पिथौरागढ़: भारतीय सेना और अर्द्धसैनिक बल से सेवानिवृत्त हुए नेपाली पेंशनरों के लिए बुधवार को उत्तराखंड के धारचूला और जौलजीबी में अंतरराष्ट्रीय झुला पुलों को खोला गया. इस दौरान नेपाल से कुल 199 लोग पेंशन लेने के लिए भारत आए. नेपाली पेंशनरों समेत कुल 453 लोगों ने भारत और नेपाल के बीच आवाजाही की. इस दौरान एसएसबी की निगरानी में पुल को निर्धारित 6 घंटे के लिए खोला गया. पेंशनरों के लिए गुरुवार और शुक्रवार को भी निर्धारित समय के लिए पुल खोले जाएंगे.
भारतीय बैंकों से पेंशन लेने वाले नेपाली पेंशनरों के लिए बुधवार को धारचूला और जौलजीबी में अंतरराष्ट्रीय झूला पुलों को खोला गया. धारचूला में 135 और जौलजीबी में 64 लोग पेंशन लेने पहुंचे. इसके अलावा प्रशासनिक अनुमति के आधार पर लोगों ने आवश्यक कार्यों के लिए भारत-नेपाल के बीच आवाजाही की. झूला पुल सुबह 8 बजे खुले और दोपहर 2 बजे फिर से बंद कर दिया गया.
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धारचूला के एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि धारचूला झूला पुल से कुल 238 लोग नेपाल से भारत आए, जबकि 151 लोग भारत से नेपाल गए. गौर हो कि नेपाल सरकार ने पेंशनरों के लिए भारत सरकार से झूला पुल खोलने का अनुरोध किया था. जिसके बाद केंद्र सरकार ने अनुरोध को स्वीकार करते हुए 21 से 23 धारचूला और जौलजीबी पुल को खोलने की अनुमति दी है.