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कोरोना से लड़ने में पूरी तरह फेल झारखंड सरकार : जयंत सिन्हा

पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड के हजारीबाग से भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जयंत सिन्हा ने कोरोना पर सीएम हेमंत सोरेन को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार को काफी समय मिला था, लेकिन सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को उस दौरान दुरुस्त नहीं किया. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में प्रशासनिक कुशलता नहीं है, वो पूरी तरह फेल साबित हो रहे हैं.

सांसद जयंत सिन्हा से बातचीत करते संवाददाता शशांक कुमार
सांसद जयंत सिन्हा से बातचीत करते संवाददाता शशांक कुमार
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Published : Aug 1, 2020, 7:53 PM IST

नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड के हजारीबाग से भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण झारखंड में स्थिति भयावह होते जा रही है. बहुत ही दयनीय स्थिति है. करीब 12,000 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं और 105 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

'मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में प्रशासनिक कुशलता नहीं है, वो पूरी तरह फेल'
जयंत सिन्हा ने कहा कि झारखंड सरकार को काफी समय मिला था, लेकिन सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को उस दौरान दुरुस्त नहीं किया. लोगों को अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने अपनी तरफ से सभी राज्यों की हर संभव मदद की है. झारखंड की भी पूरी मदद की. लेकिन अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए झारखंड सरकार कहती है केंद्र सरकार कोरोना संकट में मदद नहीं की. उन्होंने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र हजारीबाग में राज्य सरकार ध्यान ही नहीं दे रही है. इस संकट के दौर में वे और हजारीबाग में जितने विधायक हैं, सब मिलकर जनता की सेवा कर रहे हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में प्रशासनिक कुशलता नहीं है, वो पूरी तरह फेल साबित हो रहे हैं.

सांसद जयंत सिन्हा से बातचीत करते संवाददाता शशांक कुमार

'अपने संसदीय क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा मास्क बांटे'
उन्होंने कहा कि अपने संसदीय क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा मास्क बांटे, अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, पीपीई किट की व्यवस्था कराई. लोगों को हर जरुरी संसाधन मुहैया कराया. क्वॉरेंटाइन सेंटर भी कई जगह हजारीबाग में बनवाया था. राज्य सरकार ने तो हजारीबाग की मदद ही नहीं की. झारखंड में डॉक्टर-नर्स को राज्य सरकार पीपीई किट, मास्क नहीं देती, स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है. मौजूदा दौर में राजनीति करने के बजाय झारखंड सरकार को जनता की सेवा करनी चाहिए. झारखंड में कोरोना बाद में पहुंचा. झारखंड सरकार को तैयारी करने का काफी समय मिला था, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया और इसी कारण आज स्थिति दयनीय है.

'झारखंड सरकार पूरी तरह से कंफ्यूज है'
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन को हर 2-3 दिन में एक बार प्रेसवार्ता करनी चाहिए और जो मौजूदा स्थिति है उसकी जानकारी जनता को देनी चाहिए. झारखंड सरकार ने 31 अगस्त तक लॉकडाउन बढ़ाया है, लेकिन लॉकडाउन का अच्छे से पालन नहीं हो रहा है. कोरोना को लेकर गलत नियम कानून भी बनाया जा रहा है. झारखंड सरकार ने नियम बनाया था कि जो मास्क नहीं पहनेगा उसको 1 लाख रुपए का जुर्माना देना होगा, या दो साल की जेल होगी. सिन्हा ने कहा कि ये बहुत ही गलत निर्णय था. झारखंड सरकार पूरी तरह से कंफ्यूज है और उसको समझ ही नहीं आ रहा है कि कोरोना से कैसे लड़ना है.

'झारखंडवासियों से आग्रह है कि सामाजिक दूरी बनाकर रहें'
जयंत सिन्हा ने कहा कि झारखंडवासियों से आग्रह है कि सामाजिक दूरी बनाकर रहें, मास्क जरुर पहना करें. कोरोना के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और झारखंड सरकार ने जो गाइड लाइन जारी किए उसका पालन करें. स्थिति यह है कि कोरोना से जिन लोगों की मौत हो रही है, उनका अंतिम संस्कार कराने में उनके परिजनों को दिक्कत आ रही है.

'सरकार अंदरूनी कलह के कारण गिर जाए तो वह अलग बात'
वहीं, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजद सुप्रीमो लालू यादव को रिम्स के पेइंग वार्ड से रिम्स के डायरेक्टर के आवास पर शिफ्ट किया जा रहा है. इस पर जयंत सिन्हा ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि VIP सुविधा किसी को नहीं मिलनी चाहिए. सभी लोग एक समान हैं. सभी लोगों को एक जैसी सुविधा मिलनी चाहिए. ऐसे कई लोग हैं जो सड़क पर भटक रहे हैं, लेकिन उन लोगों को अस्पताल में बेड तक नसीब नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में JMM, कांग्रेस आरजेडी गठबंधन की सरकार है. सरकार अंदरूनी कलह से जूझ रही है. कई मुद्दों पर इन लोगों को आपस में मतभेद है. इसमें भाजपा का कोई हाथ नहीं है. झारखंड सरकार को भाजपा नहीं गिराएगी. यह सरकार अंदरूनी कलह के कारण गिर जाए तो वह अलग बात है.

ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर : पाक ने किया सीजफायर का उल्लंघन, एक जवान शहीद

'कांग्रेस के कई विधायक भी हेमंत सरकार से नाराज'
जयंत सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस के कई विधायक भी हेमंत सरकार से नाराज हैं. कांग्रेस के कई विधायकों ने हेमंत सरकार की दिल्ली में आकर अपने आलाकमान से शिकायत भी की है. भविष्य में यह सरकार का क्या होगा यह कह पाना मुश्किल है. झारखंड में सरकार आपस में लड़ने में व्यस्त हैं और हम लोग जनता की सेवा कर रहे हैं.

जयंत सिन्हा केंद्र सरकार में वित्त राज्यमंत्री भी रह चुके हैं
जयंत सिन्हा ने कहा कि कोरोना संकट में भारत की अर्थव्यवस्था डूबने वाली नहीं है. जब लॉकडाउन होता है तो आर्थिक गतिविधियों को रोकना पड़ता है और इसके कारण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ता है. इसके बावजूद भारत की स्थिति अच्छी रहेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना तो भारत ही नहीं पूरी दुनिया भर में फैला हुआ है. भारत के मुकाबले दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था बहुत ज्यादा प्रभावित हुई है. जैसे-जैसे कोरोना पर काबू होता चला जाएगा, वैसे-वैसे अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत की बात कही है.

ये भी पढ़ें- राम मंदिर : 40 दिनों में 50 साल का सफर

एमएसएमई और शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन मिलेगा
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण लघु और मध्यम उद्योग को थोड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन सरकार ने कई तरह के पैकेज की भी घोषणा की है. जिससे इस सेक्टर के लोगों को राहत मिल रहा है. नई शिक्षा नीति की भी घोषणा हुई है, जिससे एमएसएमई और शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन मिलेगा.

नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री और झारखंड के हजारीबाग से भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण झारखंड में स्थिति भयावह होते जा रही है. बहुत ही दयनीय स्थिति है. करीब 12,000 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं और 105 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

'मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में प्रशासनिक कुशलता नहीं है, वो पूरी तरह फेल'
जयंत सिन्हा ने कहा कि झारखंड सरकार को काफी समय मिला था, लेकिन सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को उस दौरान दुरुस्त नहीं किया. लोगों को अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने अपनी तरफ से सभी राज्यों की हर संभव मदद की है. झारखंड की भी पूरी मदद की. लेकिन अपनी नाकामियों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए झारखंड सरकार कहती है केंद्र सरकार कोरोना संकट में मदद नहीं की. उन्होंने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र हजारीबाग में राज्य सरकार ध्यान ही नहीं दे रही है. इस संकट के दौर में वे और हजारीबाग में जितने विधायक हैं, सब मिलकर जनता की सेवा कर रहे हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन में प्रशासनिक कुशलता नहीं है, वो पूरी तरह फेल साबित हो रहे हैं.

सांसद जयंत सिन्हा से बातचीत करते संवाददाता शशांक कुमार

'अपने संसदीय क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा मास्क बांटे'
उन्होंने कहा कि अपने संसदीय क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा मास्क बांटे, अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, पीपीई किट की व्यवस्था कराई. लोगों को हर जरुरी संसाधन मुहैया कराया. क्वॉरेंटाइन सेंटर भी कई जगह हजारीबाग में बनवाया था. राज्य सरकार ने तो हजारीबाग की मदद ही नहीं की. झारखंड में डॉक्टर-नर्स को राज्य सरकार पीपीई किट, मास्क नहीं देती, स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है. मौजूदा दौर में राजनीति करने के बजाय झारखंड सरकार को जनता की सेवा करनी चाहिए. झारखंड में कोरोना बाद में पहुंचा. झारखंड सरकार को तैयारी करने का काफी समय मिला था, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया और इसी कारण आज स्थिति दयनीय है.

'झारखंड सरकार पूरी तरह से कंफ्यूज है'
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन को हर 2-3 दिन में एक बार प्रेसवार्ता करनी चाहिए और जो मौजूदा स्थिति है उसकी जानकारी जनता को देनी चाहिए. झारखंड सरकार ने 31 अगस्त तक लॉकडाउन बढ़ाया है, लेकिन लॉकडाउन का अच्छे से पालन नहीं हो रहा है. कोरोना को लेकर गलत नियम कानून भी बनाया जा रहा है. झारखंड सरकार ने नियम बनाया था कि जो मास्क नहीं पहनेगा उसको 1 लाख रुपए का जुर्माना देना होगा, या दो साल की जेल होगी. सिन्हा ने कहा कि ये बहुत ही गलत निर्णय था. झारखंड सरकार पूरी तरह से कंफ्यूज है और उसको समझ ही नहीं आ रहा है कि कोरोना से कैसे लड़ना है.

'झारखंडवासियों से आग्रह है कि सामाजिक दूरी बनाकर रहें'
जयंत सिन्हा ने कहा कि झारखंडवासियों से आग्रह है कि सामाजिक दूरी बनाकर रहें, मास्क जरुर पहना करें. कोरोना के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय और झारखंड सरकार ने जो गाइड लाइन जारी किए उसका पालन करें. स्थिति यह है कि कोरोना से जिन लोगों की मौत हो रही है, उनका अंतिम संस्कार कराने में उनके परिजनों को दिक्कत आ रही है.

'सरकार अंदरूनी कलह के कारण गिर जाए तो वह अलग बात'
वहीं, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राजद सुप्रीमो लालू यादव को रिम्स के पेइंग वार्ड से रिम्स के डायरेक्टर के आवास पर शिफ्ट किया जा रहा है. इस पर जयंत सिन्हा ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि VIP सुविधा किसी को नहीं मिलनी चाहिए. सभी लोग एक समान हैं. सभी लोगों को एक जैसी सुविधा मिलनी चाहिए. ऐसे कई लोग हैं जो सड़क पर भटक रहे हैं, लेकिन उन लोगों को अस्पताल में बेड तक नसीब नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में JMM, कांग्रेस आरजेडी गठबंधन की सरकार है. सरकार अंदरूनी कलह से जूझ रही है. कई मुद्दों पर इन लोगों को आपस में मतभेद है. इसमें भाजपा का कोई हाथ नहीं है. झारखंड सरकार को भाजपा नहीं गिराएगी. यह सरकार अंदरूनी कलह के कारण गिर जाए तो वह अलग बात है.

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'कांग्रेस के कई विधायक भी हेमंत सरकार से नाराज'
जयंत सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस के कई विधायक भी हेमंत सरकार से नाराज हैं. कांग्रेस के कई विधायकों ने हेमंत सरकार की दिल्ली में आकर अपने आलाकमान से शिकायत भी की है. भविष्य में यह सरकार का क्या होगा यह कह पाना मुश्किल है. झारखंड में सरकार आपस में लड़ने में व्यस्त हैं और हम लोग जनता की सेवा कर रहे हैं.

जयंत सिन्हा केंद्र सरकार में वित्त राज्यमंत्री भी रह चुके हैं
जयंत सिन्हा ने कहा कि कोरोना संकट में भारत की अर्थव्यवस्था डूबने वाली नहीं है. जब लॉकडाउन होता है तो आर्थिक गतिविधियों को रोकना पड़ता है और इसके कारण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ता है. इसके बावजूद भारत की स्थिति अच्छी रहेगी. उन्होंने कहा कि कोरोना तो भारत ही नहीं पूरी दुनिया भर में फैला हुआ है. भारत के मुकाबले दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था बहुत ज्यादा प्रभावित हुई है. जैसे-जैसे कोरोना पर काबू होता चला जाएगा, वैसे-वैसे अर्थव्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत की बात कही है.

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एमएसएमई और शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन मिलेगा
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण लघु और मध्यम उद्योग को थोड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन सरकार ने कई तरह के पैकेज की भी घोषणा की है. जिससे इस सेक्टर के लोगों को राहत मिल रहा है. नई शिक्षा नीति की भी घोषणा हुई है, जिससे एमएसएमई और शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन मिलेगा.

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