भुवनेश्वर : ओडिशा में कोरोना संकट को लेकर सभी तरह से सतर्कता बरती जा रही है. विकास आयुक्त एस सी मोहापात्र ने बताया कि कोरोना वायरस मरीजों के इलाज के लिए चिह्नित अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा का प्रबंध किया गया है और इस वायरस के संदिग्ध या पुष्ट मरीजों की देखभाल कर रहे कर्मियों को निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) दिए गए हैं.
गुरुवार को एक बयान में एस सी मोहापात्र ने बताया, 'अभी राज्य में कोविड-19 के इलाज के लिए 24 अस्पताल हैं. 11 और अस्पताल चिह्नित किए जाएंगे और ये 20 अप्रैल से काम शुरू करेंगे. डॉक्टर, नर्स एक महीने में 15 दिन काम कर रहे हैं और उनके रहने की व्यवस्था की गई है. उनके भोजन और अन्य आवश्यकताओं का भी ध्यान रखा गया है.'
उन्होंने बताया, '14 या 15 दिन काम करने के बाद उन्हें फिर से सेवाएं देने से पहले इतने ही समय के लिए पृथक रखा जा रहा है.'
मोहापात्रा ने बताया कि सभी स्वास्थ्य देखभाल सेवा प्रदाताओं को घर नहीं लौटने या इस अवधि के दौरान अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में नहीं आने के लिए कहा गया है.
उन्होंने कहा, 'अस्पताल कर्मचारियों के लिए होटलों और हॉस्टलों में रहने की व्यवस्था की गई है. उनके लिए अन्य केंद्र भी बनाए जा रहे हैं. इन पेशेवरों को कोविड-19 के मरीजों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है.'
ओडिशा में अभी तक कोरोना वायरस के 60 मामले सामने आए हैं.