नई दिल्ली: असम में अंतिम राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के प्रकाशन से पहले वरिष्ठ पत्रकार सी के नायक ने कहा है कि भारत सरकार को बांग्लादेश सरकार के सामने अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों के मुद्दे को आक्रामक तरीके से उठाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हम एक टाइम बम पर बैठे हैं. पहले से ही 41 लाख से अधिक लोगों के नाम एनआरसी से बाहर रखे गए हैं, इससे बड़ा मानवीय संकट और क्या हो सकता है. उन 41 लाख लोगों का क्या होगा?
गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में नई दिल्ली में अपने बांग्लादेश के नेता असदुज्जमान खान के समकक्ष अवैध प्रवासियों का मुद्दा उठाया था.
नायक ने कहा कि ये 41 लाख लोग या तो बंगाली जाति के हैं. जो हिंदू या मुसलमान हैं या बांग्लादेश से आए हैं. यह ही समय है कि सरकार बांग्लादेश के साथ इस मुद्दे को उठाए.
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नाइक ने आने वाले दिनों में उत्पन्न होने वाले सुरक्षा मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी जेल में बंद हैं.
उन अवैध विदेशियों की मदद से आईएसआई इलाके में अशांति पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं. बांग्लादेश की सीमा पर फिलहाल उपस्थिति कम है लेकिन वे अभी भी गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के अवलोकन के तहत अंतिम एनआरसी सूची 31 अगस्त को प्रकाशित की जाएगी.