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लव जिहाद भाजपा के लिए बना राष्ट्रीय एजेंडा! - love jihad law

क्या भाजपा राम मंदिर आंदोलन के बाद अब लव जिहाद को मुद्दा बनाने जा रही है? क्या भाजपा शासित सभी राज्यों में इसके खिलाफ कानून लाया जाएगा? इस बात पर जोर-शोर से चर्चा चल रही है. इस बीच विश्व हिंदू परिषद ने केंद्र सरकार से लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की मांग की है. इस तरह लव जिहाद भाजपा के लिए नया एजेंडा बन सकता है. पढ़िए वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना का लव जिहाद मामले पर विश्लेषण...

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लव जिहाद
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Published : Nov 24, 2020, 8:45 PM IST

Updated : Nov 25, 2020, 2:11 AM IST

नई दिल्ली : लव जिहाद का मामला उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर कई भाजपा नेताओं के लिए हमेशा से पसंदीदा मुद्दा रहा है, मगर हाल में इससे जुड़ी कई घटनाओं के बाद भाजपा शासित कई राज्य इसे लेकर कानून बनाने की बात चल रही है.

हरियाणा के बल्लभगढ़ में निकिता तोमर की हत्या की घटना के बाद मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात में भी लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने से संबंधित मसौदे अंदरखाने तैयार किए जा रहे हैं. बिहार और राजस्थान के नेता भी इस मुद्दे पर कानून लाने की मांग उठा रहे हैं.

कुछ दिन पहले भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बिहार के मुख्यमंत्री से लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की मांग की थी, जिसे बहुत ही विनम्रता से नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया था. मगर सवाल यहां यह उठता है कि जब लव जिहाद के खिलाफ पूरे देश में भाजपा के नेता इस पर आवाज उठा रहे हैं, ऐसे में मोदी और शाह की चुप्पी इस पर सवाल खड़ी कर रही है.

लव जिहाद के खिलाफ विहिप का जागरुकता अभियान
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने तो अपनी शाखाएं दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल को घर-घर जाकर हिंदू परिवारों को लव जिहाद के बारे में बताने और उससे बचने की सलाह देने संबंधित पूरा कार्यक्रम ही तैयार किया है. विहिप ने कहा है कि हिंदू परिवारों को इस बारे में शिक्षित करने के लिए उनके बीच जागरुकता अभियान चलाएं.

साथ ही विश्व हिंदू परिषद ने ऐसी पीड़ित महिलाओं के लिए सहायता अभियान भी चलाया है और लव जिहाद से संबंधित लिटरेचर तैयार कर वितरित करने की भी योजना है. पिछले महीने विश्व हिंदू परिषद ने अपनी पत्रिका में तथाकथित लव जिहाद के 147 मामलों की सूची जारी की थी, जो 2011 और 2020 के बीच हुए थे. विहिप ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपने राज्य की सरकारों पर दबाव बनाकर लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने संबंधी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.

मगर जितने जोर-शोर से यह मामला विहिप और भाजपा के नेता उठा रहे हैं, उतने ही जोर से इसके खिलाफ विपक्षी पार्टियों के नेता भी लामबंद हो रहे हैं. बीते दिनों कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि भाजपा के कई नेताओं और उनके बच्चों ने भी लव जिहाद को अंजाम दिया है, जिनमें केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, सुब्रमण्यम स्वामी की पुत्री और पूर्व संगठन मंत्री रामलाल की भतीजी के विवाह शामिल हैं.

हालांकि, इस मुद्दे पर शाहनवाज हुसैन ने कहा था कि उन्होंने लव जिहाद नहीं, बल्कि लव किया है. समय-समय इन नेताओं ने यह भी सफाई दी है कि ये मामले स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी के तौर पर किए गए थे, न कि लव जिहाद के मामले हैं और अभी तक वह इन विवाह को निभा भी रहे हैं. इन नेताओं ने अपना नाम लेने पर विपक्षी नेताओं की भर्त्सना की है.

'लव जिहाद एक विचित्र अपराध'
आरएसएस की मुस्लिम शाखा राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के अध्यक्ष इंद्रेश कुमार ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि लव जिहाद एक विचित्र प्रकार का अपराध है. इसमें युवक अपनी पहचान छिपाकर अपराध करता है और फिर लड़कियों के साथ जबरदस्ती की जाती है, जो असंवैधानिक है और अमानवीय है. यह भारत की आस्था के विरुद्ध कार्य है.

इंद्रेश कुमार से बातचीत

उन्होंने कहा कि इसलिए इसे रोकने के लिए सभी राज्यों में कानून बनाना चाहिए. इस पर वोट बैंक की पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए. कानून से नैतिकता की भी रक्षा होगी और संविधान की भी रक्षा होगी और भारत में मानवता की रक्षा होगी, इसलिए केंद्र और देशों में सहमति बनाकर कानून बनाना चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा कि लव जिहाद के खिलाफ राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने एक व्यापक जन जागरण अभियान छेड़ा है, जिसे इंदौर और कन्याकुमारी से शुरू किया गया है.

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन का बयान

पूरी दुनिया लव जिहाद से त्रस्त
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि लव जिहाद एक मानसिकता है, जिसमें गैर मुस्लिम महिलाओं को माले गनीमत समझा जाता है और इसलिए उनको उनके घरों से निकालकर इस्लाम में प्रवेश कराना सवाब माना जाता है.

उन्होंने आरोप लगाया कि पूरी दुनिया आज इससे त्रस्त है. गैर मुस्लिम महिलाओं को जिस तरह से निशाने पर लिया जाता है, बल प्रयोग से, धोखे से और अपनी पहचान छिपा कर मुस्लिम पुरुष उनसे शादी करते हैं और फिर उन्हें छोड़ देते हैं.

डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि बल प्रयोग से या लालच देकर या जबर्दस्ती उन्हें इस्लाम में परिवर्तन कराना, ये सभी लव जिहाद के कृत्य हैं और यदि वह लड़की मना करती है, तो जैसे बल्लभगढ़ में निकिता की हत्या कर दी गई, इसी तरह हत्या कर दी जाती है. निकाह कर उनका धर्मांतरण करना और फिर उन्हें प्रताड़ित करना, जिससे परेशान होकर वह आत्महत्या कर लेती हैं.

सभ्य समाज में लव जिहाद अस्वीकार्य
विहिप ने यहां तक आरोप लगाया कि आत्महत्या के भी ऐसे मामले समाज में भरे हुए हैं और इस तरह की बातें एक सभ्य समाज में स्वीकार नहीं की जा सकती, इसलिए संपूर्ण समाज में जितने भी राष्ट्रवादी चिंतक है, इस पर प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं.

डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि कई राज्य सरकारें इस पर रोक लगाने का निर्णय कर चुकीं, लेकिन संपूर्ण देश में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, इसलिए केंद्र सरकार को भी इस विषय पर विचार करना चाहिए और जल्द से जल्द कानून लाकर गैर मुस्लिम महिलाओं को चैन की जिंदगी देने का अवसर मिलना चाहिए.

नई दिल्ली : लव जिहाद का मामला उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर कई भाजपा नेताओं के लिए हमेशा से पसंदीदा मुद्दा रहा है, मगर हाल में इससे जुड़ी कई घटनाओं के बाद भाजपा शासित कई राज्य इसे लेकर कानून बनाने की बात चल रही है.

हरियाणा के बल्लभगढ़ में निकिता तोमर की हत्या की घटना के बाद मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और गुजरात में भी लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने से संबंधित मसौदे अंदरखाने तैयार किए जा रहे हैं. बिहार और राजस्थान के नेता भी इस मुद्दे पर कानून लाने की मांग उठा रहे हैं.

कुछ दिन पहले भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बिहार के मुख्यमंत्री से लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की मांग की थी, जिसे बहुत ही विनम्रता से नीतीश कुमार ने ठुकरा दिया था. मगर सवाल यहां यह उठता है कि जब लव जिहाद के खिलाफ पूरे देश में भाजपा के नेता इस पर आवाज उठा रहे हैं, ऐसे में मोदी और शाह की चुप्पी इस पर सवाल खड़ी कर रही है.

लव जिहाद के खिलाफ विहिप का जागरुकता अभियान
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने तो अपनी शाखाएं दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल को घर-घर जाकर हिंदू परिवारों को लव जिहाद के बारे में बताने और उससे बचने की सलाह देने संबंधित पूरा कार्यक्रम ही तैयार किया है. विहिप ने कहा है कि हिंदू परिवारों को इस बारे में शिक्षित करने के लिए उनके बीच जागरुकता अभियान चलाएं.

साथ ही विश्व हिंदू परिषद ने ऐसी पीड़ित महिलाओं के लिए सहायता अभियान भी चलाया है और लव जिहाद से संबंधित लिटरेचर तैयार कर वितरित करने की भी योजना है. पिछले महीने विश्व हिंदू परिषद ने अपनी पत्रिका में तथाकथित लव जिहाद के 147 मामलों की सूची जारी की थी, जो 2011 और 2020 के बीच हुए थे. विहिप ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से अपने राज्य की सरकारों पर दबाव बनाकर लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने संबंधी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.

मगर जितने जोर-शोर से यह मामला विहिप और भाजपा के नेता उठा रहे हैं, उतने ही जोर से इसके खिलाफ विपक्षी पार्टियों के नेता भी लामबंद हो रहे हैं. बीते दिनों कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था कि भाजपा के कई नेताओं और उनके बच्चों ने भी लव जिहाद को अंजाम दिया है, जिनमें केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, सुब्रमण्यम स्वामी की पुत्री और पूर्व संगठन मंत्री रामलाल की भतीजी के विवाह शामिल हैं.

हालांकि, इस मुद्दे पर शाहनवाज हुसैन ने कहा था कि उन्होंने लव जिहाद नहीं, बल्कि लव किया है. समय-समय इन नेताओं ने यह भी सफाई दी है कि ये मामले स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी के तौर पर किए गए थे, न कि लव जिहाद के मामले हैं और अभी तक वह इन विवाह को निभा भी रहे हैं. इन नेताओं ने अपना नाम लेने पर विपक्षी नेताओं की भर्त्सना की है.

'लव जिहाद एक विचित्र अपराध'
आरएसएस की मुस्लिम शाखा राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के अध्यक्ष इंद्रेश कुमार ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि लव जिहाद एक विचित्र प्रकार का अपराध है. इसमें युवक अपनी पहचान छिपाकर अपराध करता है और फिर लड़कियों के साथ जबरदस्ती की जाती है, जो असंवैधानिक है और अमानवीय है. यह भारत की आस्था के विरुद्ध कार्य है.

इंद्रेश कुमार से बातचीत

उन्होंने कहा कि इसलिए इसे रोकने के लिए सभी राज्यों में कानून बनाना चाहिए. इस पर वोट बैंक की पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए. कानून से नैतिकता की भी रक्षा होगी और संविधान की भी रक्षा होगी और भारत में मानवता की रक्षा होगी, इसलिए केंद्र और देशों में सहमति बनाकर कानून बनाना चाहिए.

उन्होंने यह भी कहा कि लव जिहाद के खिलाफ राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने एक व्यापक जन जागरण अभियान छेड़ा है, जिसे इंदौर और कन्याकुमारी से शुरू किया गया है.

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन का बयान

पूरी दुनिया लव जिहाद से त्रस्त
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि लव जिहाद एक मानसिकता है, जिसमें गैर मुस्लिम महिलाओं को माले गनीमत समझा जाता है और इसलिए उनको उनके घरों से निकालकर इस्लाम में प्रवेश कराना सवाब माना जाता है.

उन्होंने आरोप लगाया कि पूरी दुनिया आज इससे त्रस्त है. गैर मुस्लिम महिलाओं को जिस तरह से निशाने पर लिया जाता है, बल प्रयोग से, धोखे से और अपनी पहचान छिपा कर मुस्लिम पुरुष उनसे शादी करते हैं और फिर उन्हें छोड़ देते हैं.

डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि बल प्रयोग से या लालच देकर या जबर्दस्ती उन्हें इस्लाम में परिवर्तन कराना, ये सभी लव जिहाद के कृत्य हैं और यदि वह लड़की मना करती है, तो जैसे बल्लभगढ़ में निकिता की हत्या कर दी गई, इसी तरह हत्या कर दी जाती है. निकाह कर उनका धर्मांतरण करना और फिर उन्हें प्रताड़ित करना, जिससे परेशान होकर वह आत्महत्या कर लेती हैं.

सभ्य समाज में लव जिहाद अस्वीकार्य
विहिप ने यहां तक आरोप लगाया कि आत्महत्या के भी ऐसे मामले समाज में भरे हुए हैं और इस तरह की बातें एक सभ्य समाज में स्वीकार नहीं की जा सकती, इसलिए संपूर्ण समाज में जितने भी राष्ट्रवादी चिंतक है, इस पर प्रतिबंध की मांग कर रहे हैं.

डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि कई राज्य सरकारें इस पर रोक लगाने का निर्णय कर चुकीं, लेकिन संपूर्ण देश में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, इसलिए केंद्र सरकार को भी इस विषय पर विचार करना चाहिए और जल्द से जल्द कानून लाकर गैर मुस्लिम महिलाओं को चैन की जिंदगी देने का अवसर मिलना चाहिए.

Last Updated : Nov 25, 2020, 2:11 AM IST
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