चेन्नई : कोरोना वायरस के बीच तामिलनाडु के मदुरै की 13 साल की लड़की को यूनाइटेड नेशंस एसोसिएशन फॉर डेवलपमेंट एंड पीस (UNADAP) के लिए गुडविल एंबेसडर टू द पुअर नियुक्त किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 65वें संस्करण में, कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में उनके योगदान का उल्लेख किया था.
13 साल की लड़की नेत्रा ने अपने पिता को कोरोना महामारी के दौरान गरीबों के लिए पांच लाख रुपये देने के लिए राजी किया, जिसे वह अपने भविष्य के लिए बचा रही थी. सैलून संचालक मोहन की बेटी नेत्रा के काम की सराहना विकास और शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के विकास कार्यक्रम में हुई- UNADAP और उन्हें 'गरीबों के लिए सद्भावना राजदूत' के रूप में नियुक्त किया. साथ ही उन्हें द डिक्सन स्कॉलरशिप भी दी गई.
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नेत्रा ने यूनाइटेड नेशंस एसोसिएशन फॉर डेवलपमेंट एंड पीस की घोषणा के बारे में ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा, 'यूएन मेरी आवाज दुनियाभर में रहने वाले गरीब लोगों तक पहंचाएगा. मेरा उद्देश्य उन लोगों की आजीविका में सुधार करना है.'
नेत्रा ने कहा कि उनकी व्यक्तिगत राय है कि अमीर लोगों को गरीब लोगों की मदद करना चाहिए. यह गरीबी खत्म करने में मदद करेगा. नेत्रा की रोल मॉडल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हैं. नेत्रा ने कहा उनके व्यक्तित्व ने भारत को विकास की राह पर ला दिया, जिसने उनको बहुत प्रभावित किया है.