श्रीनगर : कश्मीर के स्थानीय व्यापारियों और उद्योगों ने बुधवार को इस संघ शासित प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों के पुनरुत्थान के लिये व्यापक आर्थिक पैकेज दिये जाने की मांग की है. उनका कहना है कि वह पिछले साल अगस्त से नुकसान झेल रहे हैं.
केन्द्र सरकार ने पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू एवं कश्मीर राज्य से संविधान की धारा 370 को हटा लिया था, जिसके बाद इस राज्यों को दो संघ शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया.
कश्मीर चैंबर आफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्री (केसीसीआई) के अध्यक्ष शेख आशिक ने यहां कहा, 'हमारा कारोबार पिछले दस माह से नुकसान उठा रहा है. हम कभी भी लॉकडाउन से बाहर नहीं निकल पाये. हमने केन्द्रीय गृह मंत्री, केन्द्रीय वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री से मुलाकात की और उन्हें व्यापारियों को हो रहे नुकसान के बारे में बारे में बताया. हमने उन्हें कश्मीर के व्यवसायिक समुदाय के समक्ष आ रही चुनौतियों के बारे में भी बताया है.'
उन्होंने कहा, 'हम इन बैठकों से बेहतर परिणाम की उम्मीद लगाये बैठे थे, लेकिन कोविड- 19 के प्रसार ने सब कुछ बिगाड़ दिया.'
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केसीसीआई के अध्यक्ष एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. यह संवाददाता सम्मेलन 30 व्यापार और व्यवसायिक संगठनों की तरफ से आयोजित किया गया. इसमें विनिर्माण और पर्यटन क्षेत्र के प्रतिनिधि भी शामिल थे.