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रबड़ स्टांप राज्यपाल नहीं हूं, जो सिर्फ दस्तखत करे : किरण बेदी

पुडुचेरी में 31 अक्टूबर को कांग्रेस की एक बैठक में मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने उप राज्यपाल किरण बेदी के खिलाफ असंसदीय टिप्पणी की थी. इसपर किरण बेदी ने कहा है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह कोई 'रबड़ स्टांप' राज्यपाल हैं, जिसका काम सिर्फ हस्ताक्षर करना है. जानें विस्तार से...

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Published : Nov 2, 2019, 9:23 PM IST

नई दिल्ली/पुडुचेरी : पुडुचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी द्वारा उन्हें 'राक्षस' कहे जाने के बाद जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह कोई 'रबड़ स्टांप' राज्यपाल हैं, जिसका काम सिर्फ हस्ताक्षर करना है.

किरण बेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री एक प्रशासक को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, जो मामला-दर-मामला के आधार पर उन्हें भेजी जाने वाली फाइलों पर अपने विवेक का इस्तेमाल करती है.

उन्होंने कहा, 'अगर आप उप राज्यपाल से किसी बात पर स्वीकृति चाहते हैं तो आप पहले से ही स्वयं निर्णय नहीं कर सकते. फाइल को अच्छी तरह देखने के दौरान मैं अपने विवेक का इस्तेमाल करूंगी और आप मुझसे यह उम्मीद नहीं कर सकते कि मैं इस पर अपने आप हस्ताक्षर कर दूंगी.'

बेदी ने खुद को 'राक्षस' कहे जाने के विरोध में मुख्यमंत्री नारायणसामी के खिलाफ हमला जारी रखते हुए कहा, "मुख्यमंत्री 'असली राक्षसों' को नहीं पहचानते, अगर वो चाहें तो असली राक्षसों को पहचानने में मैं उनकी मदद करूंगी."

उन्होंने आरोप लगाया कि पुडुचेरी में जिस दिन से उन्होंने पदभार संभाला है, तब से कांग्रेस सरकार उन्हें अपने इशारे पर चलाना चाहती है.

इसे भी पढे़ं - सुप्रीम कोर्ट पहुंची किरण बेदी, कहा- पुडुचेरी हाईकोर्ट के आदेश से भ्रम की स्थिति

'अपमानजनक बयानबाजी कर रहे हैं' मुख्यमंत्री
उप राज्यपाल ने कहा, 'मुझसे उनकी जो उम्मीदें थीं, शुरू से ही वो उनके उलट रहे. हो सकता है, वे इसके उलट व्यवहार के आदी रहे हों.'

उन्होंने कहा, 'जब मैंने उन्हें यह एहसास दिलाया कि मैं कोई रबड़ स्टांप राज्यपाल नहीं हो सकतीं, जो सिर्फ हस्ताक्षर करे, तब उन्होंने मेरे खिलाफ अशोभनीय, असभ्य और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया.'

बेदी ने कहा कि इस मुद्दे को वह अपनी मासिक रिपोर्ट में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के सामने उठाएंगी.

उन्होंने कहा कि लंबे समय से उनके राजनीतिक विरोधी उनके खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी कर रहे हैं, पोस्टर चिपका रहे हैं, कार्टून बना रहे हैं और उनके अशोभनीय कैरिकेचर बनाकर प्रदर्शित कर रहे हैं. वह इससे पहले भी केंद्र और उसके कैबिनेट सहयोगियों से नारायणसामी के खिलाफ शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है.

बेदी ने कहा, 'एक तरफ कांग्रेस सरकार पुडुचेरी के लिए पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग कर रही है तो दूसरी तरफ उसके नेता संवैधानिक प्रावधानों के तहत मौजूदा उप राज्यपाल को मिले अधिकारों एवं जिम्मेदारियों को स्वीकारना नहीं चाहते हैं.'

इसे भी पढे़ं - किरण बेदी को मद्रास HC से झटका, 'केंद्रशासित राज्यों में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं'

'राक्षस' कहे जाने पर जतायी कड़ी आपत्ति
उन्होंने कहा, 'केंद्र प्रशासित क्षेत्र अधिनियम और व्यापार एवं वित्तीय शक्तियां नियम के तहत मेरे पद के लिए निहित अधिकारों और जिम्मेदारियों के साथ मैं अपने कर्तव्य का निर्वहन करती रहूंगी.' उन्होंने कहा कि वह उनके (नारायणसामी के) 'दुर्व्यवहार के बजाय अपने काम पर कहीं अधिक ध्यान' देती हैं.

पुडुचेरी के मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें 'राक्षस' कहे जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए वह उनकी इस टिप्पणी को 'असंसदीय, असभ्य, अनुचित, अशोभनीय और अस्वीकार्य' बता चुकी हैं.

अपने व्हाट्सऐप संदेश में उन्होंने नारायणसामी से केंद्र प्रशासित क्षेत्र में जमीन हथियाने वाले और रंगदारी वसूलने वालों के रूप में मौजूद कई 'असली राक्षसों' की पहचान करने को कहा.

उन्होंने कहा कि इन राक्षसों को गुंडा भी कहा जाता है और अब इन पर पुलिस की नजर है. उन्होंने पुडुचेरी के पुलिस महानिदेशक बालाजी श्रीवास्तव द्वारा ऐसे राक्षसों की हिस्ट्री शीट खोलने के आदेश को रेखांकित किया. इसके तहत ऐसे सभी राक्षसों का काला-चिट्ठा एकत्र कर इसमें उनके साथियों और उनसे लाभ हासिल करने वालों की जानकारी रखने को कहा गया था.

इसे भी पढे़ं - अरे बाप रे! किरण बेदी के खिलाफ भी धरने पर बैठ गए CM केजरीवाल

बेदी की सलाह - असली राक्षसों की पहचान करने में सीएम की मदद करूंगी
बेदी ने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री 'असली राक्षसों' की पहचान करना चाहते हैं तो वह उनकी मदद करेंगी.

उन्होंने कहा कि वह अपने आधिकारिक निवास स्थान 'राज निवास' में खुली शिकायत समाधान प्रणाली के माध्यम से नियमित आधार पर इन 'राक्षसों' के बारे में सुनती आ रही हैं.

उन्होंने कहा, 'मुझे 'राक्षस' कहना गलत पहचान का मामला है क्योंकि राक्षस पुडुचेरी को जल-सम्पन्न नहीं बनाते और वहां पेड़ नहीं लगाते या भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में तेजी नहीं दिखाते और न ही पुडुचेरी में सीबीआई की एक शाखा खोलने के लिए कहते.'

बता दें कि पुडुचेरी में 31 अक्टूबर को कांग्रेस की एक बैठक में नारायणसामी ने बेदी के खिलाफ यह टिप्पणी की थी. उन्होंने कथित रूप से कहा था कि 'उनकी सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों के बहुत से काम को पूरा करने का भरपूर प्रयास कर रही है.'

उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने उप राज्यपाल के रूप में एक 'राक्षस' को नियुक्त किया है, जो कथित रूप से कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में बाधा डालती रहती हैं.

नई दिल्ली/पुडुचेरी : पुडुचेरी की उप राज्यपाल किरण बेदी ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी द्वारा उन्हें 'राक्षस' कहे जाने के बाद जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह कोई 'रबड़ स्टांप' राज्यपाल हैं, जिसका काम सिर्फ हस्ताक्षर करना है.

किरण बेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री एक प्रशासक को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, जो मामला-दर-मामला के आधार पर उन्हें भेजी जाने वाली फाइलों पर अपने विवेक का इस्तेमाल करती है.

उन्होंने कहा, 'अगर आप उप राज्यपाल से किसी बात पर स्वीकृति चाहते हैं तो आप पहले से ही स्वयं निर्णय नहीं कर सकते. फाइल को अच्छी तरह देखने के दौरान मैं अपने विवेक का इस्तेमाल करूंगी और आप मुझसे यह उम्मीद नहीं कर सकते कि मैं इस पर अपने आप हस्ताक्षर कर दूंगी.'

बेदी ने खुद को 'राक्षस' कहे जाने के विरोध में मुख्यमंत्री नारायणसामी के खिलाफ हमला जारी रखते हुए कहा, "मुख्यमंत्री 'असली राक्षसों' को नहीं पहचानते, अगर वो चाहें तो असली राक्षसों को पहचानने में मैं उनकी मदद करूंगी."

उन्होंने आरोप लगाया कि पुडुचेरी में जिस दिन से उन्होंने पदभार संभाला है, तब से कांग्रेस सरकार उन्हें अपने इशारे पर चलाना चाहती है.

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'अपमानजनक बयानबाजी कर रहे हैं' मुख्यमंत्री
उप राज्यपाल ने कहा, 'मुझसे उनकी जो उम्मीदें थीं, शुरू से ही वो उनके उलट रहे. हो सकता है, वे इसके उलट व्यवहार के आदी रहे हों.'

उन्होंने कहा, 'जब मैंने उन्हें यह एहसास दिलाया कि मैं कोई रबड़ स्टांप राज्यपाल नहीं हो सकतीं, जो सिर्फ हस्ताक्षर करे, तब उन्होंने मेरे खिलाफ अशोभनीय, असभ्य और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया.'

बेदी ने कहा कि इस मुद्दे को वह अपनी मासिक रिपोर्ट में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के सामने उठाएंगी.

उन्होंने कहा कि लंबे समय से उनके राजनीतिक विरोधी उनके खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी कर रहे हैं, पोस्टर चिपका रहे हैं, कार्टून बना रहे हैं और उनके अशोभनीय कैरिकेचर बनाकर प्रदर्शित कर रहे हैं. वह इससे पहले भी केंद्र और उसके कैबिनेट सहयोगियों से नारायणसामी के खिलाफ शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है.

बेदी ने कहा, 'एक तरफ कांग्रेस सरकार पुडुचेरी के लिए पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग कर रही है तो दूसरी तरफ उसके नेता संवैधानिक प्रावधानों के तहत मौजूदा उप राज्यपाल को मिले अधिकारों एवं जिम्मेदारियों को स्वीकारना नहीं चाहते हैं.'

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'राक्षस' कहे जाने पर जतायी कड़ी आपत्ति
उन्होंने कहा, 'केंद्र प्रशासित क्षेत्र अधिनियम और व्यापार एवं वित्तीय शक्तियां नियम के तहत मेरे पद के लिए निहित अधिकारों और जिम्मेदारियों के साथ मैं अपने कर्तव्य का निर्वहन करती रहूंगी.' उन्होंने कहा कि वह उनके (नारायणसामी के) 'दुर्व्यवहार के बजाय अपने काम पर कहीं अधिक ध्यान' देती हैं.

पुडुचेरी के मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें 'राक्षस' कहे जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए वह उनकी इस टिप्पणी को 'असंसदीय, असभ्य, अनुचित, अशोभनीय और अस्वीकार्य' बता चुकी हैं.

अपने व्हाट्सऐप संदेश में उन्होंने नारायणसामी से केंद्र प्रशासित क्षेत्र में जमीन हथियाने वाले और रंगदारी वसूलने वालों के रूप में मौजूद कई 'असली राक्षसों' की पहचान करने को कहा.

उन्होंने कहा कि इन राक्षसों को गुंडा भी कहा जाता है और अब इन पर पुलिस की नजर है. उन्होंने पुडुचेरी के पुलिस महानिदेशक बालाजी श्रीवास्तव द्वारा ऐसे राक्षसों की हिस्ट्री शीट खोलने के आदेश को रेखांकित किया. इसके तहत ऐसे सभी राक्षसों का काला-चिट्ठा एकत्र कर इसमें उनके साथियों और उनसे लाभ हासिल करने वालों की जानकारी रखने को कहा गया था.

इसे भी पढे़ं - अरे बाप रे! किरण बेदी के खिलाफ भी धरने पर बैठ गए CM केजरीवाल

बेदी की सलाह - असली राक्षसों की पहचान करने में सीएम की मदद करूंगी
बेदी ने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री 'असली राक्षसों' की पहचान करना चाहते हैं तो वह उनकी मदद करेंगी.

उन्होंने कहा कि वह अपने आधिकारिक निवास स्थान 'राज निवास' में खुली शिकायत समाधान प्रणाली के माध्यम से नियमित आधार पर इन 'राक्षसों' के बारे में सुनती आ रही हैं.

उन्होंने कहा, 'मुझे 'राक्षस' कहना गलत पहचान का मामला है क्योंकि राक्षस पुडुचेरी को जल-सम्पन्न नहीं बनाते और वहां पेड़ नहीं लगाते या भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने में तेजी नहीं दिखाते और न ही पुडुचेरी में सीबीआई की एक शाखा खोलने के लिए कहते.'

बता दें कि पुडुचेरी में 31 अक्टूबर को कांग्रेस की एक बैठक में नारायणसामी ने बेदी के खिलाफ यह टिप्पणी की थी. उन्होंने कथित रूप से कहा था कि 'उनकी सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों के बहुत से काम को पूरा करने का भरपूर प्रयास कर रही है.'

उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने उप राज्यपाल के रूप में एक 'राक्षस' को नियुक्त किया है, जो कथित रूप से कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में बाधा डालती रहती हैं.

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PD-DEMON-LD BEDI
Not 'rubber stamp governor' to 'sign on dotted line': Bedi
(Eds: Updating with details, quotes)
         New Delhi/Puducherry, Nov 2 (PTI) Puducherry Lt. Governor Kiran Bedi on Saturday said Chief Minister V Narayanasamy should not expect her to be a "rubber stamp governor" whose job is to only "sign on the dotted line", days after his "demon" remarks against her.
         "The chief minister is unable to accept an administrator who is applying her mind on a case-to-case basis on the files sent to her," she told PTI.
         "If you are seeking approval for certain things from the Lt. Governor, you cannot pre-decide your decision. While going through the file obviously I will apply my mind and they can't expect me to sign automatically," she said.
          Continuing her diatribe against Narayanasamy for calling her a demon, Bedi also said it may be a case of mistaken identity and offered to help him identify the "real demons".
         She alleged that from the day she assumed office in Puducherry, the Congress government expected her to toe its line. "From the beginning their expectation from me was different. Probably they were habituated differently," she said.
         She said when she made them understand that she could not be a "rubber stamp governor" who would "sign on the dotted line", they started using "crude, rude and foul" language against her.
         Bedi said she will take up the issue with the President, Vice-President, Prime Minister and the Union Home Minister in her monthly report.
         She said that for very long, her political opponents have been issuing derogatory statements, pasting posters, drawing cartoons, and displaying vicious caricatures against her. She has complained to the Centre against Naryanasamy and his cabinet colleagues in the past but has not received any reply so far.
         "On the one hand, the Congress government demands statehood for Puducherry and on the other, they do not want to accept the current powers and responsibilities of the Lt. Governor as per the constitutional provisions," Bedi said.
         "I will continue to discharge my duty with the powers and responsibilities vested on my post under the Union Territories Act, and business and financial powers rules," she said, adding that she was more focussed on her work "rather than his (Narayanasamy's) misbehaviour".
         Strongly objecting to the Puducherry chief minister's reference to her as a "demon", Bedi had termed his comments as "unparliamentary, uncalled for, uncivilised, uncouth and unacceptable".
         In a WhatsApp message, she asked Narayanasamy to identify many "real demons" who were present in the form of land-grabbers and extortionists in the Union Territory.
         These demons, also called rowdies, were now coming under police surveillance, she said while pointing out that Puducherry Director General of Police Balaji Shrivastava had directed opening of history-sheets of all such demons and they would have on record names of all their associates and beneficiaries too.
         At the same time, Bedi said she would help the chief minister, if he wants to identify the 'real demons'.
         She further said she has been hearing about these "demons" on a regular basis through the open grievances redressal system at Raj Nivas, her official residence.
         "Calling me a demon may be a case of mistaken identity," she said, adding, "demons do not make Puducherry water-rich and plant trees, or be vigilant on acts of corruption and ask for a branch of CBI in Puducherry."
         Narayanasamy, while speaking at a Congress party meeting in Puducherry on October 31, had reportedly said that his government was "putting in strenuous efforts to ameliorate the lot of the people through various welfare schemes".
         The Centre had posted a 'demon' in Puducherry and she had been hindering the implementation of the schemes, he had claimed. PTI JBL/COR NVG RDM
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