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लेबनान धमाका : भारत के इन राज्यों में है अमोनियम नाइट्रेट का भंडार

लेबनान की राजधानी बेरूत में बंदरगाह के पास एक वेयरहाउस में हुए जोरदार धमाके का कारण अमोनियम नाइट्रेट को बताया जा रहा है. अमोनियम नाइट्रेट से अब तक बहुत ही कम दुर्घटनाएं हुई हैं, लेकिन तबाही बहुत ज्यादा हुई है. भारत में भी अमोनियम नाइट्रेट का भंडारण किया जाता है. आइए जानते हैं कि कौन से राज्यों में और कैसे इसका भंडारण किया जाता है...

Ammonium nitrate
अमोनियम नाइट्रेट
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Published : Aug 9, 2020, 1:38 PM IST

हैदराबाद : लेबनान की राजधानी बेरूत में एक वेयरहाउस में जोरदार धमाका हुआ. हालांकि इस विस्फोट की वजह अब तक सामने नहीं आई है लेकिन अधिकारियों ने विस्फोट को बंदरगाह के गोदाम में रखे अमोनियम नाइट्रेट के भंडार से जोड़ा है.

अधिकारियों द्वारा कानूनी दस्तावेजों और बयानों के अनुसार 2013 में 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट का भंडार बेरूत में लाया गया था. भंडारण की अस्थिर प्रकृति के बारे में दी गई चेतावनी के बावजूद यह अधिक आबादी वाले इलाके में सालों से रखा हुआ था.

अमोनियम नाइट्रेट क्या है :-

  • अमोनियम नाइट्रेट एक गंधहीन केमिकल पदार्थ है.
  • अमोनियम नाइट्रेट के कई अलग-अलग उपयोग हैं, लेकिन कृषि उर्वरकों और विस्फोटक के रूप में बहुतायत उपयोग होता है.
  • आग के संपर्क में आने पर यह अत्यधिक विस्फोटक होता है और विस्फोट होने पर यह नाइट्रोजन ऑक्साइड और अमोनिया सहित अन्य विषाक्त गैसों को छोड़ सकता है.
  • ज्वलनशील होने के कारण अमोनियम नाइट्रेट को सुरक्षित रूप से संग्रहित किए जाने पर सख्त नियम हैं.
  • भंडारण स्थल फायर प्रूफ होना चाहिए.
  • इसमें कोई भी ड्रेन, पाइप या कोई अन्य ऐसा चैनल नहीं होना चाहिए, जो विस्फोट का खतरा पैदा करे.

क्या कहते हैं नियम :-

  • अमोनियम नाइट्रेट नियम 2012 के तहत अमोनियम नाइट्रेट की बिक्री, उपयोग के लिए निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन होता है. नियम के अनुसार भारत में रिहायशी इलोकों में बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट का भंडारण करना अवैध है.
  • औद्योगिक विकास और विनियमन अधिनियम 1951 के तहत अमोनियम नाइट्रेट के निर्माण के लिए औद्योगिक लाइसेंस की आवश्यकता होती है.
  • अमोनियम नाइट्रेट से संबंधित कोई भी गतिविधि करने के लिए अमोनियम नाइट्रेट नियम 2012 के तहत भी एक लाइसेंस की जरुरत होती है.

अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुए प्रमुख विस्फोट :-

अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुई दुर्घटनाएं बहुत ही कम होती हैं, लेकिन बड़े पैमाने पर इसका व्यावसायिक उपयोग होता है जिसके चलते अमोनियम नाइट्रेट बड़ी मात्रा में संग्रहीत किया जाता है.

  • 1921 में जर्मनी में एक केमिकल प्लांट में हुए उर्वरक विस्फोट ने लगभग 60 फीट गहरा गड्ढा कर दिया था. यह विस्फोट इतना खतरनाक था कि इसकी आवाज 200 मील से अधिक दूर तक सुनी गई थी.
  • 1947 में टेक्सस शहर के बंदरगाह में 2,300 टन के केमिकल कंपाउंड भंडार में विस्फोट हो गया, जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हो गई.
  • 2001 में फ्रांस की एक फैक्ट्री में अमोनियम नाइट्रेट विस्फोट हुआ जिससे आस-पास के इलाकों में बने घरों की खिड़कियां और दरवाजे तक टूट गए.
  • 2015 में चीनी के टियांजिन शहर की बंदरगाह में एक विस्फोट हुआ जिसमें 170 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों लोग घायल हुए. जांच में अमोनियम नाइट्रेट सहित अन्य रासायनिक कंपाउंड का सही से भंडारण नहीं होना विस्फोट की वजह पाया गया.

आतंकवादी बम विस्फोटों में इसकी भूमिका के कारण और 1995 की ओक्लाहोमा बमबारी के बाद कई सरकारों ने अमोनियम नाइट्रेट की खरीद और भंडारण पर प्रतिबंध लगा दिया है.

यूरोपीय संघ ने अमोनियम नाइट्रेट को सुरक्षित रूप से रखने के लिए सख्त नियम लागू किए हैं.

संयुक्त राज्य अमेरिका में पत्रकारों और अधिवक्ताओं ने अमोनियम नाइट्रेट के भंडारण और उपयोग के लिए बनाए गए नियमों को लेकर चिंता व्यक्त की है.

भारतीय राज्य जिनके पास अमोनियम नाइट्रेट है :-

  • आंध्र प्रदेश - लेबनान में हुए अमोनियम नाइट्रेट विस्फोट के बाद विशाखापट्टनम अमोनियम नाइट्रेट के भंडारण को लेकर चिंता बढ़ गई है. कस्टम निभाग के सूत्रों ने कहा कि बंदरगाह और कंटेनर फ्रेट स्टेशनों (सीएफएस) में अमोनियम नाइट्रेट नहीं है, लेकिन नौ निजी गोदामों में लगभग 19,000 टन अमोनियम नाइट्रेट का भंडारण किया गया है.
  • चेन्नई - 2015 से चेन्नई पोर्ट में 700 टन से अधिक अमोनियम नाइट्रेट का भंडारण किया गया है. बंदरगाह के अधिकारियों ने बताया कि यह बंदरगाह से14 किमी दूर मनाली में सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया गया था. खेप में 36 कंटेनर हैं जिनमें से प्रत्येक में लगभग 20 टन अमोनियम नाइट्रेट है.
  • केरल - केरल में कई जिलों में 5,000 से 35,000 किलोग्राम के बीच अमोनियम नाइट्रेटका भंडारण किया गया है. केरल में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल ज्यादातर खदानों में विस्फोटक के रूप में और नाइट्रस ऑक्साइड का उत्पादन करने के लिए किया जाता है. पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) ने अमोनियम नाइट्रेट के उपयोग की अनुमति देते हुए केरल में 17 लाइसेंस प्रदान किए हैं.
  • तेलंगाना - हैदराबाद पुलिस ने अक्टूबर 2019 को एक वेयरहाउस पर छापा मारा था और भारी मात्रा में अवैध अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था. वेयरहाउस के मालिक के पास 400 मीट्रिक टन तक अमोनियम नाइट्रेट के भंडारण क्षमता का लाइसेंस था और अनुमति सीमा से ज्यादा भंडारण के लिए मालिक को गिरफ्तार किया गया था.
  • राजस्थान - बाड़मेर जिले के बायतु थाने में चार सालों से 20 टन अमोनियम नाइट्रेट पड़ा हुआ है.
  • ओडिशा - जनवरी 2020 में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने रंभा थाने के अंतर्गत गोपालपुर गांव के एक गोदाम में अवैध रूप से संग्रहित 196 क्विंटल अमोनियम नाइट्रेट, 3,200 जिलेटिन की छड़ें और 10,406 डेटोनेटर जब्त किया था.
  • झारखंड - राजधानी रांची से 350 किलोमीटर दूर पाकुड़ जिले के शाहपुर गांव में पुलिस ने अगस्त 2018 में जिलेटिन की छड़ें, अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की थी.

माओवादी और अमोनियम नाइट्रेट :-

  • हालांकि अमोनियम नाइट्रेट जो आयात किया जाता है वह उर्वरक ग्रेड का होता है, फिर भी यह एक शक्तिशाली विस्फोटक पदार्थ है. माओवादियों के द्वारा इसकी बहुत मांग होती है.
  • 2010 में जगदलपुर के पास माओवादियों द्वारा विशाखापट्टनम से झारखंड ले जाए जा रहे 16 टन अमोनियम नाइट्रेट से भरे एक ट्रक को लूट लिया गया था.
  • 2016 में श्रीकाकुलम जिले के में 44 टन अमोनियम नाइट्रेट ले जा रहे दो ट्रकों को जब्त किया गया था.

हैदराबाद : लेबनान की राजधानी बेरूत में एक वेयरहाउस में जोरदार धमाका हुआ. हालांकि इस विस्फोट की वजह अब तक सामने नहीं आई है लेकिन अधिकारियों ने विस्फोट को बंदरगाह के गोदाम में रखे अमोनियम नाइट्रेट के भंडार से जोड़ा है.

अधिकारियों द्वारा कानूनी दस्तावेजों और बयानों के अनुसार 2013 में 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट का भंडार बेरूत में लाया गया था. भंडारण की अस्थिर प्रकृति के बारे में दी गई चेतावनी के बावजूद यह अधिक आबादी वाले इलाके में सालों से रखा हुआ था.

अमोनियम नाइट्रेट क्या है :-

  • अमोनियम नाइट्रेट एक गंधहीन केमिकल पदार्थ है.
  • अमोनियम नाइट्रेट के कई अलग-अलग उपयोग हैं, लेकिन कृषि उर्वरकों और विस्फोटक के रूप में बहुतायत उपयोग होता है.
  • आग के संपर्क में आने पर यह अत्यधिक विस्फोटक होता है और विस्फोट होने पर यह नाइट्रोजन ऑक्साइड और अमोनिया सहित अन्य विषाक्त गैसों को छोड़ सकता है.
  • ज्वलनशील होने के कारण अमोनियम नाइट्रेट को सुरक्षित रूप से संग्रहित किए जाने पर सख्त नियम हैं.
  • भंडारण स्थल फायर प्रूफ होना चाहिए.
  • इसमें कोई भी ड्रेन, पाइप या कोई अन्य ऐसा चैनल नहीं होना चाहिए, जो विस्फोट का खतरा पैदा करे.

क्या कहते हैं नियम :-

  • अमोनियम नाइट्रेट नियम 2012 के तहत अमोनियम नाइट्रेट की बिक्री, उपयोग के लिए निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन होता है. नियम के अनुसार भारत में रिहायशी इलोकों में बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट का भंडारण करना अवैध है.
  • औद्योगिक विकास और विनियमन अधिनियम 1951 के तहत अमोनियम नाइट्रेट के निर्माण के लिए औद्योगिक लाइसेंस की आवश्यकता होती है.
  • अमोनियम नाइट्रेट से संबंधित कोई भी गतिविधि करने के लिए अमोनियम नाइट्रेट नियम 2012 के तहत भी एक लाइसेंस की जरुरत होती है.

अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुए प्रमुख विस्फोट :-

अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुई दुर्घटनाएं बहुत ही कम होती हैं, लेकिन बड़े पैमाने पर इसका व्यावसायिक उपयोग होता है जिसके चलते अमोनियम नाइट्रेट बड़ी मात्रा में संग्रहीत किया जाता है.

  • 1921 में जर्मनी में एक केमिकल प्लांट में हुए उर्वरक विस्फोट ने लगभग 60 फीट गहरा गड्ढा कर दिया था. यह विस्फोट इतना खतरनाक था कि इसकी आवाज 200 मील से अधिक दूर तक सुनी गई थी.
  • 1947 में टेक्सस शहर के बंदरगाह में 2,300 टन के केमिकल कंपाउंड भंडार में विस्फोट हो गया, जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हो गई.
  • 2001 में फ्रांस की एक फैक्ट्री में अमोनियम नाइट्रेट विस्फोट हुआ जिससे आस-पास के इलाकों में बने घरों की खिड़कियां और दरवाजे तक टूट गए.
  • 2015 में चीनी के टियांजिन शहर की बंदरगाह में एक विस्फोट हुआ जिसमें 170 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों लोग घायल हुए. जांच में अमोनियम नाइट्रेट सहित अन्य रासायनिक कंपाउंड का सही से भंडारण नहीं होना विस्फोट की वजह पाया गया.

आतंकवादी बम विस्फोटों में इसकी भूमिका के कारण और 1995 की ओक्लाहोमा बमबारी के बाद कई सरकारों ने अमोनियम नाइट्रेट की खरीद और भंडारण पर प्रतिबंध लगा दिया है.

यूरोपीय संघ ने अमोनियम नाइट्रेट को सुरक्षित रूप से रखने के लिए सख्त नियम लागू किए हैं.

संयुक्त राज्य अमेरिका में पत्रकारों और अधिवक्ताओं ने अमोनियम नाइट्रेट के भंडारण और उपयोग के लिए बनाए गए नियमों को लेकर चिंता व्यक्त की है.

भारतीय राज्य जिनके पास अमोनियम नाइट्रेट है :-

  • आंध्र प्रदेश - लेबनान में हुए अमोनियम नाइट्रेट विस्फोट के बाद विशाखापट्टनम अमोनियम नाइट्रेट के भंडारण को लेकर चिंता बढ़ गई है. कस्टम निभाग के सूत्रों ने कहा कि बंदरगाह और कंटेनर फ्रेट स्टेशनों (सीएफएस) में अमोनियम नाइट्रेट नहीं है, लेकिन नौ निजी गोदामों में लगभग 19,000 टन अमोनियम नाइट्रेट का भंडारण किया गया है.
  • चेन्नई - 2015 से चेन्नई पोर्ट में 700 टन से अधिक अमोनियम नाइट्रेट का भंडारण किया गया है. बंदरगाह के अधिकारियों ने बताया कि यह बंदरगाह से14 किमी दूर मनाली में सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया गया था. खेप में 36 कंटेनर हैं जिनमें से प्रत्येक में लगभग 20 टन अमोनियम नाइट्रेट है.
  • केरल - केरल में कई जिलों में 5,000 से 35,000 किलोग्राम के बीच अमोनियम नाइट्रेटका भंडारण किया गया है. केरल में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल ज्यादातर खदानों में विस्फोटक के रूप में और नाइट्रस ऑक्साइड का उत्पादन करने के लिए किया जाता है. पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन (PESO) ने अमोनियम नाइट्रेट के उपयोग की अनुमति देते हुए केरल में 17 लाइसेंस प्रदान किए हैं.
  • तेलंगाना - हैदराबाद पुलिस ने अक्टूबर 2019 को एक वेयरहाउस पर छापा मारा था और भारी मात्रा में अवैध अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया था. वेयरहाउस के मालिक के पास 400 मीट्रिक टन तक अमोनियम नाइट्रेट के भंडारण क्षमता का लाइसेंस था और अनुमति सीमा से ज्यादा भंडारण के लिए मालिक को गिरफ्तार किया गया था.
  • राजस्थान - बाड़मेर जिले के बायतु थाने में चार सालों से 20 टन अमोनियम नाइट्रेट पड़ा हुआ है.
  • ओडिशा - जनवरी 2020 में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने रंभा थाने के अंतर्गत गोपालपुर गांव के एक गोदाम में अवैध रूप से संग्रहित 196 क्विंटल अमोनियम नाइट्रेट, 3,200 जिलेटिन की छड़ें और 10,406 डेटोनेटर जब्त किया था.
  • झारखंड - राजधानी रांची से 350 किलोमीटर दूर पाकुड़ जिले के शाहपुर गांव में पुलिस ने अगस्त 2018 में जिलेटिन की छड़ें, अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की थी.

माओवादी और अमोनियम नाइट्रेट :-

  • हालांकि अमोनियम नाइट्रेट जो आयात किया जाता है वह उर्वरक ग्रेड का होता है, फिर भी यह एक शक्तिशाली विस्फोटक पदार्थ है. माओवादियों के द्वारा इसकी बहुत मांग होती है.
  • 2010 में जगदलपुर के पास माओवादियों द्वारा विशाखापट्टनम से झारखंड ले जाए जा रहे 16 टन अमोनियम नाइट्रेट से भरे एक ट्रक को लूट लिया गया था.
  • 2016 में श्रीकाकुलम जिले के में 44 टन अमोनियम नाइट्रेट ले जा रहे दो ट्रकों को जब्त किया गया था.
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