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PAK में 350 आतंकी ढेर, जानें आखिर बालाकोट में ही हमला क्यों

पाकिस्तान में आतंकी संगठनों पर भारतीय वायुसेना ने कार्रवाई की. इसमें सेना ने करीब 350 आतंकियों को मार गिराया. बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर सेना ने करीब 1000 किलो बम गिराया. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा संचालित इस सबसे बड़े शिविर में कम से कम 325 आतंकवादी और उनके 25-27 समर्थक थे.

मुफ्ती अजहर खान कश्मीरी और इब्राहिम अजहर. (अजहर मसूद का साला और भाई.
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Published : Feb 26, 2019, 7:59 PM IST

Updated : Feb 26, 2019, 10:11 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की है. इसमें करीब 350 आतंकियों के मारे जाने की सूचना है. सूत्रों के मुताबिक बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर सेना ने करीब 1000 किलो बम गिराया है. सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना के हमले के समय 325 आतंकियों समेत 25-27 ट्रेनर वहां मौजूद थे.

बता दें, पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से सैकड़ों फिदायीनों और उनके प्रशिक्षकों को बालाकोट में पहाड़ियों से घिरे जंगल में पांच सितारा रिजॉर्ट की तरह बने एक शिविर में भेज दिया गया था.

इससे भारतीय बलों के लिए यह आसान निशाना बन गया और उन्होंने मंगलवार तड़के बालाकोट के इस शिविर पर हमला कर दिया, जिसमें करीब 350 आतंकवादी हलाक हो गए. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा संचालित इस सबसे बड़े शिविर में कम से कम 325 आतंकवादी और उनके 25-27 समर्थक थे.

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PAK में 350 आतंकी ढेर, देखें वीडियो

पढ़ें:AirStrike पर बोले रक्षा विशेषज्ञ- पाकिस्तान को संदेश चला गया

गौरतलब है कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. इस हमले में भारत के 40 जवान शहीद हुए थे.

सरकार के करीबी सूत्रों ने बताया कि हमले के वक्त शिविर में मौजूद सभी लोग सो रहे थे और पाकिस्तानी रक्षा प्रतिष्ठान को जरा भी भनक नहीं थी कि उनके देश के इतने अंदरूनी हिस्से में हमला होने जा रहा है. दरअसल, पाकिस्तान के आला रक्षा अधिकारियों को लग रहा था कि भारत नियंत्रण रेखा के पास पीओके में स्थित शिविरों पर हमला कर सकता है.

भारत को खुफिया सूचना मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद ने कई प्रशिक्षणरत और खूंखार आतंकवादियों एवं उनके प्रशिक्षकों को बालाकोट शिविर में भेज दिया है. इस शिविर में 500 से 700 लोगों के रहने लायक सुविधाएं, एक स्वीमिंग पूल, खानसामों एवं सफाईकर्मियों के भी इंतजाम हैं.

पढ़ें:सर्जिकल स्ट्राइक-2: सेना के बजाय विदेश मंत्रालय क्यों आया सामने ?

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सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी एवं मध्य कमानों में कई एयर बेसों से लगभग एक ही समय पर लड़ाकू एवं अन्य विमानों ने उड़ान भरी. इससे पाकिस्तानी रक्षा अधिकारी पूरी तरह भ्रमित हो गए कि आखिर ये विमान जा कहां रहे हैं.

एक सूत्र ने बताया कि विमानों का एक छोटा सा समूह अपने झुंड से निकल कर बालाकोट की तरफ मुड़ गया, जहां ‘सो रहे आतंकवादी भारतीय बमबारी का आसान शिकार बन गए.’

सूत्र ने कहा, ‘उन्हें जरा भी भनक नहीं थी कि बालाकोट को भी निशाना बनाया जा सकता है. जब तस्वीरें आएंगी तो आप देखेंगे कि कभी आलीशान रहा शिविर अब बस खंडहर रह गया है.’

पढ़ें:IAF एयर स्ट्राइक : NSA अजीत डोभाल की निगरानी में चला ऑपरेशन

अब तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने हमले को अंजाम दिया, लेकिन रक्षा सूत्रों ने कहा है कि ‘मिराज-2000’ विमानों ने शिविर पर बमबारी कर इसे पूरी तरह तबाह कर दिया.

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भारतीय हमले का शिकार बना आतंकी शिविर बालाकोट कस्बे से करीब 20 किलोमीटर दूर है. बालाकोटा ऐबटाबाद के पास नियंत्रण रेखा से करीब 80 किलोमीटर दूर है. गौरतलब है कि ऐबटाबाद में ही घुसकर अमेरिकी सुरक्षा बलों ने अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था.

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की है. इसमें करीब 350 आतंकियों के मारे जाने की सूचना है. सूत्रों के मुताबिक बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर सेना ने करीब 1000 किलो बम गिराया है. सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना के हमले के समय 325 आतंकियों समेत 25-27 ट्रेनर वहां मौजूद थे.

बता दें, पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से सैकड़ों फिदायीनों और उनके प्रशिक्षकों को बालाकोट में पहाड़ियों से घिरे जंगल में पांच सितारा रिजॉर्ट की तरह बने एक शिविर में भेज दिया गया था.

इससे भारतीय बलों के लिए यह आसान निशाना बन गया और उन्होंने मंगलवार तड़के बालाकोट के इस शिविर पर हमला कर दिया, जिसमें करीब 350 आतंकवादी हलाक हो गए. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा संचालित इस सबसे बड़े शिविर में कम से कम 325 आतंकवादी और उनके 25-27 समर्थक थे.

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गौरतलब है कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. इस हमले में भारत के 40 जवान शहीद हुए थे.

सरकार के करीबी सूत्रों ने बताया कि हमले के वक्त शिविर में मौजूद सभी लोग सो रहे थे और पाकिस्तानी रक्षा प्रतिष्ठान को जरा भी भनक नहीं थी कि उनके देश के इतने अंदरूनी हिस्से में हमला होने जा रहा है. दरअसल, पाकिस्तान के आला रक्षा अधिकारियों को लग रहा था कि भारत नियंत्रण रेखा के पास पीओके में स्थित शिविरों पर हमला कर सकता है.

भारत को खुफिया सूचना मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद ने कई प्रशिक्षणरत और खूंखार आतंकवादियों एवं उनके प्रशिक्षकों को बालाकोट शिविर में भेज दिया है. इस शिविर में 500 से 700 लोगों के रहने लायक सुविधाएं, एक स्वीमिंग पूल, खानसामों एवं सफाईकर्मियों के भी इंतजाम हैं.

पढ़ें:सर्जिकल स्ट्राइक-2: सेना के बजाय विदेश मंत्रालय क्यों आया सामने ?

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सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी एवं मध्य कमानों में कई एयर बेसों से लगभग एक ही समय पर लड़ाकू एवं अन्य विमानों ने उड़ान भरी. इससे पाकिस्तानी रक्षा अधिकारी पूरी तरह भ्रमित हो गए कि आखिर ये विमान जा कहां रहे हैं.

एक सूत्र ने बताया कि विमानों का एक छोटा सा समूह अपने झुंड से निकल कर बालाकोट की तरफ मुड़ गया, जहां ‘सो रहे आतंकवादी भारतीय बमबारी का आसान शिकार बन गए.’

सूत्र ने कहा, ‘उन्हें जरा भी भनक नहीं थी कि बालाकोट को भी निशाना बनाया जा सकता है. जब तस्वीरें आएंगी तो आप देखेंगे कि कभी आलीशान रहा शिविर अब बस खंडहर रह गया है.’

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अब तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने हमले को अंजाम दिया, लेकिन रक्षा सूत्रों ने कहा है कि ‘मिराज-2000’ विमानों ने शिविर पर बमबारी कर इसे पूरी तरह तबाह कर दिया.

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भारतीय हमले का शिकार बना आतंकी शिविर बालाकोट कस्बे से करीब 20 किलोमीटर दूर है. बालाकोटा ऐबटाबाद के पास नियंत्रण रेखा से करीब 80 किलोमीटर दूर है. गौरतलब है कि ऐबटाबाद में ही घुसकर अमेरिकी सुरक्षा बलों ने अल-कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था.

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AIRSTRIKES-LD BALAKOT
Balakot terror camp used for "battle inoculation"; its trainers ex-officers of Pak Army:govt sources
(Eds: Adds details)
New Delhi, Feb 26 (PTI) The Balakot-based Jaish-e-Mohammad(JeM) terror camp destroyed by the Indian Air Force(IAF) Tuesday was used for "battle inoculation" and its trainers were retired officers of the Pakistan Army, government sources said.
          Located on the banks of Kunhar river in Khyber Pakhtunkhwa province of Pakistan, the camp was also used by another terror group Hizbul Mujahideen.
          The sources said at least 325 terrorists and 25 to 27 trainers were at the camp, the biggest operated by the JeM which had claimed responsibility for the February 14 suicide attack on a CRPF convoy in Pulwama in Jammu and Kashmir that killed 40 jawans.
          The camp also offered aquatic training to its inmates, the sources added.
          The camp, located 20 km from the Balakot town, was an important training centre for the JeM and other terror organisations and it had several structures to accommodate new recruits and facilities to train them, the sources said. Several "inspirational lectures" were delivered by JeM founder and terror mastermind Masood Azhar and other terrorist leaders on several occasions.
          Masood Azhar's relatives and cadres were trained at Balakot in advanced weapons and tactics and before the inception of JeM, the camp was also used by the Hizbul Mujahideen, the sources said.
          Yousuf Azhar, who headed the Balakot camp, is wanted by the CBI in the IC-814 hijacking case with a pending Interpol red corner notice against him since 2000. He is the brother-in-law of Masood Azhar.
          In the Balakot camp, the terrorists were imparted the advanced 'Daura-e-Khaas' training in weapons, explosives and field tactics, attack on convoys of security forces, planting and making of IEDs, suicide bombing, rigging vehicles for suicide attacks and survival tactics in high altitudes and extreme-stress situations, the sources said.
          The JeM specialises in fidayeen actions and gives immense importance to religious indoctrination and ideological brainwashing, they said.
          India struck the Balakot camp in a major "preemptive" air strike killing a large number of terrorists and trainers of the Pakistan-based terror group preparing to carry out suicide attacks in this country.
          Giving details of the "intelligence led operation" at a news conference, Foreign Secretary Vijay Gokhale said credible intelligence was received that the JeM was planning to carry out other suicide attacks in India after the Pulwama bombing on a CRPF convoy 12 days ago that killed 40 jawans.
          "In an intelligence led operation in the early hours of today, India struck the biggest training camp of JeM in Balakot," Gokhale said.
          "In this operation, a very large number of JeM terrorists, trainers, senior commanders and groups of jihadis who were being trained for fidayeen action were eliminated," he added. PTI ACB GSN
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Last Updated : Feb 26, 2019, 10:11 PM IST
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