हैदराबाद : तेलंगाना सरकार ने लॉकडाउन की अवधि 29 मई तक बढ़ाने का मंगलवार को निर्णय लिया. तेलंगाना सरकार ने कहा कि वह ऐसे समय में लॉकडाउन हटा कर जोखिम मोल नहीं ले सकती, जब राज्य ने कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने में काफी प्रगति की है. मुख्यमंत्री ने प्रवासी मजदूरों से अपील की है कि वह अपने गृह राज्य वापस न जाएं, क्योंकि आज से निर्माण और विनिर्माण क्षेत्रों में काम शुरू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो लोग अपने गृह राज्यों में वापस जाना चाहते हैं, वह ऐसा कर सकते हैं क्योंकि उनके गृह राज्य भेजने की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन हम लाखों लोगों को एक साथ नहीं भेज सकते हैं.
इस तरह तेलंगाना देश में पहला राज्य बन गया है, जिसने केंद्र द्वारा घोषित 17 मई तक के लॉकडाउन के बाद भी उसे जारी रखने का निर्णय लिया है.
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मंगलवार रात एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की.
राज्य में लॉकडाउन सात मई को समाप्त होना था, लेकिन मंत्रिमंडल ने इसे अतिरिक्त 22 दिन बढ़ाने का निर्णय लिया.
राज्य सरकार ने हैदराबाद और पांच अन्य रेड जोन जिलों में किसी तरह की छूट नहीं देने का भी निर्णय लिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ऑरेंज और ग्रीन जोन में आर्थिक गतिविधियों की अनुमति के लिए जारी दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा. हैदराबाद और अन्य रेड जोन जिलों में सिर्फ निर्माण गतिविधि को छोड़कर बाकी किसी भी तरह की गतिविधि को अनुमति नहीं होगी.
उन्होंने कहा, 'रेड जोन जिलों में सिर्फ सीमेंट, स्टील, हार्डवेयर और इलेक्ट्रिक दुकानों को खुलने की अनुमति होगी.'
केसीआर ने कहा कि मंडल मुख्यालयों और गांवों में सभी दुकानें खुली रह सकती है, लेकिन ग्रीन और ऑरेंज जिलों में नगरपालिका शहरों में सिर्फ 50 प्रतिशत दुकानों को ही खुलने की अनुमति होगी. दुकानें सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक खुली रहेंगी.
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि रात का कर्फ्यू बगैर किसी ढील के पूरे राज्य में जारी रहेगा.
केसीआर ने कहा कि वह 15 मई को स्थिति की समीक्षा करेंगे, और उसके बाद निर्णय लेंगे कि रेड जोन में ढील देनी है या नहीं.