श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर(पीओके) के बीच चलने वाली बस कारवां-ए-अमन की सेवा को आज सीमा रेखा नियंत्रण पर स्थागित कर दिया. पीओके के एक आधिकारी ने बताया कि यहां पर पब्लिक हॉलीडे होने के कारण ऐसा किया गया है.
कारवां-ए-अमन बस श्रीनगर से पीओके के राजधानी मुजफ्फराबाद तक सप्ताह में एक दिन में चलती है. इसके पहले इस बस को 31 जुलाई को भी स्थागित कर दिया गया था.
21 जुलाई को पाक की तरफ से आ रहे ट्रक में 66.5 किलो हेरोइन और ब्राउन शुगर बरामद किया गया था. जिसकी कीमत करीब 300 करोड़ थी. उसके बाद श्रीनगर और मुजफ्फराबाद को जोड़ने वाले सड़क को व्यापारिक रूप से बंद कर दिया गया था.
जम्मू और कश्मीर राज्य सड़क परिवहन निगम कश्मीर (घाटी) में मौजूदा स्थिति और पाकिस्तान अधिकारियों द्वारा अमन सेतु (श्रीनगर को मुजफ्फराबाद से जोड़ने वाला एक पुल) की मरम्मत के मद्देनजर, कारवाँ-ए-अमन बस सेवा को रोक दिया गया था.
दोनों पक्षों के नागरिकों को उनके सुरक्षित उनके घर वापस भेजने के लिए विशेष व्यवस्था की गई.
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बता दें कि कारवां-ए-अमन बस सेवा की शुरुआत 1999 में कारगिल युद्ध के बाद हुई. जो दोनों देशों के बीच विश्वास निर्माण करने के लिए हुआ. 2005 में भारत और पाकिस्तान द्वारा यात्रा की अनुमति मिलने के बाद हजारों परिवारों की मदद के लिए इसका विस्तार किया गया. 2016 में सीमा पर संघर्ष विराम के कारण बस सेवा स्थागित कर दी थी. कुछ दिन पुनः सेवा शुरू कर दिया गया.