ETV Bharat / bharat

पाक का मनमोहन सिंह को करतारपुर कॉरिडोर उद्घाटन में बुलाना गलत फैसला : पूर्व राजदूत का दावा

नौ नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन होने वाला है. इस समारोह के लिए पाक ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आमंत्रित करने का फैसला लिया है. इस पर भाजपा सहित अन्य लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. साथ ही पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत ने पाक के इस फैसले को गलत कूटनीतिक कदम बताया है. जानें विस्तार से उन्होंने क्या कहा...

पूर्व राजदूत और विदेशी विश्लेषक अनिल त्रिगुणायत
author img

By

Published : Oct 2, 2019, 10:26 PM IST

Updated : Oct 3, 2019, 12:06 AM IST

नई दिल्ली: करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तान की तरफ से आमंत्रित करने के फैसले पर पूर्व राजदूत और विदेश मामलों के विश्लेषक अनिल त्रिगुणायत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने पड़ोसी देश द्वारा उठाए गए इस कूटनीतिक कदम को गलत करार दिया है.

त्रिगुणायत ने 'करतारपुर कॉरिडोर' को खोलने की योजना को एक सरकार से दूसरी सरकार की पहल बताया. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अनिल त्रिगुणायत ने कहा, 'उन्हें (पाकिस्तान) पीएम मोदी को आमंत्रित करना चाहिए था. अगर मनमोहन सिंह उनके अलावा अलग से आमंत्रित होते तो यह गलत कदम नहीं होता.'

पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की...

दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हाल ही में एक टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान बताया था कि पाकिस्तान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए निमंत्रण देने की योजना बना रहा है.

वहीं, जब इस संबंध में डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यालय से संपर्क किया गया, तो उनके कार्यालय ने किसी भी प्रकार का निमंत्रण प्राप्त करने से इनकार कर दिया और आगे कोई बयान देने से भी मना कर दिया.

गौरतलब है कि अपनी सरकार के 10 वर्षों में डॉ. मनमोहन सिंह ने कभी पाकिस्तान में कदम नहीं रखा. 2011 में जरदारी प्रशासन ने अपने गृह नगर आने का निमंत्रण दिया था. लेकिन डॉ. सिंह ने 26/11 मुंबई हमले के अपराधियों को दंडित होने तक पाकिस्तान में कदम नहीं रखने का संकल्प लिया था.

अहम बात है कि डॉ सिंह को पाकिस्तान की तरफ से निमंत्रण देने वाली बात ने दिल्ली की राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा दिया है. वहीं, सत्तारूढ़ बीजेपी पहले से ही भारत की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी को घेर रही है. इसके अलावा भाजपा संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के उस भाषण पर भी कांग्रेस पर निशाना साध रही है, जिसमें खान ने पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हिंदू आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले बयान का जिक्र किया था.

इसे भी पढ़ें- मलीहा लोधी को PAK ने बलि का बकरा बनाया : पूर्व राजदूत

हालांकि, डॉ सिंह के कद्दावर राजनेता होने के कारण अनिल त्रिगुणायत ने उन्हें सिख समुदाय के लिए भी एक बड़ा चेहरा बताया, लेकिन उन्होंने इस तीर्थयात्रा को पाकिस्तान की क्षुद्र राजनीति कहा है.

वहीं भारत और पाकिस्तान दोनों ने दावा किया है कि उनकी तरफ के गलियारों का निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा से पहले खत्म हो जाएगा. आपको बता दें, पाकिस्तान पहले ही घोषणा कर चुका है कि वह गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती पर इस गलियारे का उद्घाटन करेगा.

नई दिल्ली: करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तान की तरफ से आमंत्रित करने के फैसले पर पूर्व राजदूत और विदेश मामलों के विश्लेषक अनिल त्रिगुणायत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने पड़ोसी देश द्वारा उठाए गए इस कूटनीतिक कदम को गलत करार दिया है.

त्रिगुणायत ने 'करतारपुर कॉरिडोर' को खोलने की योजना को एक सरकार से दूसरी सरकार की पहल बताया. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अनिल त्रिगुणायत ने कहा, 'उन्हें (पाकिस्तान) पीएम मोदी को आमंत्रित करना चाहिए था. अगर मनमोहन सिंह उनके अलावा अलग से आमंत्रित होते तो यह गलत कदम नहीं होता.'

पूर्व राजदूत अनिल त्रिगुणायत ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की...

दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हाल ही में एक टेलीविजन साक्षात्कार के दौरान बताया था कि पाकिस्तान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह के लिए निमंत्रण देने की योजना बना रहा है.

वहीं, जब इस संबंध में डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यालय से संपर्क किया गया, तो उनके कार्यालय ने किसी भी प्रकार का निमंत्रण प्राप्त करने से इनकार कर दिया और आगे कोई बयान देने से भी मना कर दिया.

गौरतलब है कि अपनी सरकार के 10 वर्षों में डॉ. मनमोहन सिंह ने कभी पाकिस्तान में कदम नहीं रखा. 2011 में जरदारी प्रशासन ने अपने गृह नगर आने का निमंत्रण दिया था. लेकिन डॉ. सिंह ने 26/11 मुंबई हमले के अपराधियों को दंडित होने तक पाकिस्तान में कदम नहीं रखने का संकल्प लिया था.

अहम बात है कि डॉ सिंह को पाकिस्तान की तरफ से निमंत्रण देने वाली बात ने दिल्ली की राजनीतिक सरगर्मी को बढ़ा दिया है. वहीं, सत्तारूढ़ बीजेपी पहले से ही भारत की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी को घेर रही है. इसके अलावा भाजपा संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के उस भाषण पर भी कांग्रेस पर निशाना साध रही है, जिसमें खान ने पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हिंदू आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले बयान का जिक्र किया था.

इसे भी पढ़ें- मलीहा लोधी को PAK ने बलि का बकरा बनाया : पूर्व राजदूत

हालांकि, डॉ सिंह के कद्दावर राजनेता होने के कारण अनिल त्रिगुणायत ने उन्हें सिख समुदाय के लिए भी एक बड़ा चेहरा बताया, लेकिन उन्होंने इस तीर्थयात्रा को पाकिस्तान की क्षुद्र राजनीति कहा है.

वहीं भारत और पाकिस्तान दोनों ने दावा किया है कि उनकी तरफ के गलियारों का निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा से पहले खत्म हो जाएगा. आपको बता दें, पाकिस्तान पहले ही घोषणा कर चुका है कि वह गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती पर इस गलियारे का उद्घाटन करेगा.

Intro:New Delhi: Dennoucing Pakistan administration's plans to invite former Prime Minister Dr. Manmohan Singh for the inauguration of Kartarpur Corridor on November 9th, former envoy and foreign analyst Anil Trigunayat has called it a diplomatically incorrect move from the neighbouring country.


Body:Calling 'Kartarpur Corridor' a government to government initiative, Trigunayat said, 'they should have invited PM Modi. If they would have in addition invited him there won't have been any harm.'

Pakistan Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi during a television interview spilled his government's plan of extending an invitation to former PM.

When approached to Dr. Singh's office in this regard, his office denied of receiving any invitation and refused to make any further statements.

In 10 years of his government, Dr. Singh never stepped into Pakistan. Despite an invitation to visit his home town in 2011 from the Zardari administration, Dr. Singh pledged never to step into Pak until perpetrators of 26/11 Mumbai attack were punished.


Conclusion:Pakistan's invitation to Dr. Singh created furore in Delhi's political circle. Ruling BJP which has already been accusing grand old party leaders of cosying up with Pakistan since Imran Khan's speech at the UNGA where he quoted former Home Minister Sushil Kumar Shinde accusing RSS of promoting Hindu terrorism.

Though hailing Dr. Singh's statesmanship, Anil Trigunayat called him a tall figure of the Sikh community. He even called pilgrimage far important than petty politics from Pakistan.

Both India and Pakistan claims that the construction work on their sides of the corridor will be over before the scheduled deadline. Pakistan has already announced that they will inaugurate the corridor on the 150th birth anniversary of Guru Nanak Dev ji.







Last Updated : Oct 3, 2019, 12:06 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.