काठमांडू : नेपाल की संसद का निचला सदन रविवार को नये अध्यक्ष के निर्वाचन को लेकर दिसंबर से अब तक तीसरी बार स्थगित कर दिया गया. उपाध्यक्ष शिवमाया तुंबाहंफे ने प्रतिनिधि सभा को 20 जनवरी तक स्थगित करने की घोषणा की.
सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा अध्यक्ष पद के लिये उम्मीदवार तय नहीं कर पाने के बाद सदन को एक बार फिर स्थगित करना पड़ा. शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर को शुरू हुआ था.
सत्तारूढ़ दल की सचिवालय बैठक में शनिवार को उपाध्यक्ष से इस्तीफा देने को कहा गया था. लेकिन उन्होंने यह कहते हुए पार्टी का निर्देश मानने से इनकार कर दिया था कि जबतक पार्टी उन्हें संसद के अध्यक्ष पद का उम्मीदवार नहीं बनाती है तबतक वह इस्तीफा नहीं देंगी.
कृष्ण बहादुर महरा के संसद के अध्यक्ष पद से हट जाने के बाद से यह पद खाली है. उन्होंने पिछले साल सात अक्टूबर को अपने विरूद्ध बलात्कार के प्रयास का आरोप लगने के बाद पद छोड़ दिया था.
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी अध्यक्ष के लिए नये उम्मीदवार का निर्वाचन चाहती है और उसने तुंबाहंफे से इस्तीफा देने को कहा है. नेपाल के संविधान के मुताबिक संसद के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष एक ही दल के नहीं हो सकते हैं.
इस बीच विपक्षी नेपाली कांग्रेस ने संसद की बैठक 20 जनवरी तक स्थगित करने के उपाध्यक्ष के फैसले पर ऐतराज किया है. दिसंबर में यह बैठक दो बार स्थगित की गयी थी क्योंकि सत्तारूढ़ दल अध्यक्ष का अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पायी थी.