नई दिल्ली : गुट निरपेक्ष आंदोलन (NAM) का 18वां शिखर सम्मेलन इस बार 25 व 26 अक्टूबर को अजारबैजान में होगा. सम्मेलन से पहले एनएएम के सदस्य देशों के मंत्रिस्तरीय बैठक हुई. इस दौरान भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सीमा पार से बढ़ रहे आतंकवाद पर पाकिस्तान को जमकर घेरा.
डॉ. जयशंकर ने एनएएम की मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान अपने संबोधन में सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की और इसे अंतरराष्ट्रीय शांति और विकास के लिए खतरा बताया.
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकी वित्तपोषण नेटवर्क सहित सीमा पार से संचालित कृत्यों और आतंकवादी समूहों के बीच संबंध तथा आधुनिक तकनीकों के माध्यम से घृणित विचारधाराओं के प्रसार के संकट ने किसी भी देश को नहीं छोड़ा है.
जयशंकर ने सूचना के आदान-प्रदान, आधुनिक तकनीकों के दुरुपयोग को रोकने, अवैध वित्तीय मदद की निगरानी करने और इसके साथ ही आतंकियों का सहयोग करने वाले देशों को रोकने के लिए एनएएम सदस्यों से समर्थन मांगा.
इतना ही नहीं, विदेश मंत्री ने एनएएम सदस्यों से मौजूदा कानूनू ढांचे को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर भारत द्वारा आतंकवाद के लिए प्रस्तावित सम्मेलनों का समर्थन देने के लिए भी आग्रह किया.
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गौरतलब है कि वर्ष 1961 में गुट निरपेक्ष आंदोलन की स्थापना की गई थी. भारत एनएएम शिखर सम्मेलन का संस्थापक सदस्य है. इस आंदोलन ने कई देशों के लिए स्वतंत्रता प्राप्ति की दिशा में काम किया है.