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पोहे खाने की स्टाइल से की बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान : कैलाश विजयवर्गीय - कैलाश विजयवर्गीय अजीबोगरीब बयान

बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नागरिकता संशोधन कानून पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एक अजीबोगरीब बयान दिया है. कैलाश का कहना है कि, पोहे खाने की आदत से बांग्लादेशी घुसपैठियों को पहचान लेते हैं.

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कैलाश विजयवर्गीय
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Published : Jan 24, 2020, 2:29 PM IST

Updated : Feb 18, 2020, 5:50 AM IST

इंदौर : बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का अजीबोगरीब बयान सामने आया है. विजयवर्गीय का कहना है कि, मेरे घर में काम कर रहे मजदूरों के पोहा खाने के स्टाइल से मैं समझ गया, कि वो बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं.

उन्होनें दावा किया की, बीते डेढ़ साल से एक बांग्लादेशी उनकी रेकी कर रहा था.

कैलाश विजयवर्गीय का बयान

विजयवर्गीय इंदौर में नागरिकता संशोधन कानून पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे थे.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, कुछ दिन पहले मेरे घर में एक कमरे के निर्माण का काम चल रहा था, उसी दौरान उन्होंने देखा की कुछ मजदूर थाली भर के पोहा खा रहे हैं.

विजयवर्गीय का कहना है कि उनके खाने का तरीका मुझे अजीब लगा. वे केवल पोहा खा रहे थे. मैंने सुपरवाइजर से मजदूरों के बारे में पूछा, कि यह मजदूर कहां के हैं. इस पर सुपरवाइजर ने बताया की ये पश्चिम बंगाल के हैं, लेकिन वो किस जिले के हैं यह नहीं पता.

पढ़ें- ओवैसी पर भड़के वसीम रिजवी, कहा- लुटेरे थे मुगल, अपनी लैलाओं के लिए बनवाया ताजमहल

इसके बाद कैलाश विजयवर्गी को आशंका हुई कि यह बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं. उन्होंने सभी मजदूरों को घर के निर्माण कार्य से हटवा दिया.

कैलाश ने बताया की, सिर्फ बांग्लादेशी ही नहीं अन्य देशों के घुसपैठिए भी भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं. इसलिए देश में नागरिकता संशोधन कानून की जरूरी है.

उन्होनें यह भी दावा किया कि, बांग्लादेश का एक आतंकवादी बीते डेढ़ साल से उनकी रेकी कर रहा था, जिसके कारण उनकी सुरक्षा तक बढ़ानी पड़ी है.

इंदौर : बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का अजीबोगरीब बयान सामने आया है. विजयवर्गीय का कहना है कि, मेरे घर में काम कर रहे मजदूरों के पोहा खाने के स्टाइल से मैं समझ गया, कि वो बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं.

उन्होनें दावा किया की, बीते डेढ़ साल से एक बांग्लादेशी उनकी रेकी कर रहा था.

कैलाश विजयवर्गीय का बयान

विजयवर्गीय इंदौर में नागरिकता संशोधन कानून पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे थे.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, कुछ दिन पहले मेरे घर में एक कमरे के निर्माण का काम चल रहा था, उसी दौरान उन्होंने देखा की कुछ मजदूर थाली भर के पोहा खा रहे हैं.

विजयवर्गीय का कहना है कि उनके खाने का तरीका मुझे अजीब लगा. वे केवल पोहा खा रहे थे. मैंने सुपरवाइजर से मजदूरों के बारे में पूछा, कि यह मजदूर कहां के हैं. इस पर सुपरवाइजर ने बताया की ये पश्चिम बंगाल के हैं, लेकिन वो किस जिले के हैं यह नहीं पता.

पढ़ें- ओवैसी पर भड़के वसीम रिजवी, कहा- लुटेरे थे मुगल, अपनी लैलाओं के लिए बनवाया ताजमहल

इसके बाद कैलाश विजयवर्गी को आशंका हुई कि यह बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं. उन्होंने सभी मजदूरों को घर के निर्माण कार्य से हटवा दिया.

कैलाश ने बताया की, सिर्फ बांग्लादेशी ही नहीं अन्य देशों के घुसपैठिए भी भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं. इसलिए देश में नागरिकता संशोधन कानून की जरूरी है.

उन्होनें यह भी दावा किया कि, बांग्लादेश का एक आतंकवादी बीते डेढ़ साल से उनकी रेकी कर रहा था, जिसके कारण उनकी सुरक्षा तक बढ़ानी पड़ी है.

Intro:इंदौर, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के घर में बांग्लादेशी घुसपैठिए निर्माण कार्य करवा रहे थे दरअसल यह खुलासा खुद कैलाश विजयवर्गीय ने किया है उन्होंने इंदौर में सी ए ए पर आयोजित एक परिसंवाद को संबोधित करते हुए बताया कि हाल ही में उनके बेटे की शादी के लिए घर में जो रूम तैयार हो रहा है उसमें बांग्लादेशी घुसपैठिए काम कर रहे थे जिनकी थाली भर कर पोहे खाने की आदत से पहचान हुई हालांकि बाद में उन्हें हटवा दिया गया


Body:श्री विजयवर्गीय ने बताया कि जब वे अपने नंदा नगर स्थित घर के कक्ष में जा रहे थे तो उन्होंने घर में काम कर रहे आठ दस मजदूरों को पोहा खा कर देखा जब उन्होंने घर में पूछा कि यह लोग खाना क्यों नहीं खा रहे हैं तो बताया गया कि यह लोग खाना नहीं सिर्फ वह खाते हैं इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने मजदूरों से पूछा की आप लोग कहां से हो और खाना क्यों नहीं खाते इस पर जब मजदूर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए तो उन्होंने सुपरवाइजर को बुलाकर पूछा कि यह मजदूर कहां के हैं इस पर सुपरवाइजर ने बताया की यह पश्चिम बंगाल के हैं लेकिन वहां किस जिले के हैं यह नहीं पता इसके बाद कैलाश विजयवर्गी को आशंका हुई कि यह बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं नतीजतन उन्होंने सभी मजदूरों को घर के निर्माण कार्य से हटवा दिया कैलाश ने बताया की सिर्फ बांग्लादेशी ही नहीं अन्य देशों के घुसपैठिए भी भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है इसलिए देश में नागरिकता संशोधन विधेयक जरूरी है उन्होंने बताया की बांग्लादेश का एक आतंकवादी बीते डेढ़ साल से उनकी रेकी कर रहा था जिसके कारण उनकी सुरक्षा तक बढ़ानी पड़ी है


Conclusion:एक्सटेंशन कैलाश विजयवर्गीय भाजपा महासचिव
Last Updated : Feb 18, 2020, 5:50 AM IST
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