौरतलब है कि 'तरुण भारत' ने सोमवार को शिवसेना नेता संजय राउत की तुलना राजा विक्रमादित्य को चुनौती देने वाले पौराणिक पिशाच ‘बेताल’ से की थी और कहा था कि वह महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के सत्ता में आने की संभावनाओं को आहत कर रहे हैं.

मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार के गठन पर गतिरोध के बीच आरएसएस की ओर झुकाव रखने वाले एक मराठी दैनिक समाचार-पत्र ने मंगलवार को दोहराया कि राज्य विधानसभा चुनाव में जनादेश भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए है, न कि किसी अन्य राजनीतिक संयोजन के लिए.

नागपुर के समाचार-पत्र 'तरुण भारत' ने शिवसेना के सांसद संजय राउत पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि एक राजा (प्रत्यक्ष तौर पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे) को दरबारियों के कारण कई बार समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन राजा को हस्तक्षेप करना पड़ता है और लोगों को आश्वस्त करना पड़ता है कि वह सर्वोच्च नेता हैं.

राउत मुख्यमंत्री पद को साझा करने की अपनी पार्टी की मांग को लेकर काफी मुखर रहे हैं.

प्रकाशन ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में जनादेश 'महायुति' (भाजपा-शिवसेना गठबंधन) के लिए है और सीटों की संख्या से लोगों के फैसले का पता चलता है कि उनके बीच बड़ा भाई कौन है.

समाचार पत्र ने मंगलवार को अपने एक संपादकीय में यह पूछने की कोशिश की कि ऐसे में क्या महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार होनी चाहिए कि नहीं, जब राज्य गंभीर कृषि संकट का सामना कर रहा है और राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले पर उच्चतम न्यायालय का फैसला भी जल्द आने वाला है.

संपादकीय में कहा गया, 'जनादेश केवल भाजपा के लिए नहीं, बल्कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए है. जनादेश किसी अन्य राजनीतिक अंकगणित के लिए भी नहीं है. लोगों के जनादेश का सम्मान दोनों दलों के शब्दों और कार्यों में प्रतिबिंबित होना चाहिए.'

पढ़ें- महाराष्ट्र में शिवसेना का ही मुख्यमंत्री बनेगा : संजय राउत

संघ और भाजपा के करीबी माने जाने वाले इस समाचार-पत्र में छपे संपादकीय में इस बात पर हैरानी जतायी गयी है कि राउत यह कैसे समझ नहीं पाए कि कांग्रेस, शिवसेना-राकांपा गठबंधन को समर्थन नहीं दे सकती क्योंकि नयी दिल्ली, बिहार और बाद में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं.

गौरतलब है कि 'तरुण भारत' ने सोमवार को शिवसेना नेता संजय राउत की तुलना राजा विक्रमादित्य को चुनौती देने वाले पौराणिक पिशाच ‘बेताल’ से की थी और कहा था कि वह महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के सत्ता में आने की संभावनाओं को आहत कर रहे हैं.

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Maha poll mandate for BJP-Sena alliance: Marathi publication
         Mumbai, Nov 5 (PTI) Amid the logjam over government
formation in Maharashtra, a Marathi daily, widely seen
inclined towards the RSS, on Tuesday reiterated that the state
Assembly polls' mandate is for the BJP-Shiv Sena alliance and
not any other political combination.
         In a veiled attack on Shiv Sena MP Sanjay Raut, who
has been quite vocal about his party's demand for sharing the
chief minister's post, the Nagpur-based publication Tarun
Bharat said a king (apparently referring to Sena chief Uddhav
Thackeray), despite facing problems from his courtiers, has to
intervene and assure people that he is the supreme leader.
         The publication on Monday also said that the mandate
in Maharashtra is for the 'Mahayuti' (BJP-Sena alliance), and
going by the number of seats won, "people have decided who is
the big brother between them".
         In an editorial on Tuesday, it sought to know whether
Maharashtra should have a stable government or not when it is
facing severe agrarian crisis and the Supreme Court's verdict
on the Ram Janmabhoomi-Babri Masjid land dispute case is
expected soon.
         "The mandate is for the BJP-Shiv Sena alliance and not
for BJP alone. The mandate is also not for any other political
arithmetic...respecting the mandate of people should reflect
in words and actions of both the saffron parties," it said.
         Hitting out at Raut, who is the executive editor of
Shiv Sena mouthpiece 'Saamana', the publication said, "The
king at times faces problems due to some of his courtiers in
the 'darbar', but the king has to intervene and assure people
that he is the supreme leader."
         The publication, believed to be close to the Sangh and
its political extension BJP, wondered how Raut failed to
understand that the Congress would not extend support to the
Shiv Sena-NCP combination, as the Assembly polls are coming up
in New Delhi, Bihar and later in Uttar Pradesh.
         NCP chief Sharad Pawar on Monday met Congress
president Sonia Gandhi in New Delhi after which he asserted
that the responsibility to form the government in Maharashtra
is with the BJP and its allies, but kept the guessing game on
with a "can't say what will happen" in the future remark.
         The Marathi daily on Monday likened Raut to 'Betaal',
the mythological ghost known for challenging King Vikramaditya
with his witty riddles, saying he was hurting the chances
of the BJP-Sena alliance to come to power in Maharashtra.
         Raut has been asserting that the state's next chief
minister of Maharashtra will be from the Shiv Sena.
         The BJP and Sena are caught in a stalemate over the
chief minister's post, with the Uddhav Thackeray-led party
demanding an equal division of the top post's tenure and the
BJP rejecting it.
         In the last month's state polls, the BJP won 105
seats, Shiv Sena-56, NCP-54 and Congress-44. PTI ND
GK
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