नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव2021 का प्रचार पूरे जोर-शोर से चल रहा है. भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस(टीएमसी) मुख्य तौर से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं. जहां, भारतीय जनता पार्टी में टीएमसी नेताओं के शामिल होने का भी तांता लगा हुआ है वहीं, इसकी बौखलाहट टीएमसी में साफ-साफ नजर आ रही है. भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर आगे क्या तैयारी और रणनीति है. इन तमाम बातों पर भारतीय जनता पार्टी के बंगाल प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना ने खास बात की.
सवाल- पार्टी दावा कर रही है कि टीएमसी के और भी एमएलए पार्टी के संपर्क में हैं, लेकिन सवाल यहां यह उठता है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में भी अंदरखाने इस बात को लेकर असहजता है कि बाहरी लोगों की ज्यादा भीड़ हो रही है.
जवाब: ईटीवी भारत से बात करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. हमारी पार्टी में सामूहिक निर्णय लिए जाते हैं और पार्टी जो भी निर्णय करती है वह सभी लोगों के साथ बैठकर चर्चा करने के बाद ही जाते हैं. किसी भी प्रकार की हमारे नेताओं के बीच कोई भी असहजता नहीं है. जब भी किसी की जॉइनिंग होती है तो नीचे के कार्यकर्ता से लेकर ऊपर तक के कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श करने के बाद ही भारतीय जनता पार्टी में किसी को शामिल कराया जाता है.
सवाल- भारतीय जनता पार्टी काफी दिनों से पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी पर प्रायोजित हिंसा और अपने कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा करने के आरोप लगा रही है. बावजूद उसके पश्चिम बंगाल में हिंसा रुक नहीं रही है. क्या आपको लगता है कि चुनाव नजदीक आने के साथ-साथ इन हिंसा की घटनाओं में भी और वृद्धि हो सकती है?
जवाब: बीजेपी के बंगाल प्रभारी ने कहा कि जैसे-जैसे ममता जी की जमीन खिसकती जा रही है वह बौखलाहट में आती जा रही है. यही वजह है कि ममता जी बोलती हैं और उनके कार्यकर्ता हिंसा करने में लग जाते हैं. कुल मिलाकर यह फ्रस्ट्रेशन है और इसी फ्रस्ट्रेशन की वजह से बंगाल में हिंसा बढ़ती जा रही है.
सवाल- भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही में एक मुट्ठी चावल के कार्यक्रम की शुरुआत की और हमने देखा कि ग्रामीण अंचल में यह कार्यक्रम काफी लोकप्रिय भी हो रहा है. क्या इस कार्यक्रम के बहाने वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है?
जवाब: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि मैं यहां यह कहना चाहूंगा कि यह कार्यक्रम किसी वोट बैंक का सवाल नहीं है. यहां सवाल हमारे किसानों के प्रति प्रतिबद्धता का है. उनकी समस्याओं के निराकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है और उन्हें उस समस्या के समाधान के लिए हम यह उन्हें भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हम किसानों के साथ हैं और इस कार्यक्रम के माध्यम से हम किसानों के बीच भरोसा जगाने की कोशिश कर रहे हैं. मोदी जी की सरकार किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों को पैसे पहुंचा रही है मगर दुर्भाग्य है कि यह पैसा बंगाल में किसानों के पास नहीं पहुंच रहा है और बाकी भी जो योजनाएं किसानों की हैं वह किसानों तक नहीं पहुंच पा रही है इसलिए बंगाल में जब हमारी सरकार आएगी तो हम किसानों को इन तमाम योजनाओं का लाभ देंगे.
सवाल- क्या टीएमसी के कुछ और भी नेता भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में है क्योंकि आपने पहले 41 विधायकों का दावा भी किया था.
जवाब: कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह बात सही है कि टीएमसी के काफी नेता हमारे संपर्क में हैं, लेकिन फिलहाल हम नंबर नहीं बता सकते. आगे आपको खुद ही पता चलेगा.
सवाल- बंगाल को लेकर भारतीय जनता पार्टी और टीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू से ही चल रही है. बीजेपी ने बंगाल को लेकर काफी पहले से तैयारी शुरू कर दी थी क्या आगे आने वाले दिनों में भी बड़े नेताओं के कुछ कार्यक्रम बंगाल में देखने को मिलेंगे.
जवाब: इस प्रश्न का जवाब देते हुए बंगाल प्रभारी ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डजी और गृह मंत्री अमित शाह के कई कार्यक्रम बंगाल में अभी आगे देखने को मिलेंगे. इसके अलावा भी पार्टी चुनाव तक कई कार्यक्रम तैयार कर रही है, जिसमें परिवर्तन यात्रा भी शामिल है.
सवाल- क्या बीजेपी को भरोसा है कि अपने दमखम पर वहां पूर्ण बहुमत की सरकार बना लेगी.
जवाब: कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बंगाल में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है ऐसा हमारा विश्वास है.