ETV Bharat / bharat

अवध-असम एक्सप्रेस से 6 बच्चों को किया रेस्क्यू

अवध-असम एक्सप्रेस से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया है. इन तमाम बच्चों को रेस्क्यू कर संस्थान ने जीआरपी गाजियाबाद को सौंप दिया है. बच्चों का मेडिकल होने के बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया जाएगा.

child traficking
बाल मजदूरी
author img

By

Published : Sep 15, 2020, 9:27 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी की संस्था बचपन बचाओ आंदोलन ने अवध-असम एक्सप्रेस से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया है. इन तमाम बच्चों को रेस्क्यू कर संस्थान ने जीआरपी गाजियाबाद को सौंप दिया है. बचपन बचाओ आंदोलन संस्था के रेड एंड रेस्क्यू विंग के कंट्री हेड अरशद मेहंदी ने बताया कि देश भर से बच्चों कि ट्रैफिकिंग की सूचना हमारी संस्था के केंद्रीय कार्यालय में आती है. इसके आधार पर विभिन्न टीमों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाते हैं.

9 से 14 साल के बच्चे

अरशद मेहंदी ने बताया कि कल हमें सूचना मिली थी कि अवध-असम एक्सप्रेस में करीब 10 से 12 बच्चों को काम करने के लिए दिल्ली लाया जा रहा है. हमारी टीम के कई सदस्य हापुड़ से ट्रेन में चढ़े और इन तमाम बच्चों की तलाश की. इसके बाद 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है. इन तमाम बच्चों की आयु 9 से 14 साल है. इन बच्चों को बिहार और बंगाल से दिल्ली लाया जा रहा था. रेस्क्यू के बाद इन तमाम बच्चों को जीआरपी गाजियाबाद को सौंप दिया गया है.

अवध-असम एक्सप्रेस से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया
सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किए जाएंगे बच्चे

गाजियाबाद जीआरपी थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन से कुछ बच्चों को बाल मजदूरी पर ले जाने की सूचना पर एक संस्था की मदद से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है. बच्चों का मेडिकल होने के बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया जाएगा.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी की संस्था बचपन बचाओ आंदोलन ने अवध-असम एक्सप्रेस से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया है. इन तमाम बच्चों को रेस्क्यू कर संस्थान ने जीआरपी गाजियाबाद को सौंप दिया है. बचपन बचाओ आंदोलन संस्था के रेड एंड रेस्क्यू विंग के कंट्री हेड अरशद मेहंदी ने बताया कि देश भर से बच्चों कि ट्रैफिकिंग की सूचना हमारी संस्था के केंद्रीय कार्यालय में आती है. इसके आधार पर विभिन्न टीमों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाते हैं.

9 से 14 साल के बच्चे

अरशद मेहंदी ने बताया कि कल हमें सूचना मिली थी कि अवध-असम एक्सप्रेस में करीब 10 से 12 बच्चों को काम करने के लिए दिल्ली लाया जा रहा है. हमारी टीम के कई सदस्य हापुड़ से ट्रेन में चढ़े और इन तमाम बच्चों की तलाश की. इसके बाद 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है. इन तमाम बच्चों की आयु 9 से 14 साल है. इन बच्चों को बिहार और बंगाल से दिल्ली लाया जा रहा था. रेस्क्यू के बाद इन तमाम बच्चों को जीआरपी गाजियाबाद को सौंप दिया गया है.

अवध-असम एक्सप्रेस से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया
सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किए जाएंगे बच्चे

गाजियाबाद जीआरपी थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन से कुछ बच्चों को बाल मजदूरी पर ले जाने की सूचना पर एक संस्था की मदद से 6 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है. बच्चों का मेडिकल होने के बाद चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.