नई दिल्ली : भारतीय नौसेना को हिंद महासागर क्षेत्र के विशाल हिस्से की निगरानी के लिए प्रसिद्ध सशस्त्र ड्रोन सी गार्डियन मिला है. जनरल एटॉमिक्स द्वारा निर्मित सी गार्डियन एक बार में लगातार 37 घंटे तक उड़ान भर सकता है.
यह ड्रोन समुद्र में हर प्रकार की हलचल की निगरानी कर सकता है. इस ड्रोन की मदद से नौसेना को अपने विरोधियों पर निश्चित तौर पर बढ़त हासिल करने में मदद मिलेगी.
दरअसल, हिंद महासागर क्षेत्र में दुश्मनों पर पैनी नजर रखने के लिए भारतीय नौसेना अपनी उच्च क्षमता को और अधिक बढ़ाने में लगी हुई है. दुश्मनों के युद्धपोतों पर निगरानी रखने के लिए भारतीय नौसेना ने यह जलपोत ड्रोन खरीदे हैं. इन ड्रोन की मदद से दुश्मनों के युद्धपोतों पर कड़ी नजर रखी जा सकेगी.
भारत इन ड्रोन को लीज के जरिए हासिल कर रहा है. हाल ही में सरकार ने हथियार प्रणालियों के अधिग्रहण पर नीति में बदलाव किया और सेवाओं को एकमुश्त खरीद के बजाय पट्टे पर लेने की अनुमति दी.
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हिंद महासागर में किसी भी समय 100 से अधिक युद्धपोत रहते हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में व्यापार और ऊर्जा के प्रवाह में वृद्धि देखी है और इसलिए क्षेत्र में तेजी से सैन्यीकरण देखने को मिला है.
ड्रोन में भारतीय नौसेना के लिए डोमेन जागरूकता बढ़ाने की क्षमता है.