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पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-01 का सफल प्रक्षेपण

पीएसएलवी-सी49 ने नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01, नौ अन्य उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया. पढ़ें पूरी खबर...

पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-01 का प्रक्षेपण
पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-01 का प्रक्षेपण
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Published : Nov 7, 2020, 2:37 PM IST

Updated : Nov 13, 2020, 2:52 PM IST

श्रीहरिकोटा : भारत के नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों को पीएसएलवी-सी49 ने शनिवार को यहां से प्रक्षेपण के बाद सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है.

ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी49/ईओएस-01) ने 26 घंटों की उल्टी गिनती के बाद अपराह्न तीन बजकर 12 मिनट पर यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी.

ईओएस-01 का सफल प्रक्षेपण
इसरो ने कहा कि प्रक्षेपण का समय पहले तीन बजकर दो मिनट तय किया गया था लेकिन यान के मार्ग में मलबा होने की वजह से इसमें 10 मिनट की देरी की गई.यह इस साल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का पहला मिशन है. इसरो ने कहा कि ईओएस-01 से कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन में मदद मिलेगी. ग्राहकों की बात करें तो इनमें लिथुआनिया (1), लक्जमबर्ग (4) और अमेरिका (चार) के उपग्रह शामिल थे.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत के नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी तथा कहा कि भारत को इसरो पर गर्व है.

कोविंद ने ट्वीट किया, 'पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 से कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन सहायता में मजबूती मिलेगी। देश को इसरो की पूरी टीम पर गर्व है.'

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'पीएसएलवी-सी49 / ईओएस-01 और अमेरिका, लक्जमबर्ग व लिथुआनिया के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो को बहुत-बहुत बधाई। इस कोविड-महामारी के उत्पन्न हुई समस्याओं के बावजूद इस महत्वपूर्ण प्रक्षेपण की सफलता हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की प्रतिबद्धता और निरंतरता को दर्शाता है.'

भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'मैं इसरो और भारतीय अंतरिक्ष उद्योग को पीएसएलवी-सी49/ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों के आज सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई देता हूं. समय सीमा के भीतर इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कोविड-19 के इस दौर में हमारे वैज्ञानिकों को कई अवरोधों को पार करना पड़ा.'

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'इन नौ उपग्रहों में लक्जमबर्ग और अमेरिका के चार-चार और लिथुआनिया का एक उपग्रह शामिल था.'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भारत के नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और देश के अंतरिक्ष उद्योग जगत को बधाई दी तथा कहा कि भारत को अपने वैज्ञनिकों पर गर्व है.

शाह ने ट्वीट कर कहा, 'पीएसएलवी-सी49 / ईओएस-01 और अमेरिका, लक्जमबर्ग व लिथुआनिया के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो को बहुत-बहुत बधाई. यह शानदार उपलब्धि टीम इसरो की प्रतिबद्धता और निरंतरता को दर्शाती है. भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है.'

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) श्रृंखलाबद्ध अभियानों की तैयारी कर रहा है जिसमें छोटे उपग्रह प्रक्षेपण यानों का छोड़ा जाना शामिल है.

भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 तथा पोलर रॉकेट पीएसएलवी-सी 49 से नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के बाद सिवन ने यह बयान दिया.

अभियान नियंत्रण केंद्र में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने यह अभियान कोविड-19 महामारी के बाद शुरू किया। अब हमारे हाथ में कई अभियान हैं। तात्कालिक तौर पर हम पीएसएलवी- सी 50 प्रक्षेपित करेंगे। यह सीएमएस 01 उपग्रह छोड़ेगा और इसके बाद हमारा नया यान एसएसएलवी होगा.'

इसरो के अनुसार जिन उपग्रहों का वजन कम होता है और हर प्रक्षेपण स्थल से प्रक्षेपित नहीं किया जा सकता उन्हें एसएसएलवी की सहायता से छोड़ा जा सकता है.

श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), सात नवंबर (भाषा) भारत ने अपने नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 तथा अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों के नौ उपग्रहों को शनिवार को यहां ध्रुवीय रॉकेट से प्रक्षेपित किया. कोविड-19 महामारी के बीच यह इस साल का पहला अंतरिक्ष मिशन है.

यह कोविड-19 महामारी के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से पटरी से उतरे तयशुदा 10 प्रक्षेपण कार्यक्रम प्रभावित होने के बाद इस साल का पहला प्रक्षेपण है.

श्रीहरिकोटा : भारत के नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों को पीएसएलवी-सी49 ने शनिवार को यहां से प्रक्षेपण के बाद सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है.

ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी49/ईओएस-01) ने 26 घंटों की उल्टी गिनती के बाद अपराह्न तीन बजकर 12 मिनट पर यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी.

ईओएस-01 का सफल प्रक्षेपण
इसरो ने कहा कि प्रक्षेपण का समय पहले तीन बजकर दो मिनट तय किया गया था लेकिन यान के मार्ग में मलबा होने की वजह से इसमें 10 मिनट की देरी की गई.यह इस साल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का पहला मिशन है. इसरो ने कहा कि ईओएस-01 से कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन में मदद मिलेगी. ग्राहकों की बात करें तो इनमें लिथुआनिया (1), लक्जमबर्ग (4) और अमेरिका (चार) के उपग्रह शामिल थे.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत के नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी तथा कहा कि भारत को इसरो पर गर्व है.

कोविंद ने ट्वीट किया, 'पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 से कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन सहायता में मजबूती मिलेगी। देश को इसरो की पूरी टीम पर गर्व है.'

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'पीएसएलवी-सी49 / ईओएस-01 और अमेरिका, लक्जमबर्ग व लिथुआनिया के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो को बहुत-बहुत बधाई। इस कोविड-महामारी के उत्पन्न हुई समस्याओं के बावजूद इस महत्वपूर्ण प्रक्षेपण की सफलता हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की प्रतिबद्धता और निरंतरता को दर्शाता है.'

भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'मैं इसरो और भारतीय अंतरिक्ष उद्योग को पीएसएलवी-सी49/ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों के आज सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई देता हूं. समय सीमा के भीतर इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए कोविड-19 के इस दौर में हमारे वैज्ञानिकों को कई अवरोधों को पार करना पड़ा.'

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'इन नौ उपग्रहों में लक्जमबर्ग और अमेरिका के चार-चार और लिथुआनिया का एक उपग्रह शामिल था.'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भारत के नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 और ग्राहकों के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और देश के अंतरिक्ष उद्योग जगत को बधाई दी तथा कहा कि भारत को अपने वैज्ञनिकों पर गर्व है.

शाह ने ट्वीट कर कहा, 'पीएसएलवी-सी49 / ईओएस-01 और अमेरिका, लक्जमबर्ग व लिथुआनिया के नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो को बहुत-बहुत बधाई. यह शानदार उपलब्धि टीम इसरो की प्रतिबद्धता और निरंतरता को दर्शाती है. भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है.'

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) श्रृंखलाबद्ध अभियानों की तैयारी कर रहा है जिसमें छोटे उपग्रह प्रक्षेपण यानों का छोड़ा जाना शामिल है.

भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 तथा पोलर रॉकेट पीएसएलवी-सी 49 से नौ अन्य उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण के बाद सिवन ने यह बयान दिया.

अभियान नियंत्रण केंद्र में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने यह अभियान कोविड-19 महामारी के बाद शुरू किया। अब हमारे हाथ में कई अभियान हैं। तात्कालिक तौर पर हम पीएसएलवी- सी 50 प्रक्षेपित करेंगे। यह सीएमएस 01 उपग्रह छोड़ेगा और इसके बाद हमारा नया यान एसएसएलवी होगा.'

इसरो के अनुसार जिन उपग्रहों का वजन कम होता है और हर प्रक्षेपण स्थल से प्रक्षेपित नहीं किया जा सकता उन्हें एसएसएलवी की सहायता से छोड़ा जा सकता है.

श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), सात नवंबर (भाषा) भारत ने अपने नवीनतम भू-पर्यवेक्षण उपग्रह ईओएस-01 तथा अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों के नौ उपग्रहों को शनिवार को यहां ध्रुवीय रॉकेट से प्रक्षेपित किया. कोविड-19 महामारी के बीच यह इस साल का पहला अंतरिक्ष मिशन है.

यह कोविड-19 महामारी के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से पटरी से उतरे तयशुदा 10 प्रक्षेपण कार्यक्रम प्रभावित होने के बाद इस साल का पहला प्रक्षेपण है.

Last Updated : Nov 13, 2020, 2:52 PM IST
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