इस पाइप लाइन के निर्माण के दौरान 12 लाख मानव दिवस का रोजगार सृजन हुआ है. पाइप लाइन के शुरू होने के बाद भी रोजगार और स्वरोजगार का एक नया इकोसिस्टम केरल और कर्नाटक में बहुत तेजी से विकसित होगा.
2014 तक हमारे देश में सिर्फ 25 लाख पीएनजी कनेक्शन थे. आज देश में 72 लाख से ज्यादा घरों की रसोई में पाइप लाइन से गैस पहुंच रही है. कोची-मैंगलुरू पाइप लाइन से 21 लाख नए लोग पीएनजी सेवा का लाभ ले पाएंगे.
लबें समय तक भारत मे LPG कवरेज की स्थिति क्या रही ये हम सभी जानते हैं. वर्ष 2014 तक जहां 14 करोड़ LPG कनेक्शन देश में थे, वहीं बीते 6 वर्षों में इतने ही नए कनेक्शन और दिए गए हैं.
उज्ज्वला योजना जैसी स्कीम से देश के 8 करोड़ से ज्यादा परिवारों के घर कुकिंग गैस तो पहुंची ही है. साथ ही इससे एलपीजी से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर भी देश में मजबूत हुआ है.
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से जुड़े सेक्टर को, इसमें जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को भी बहुत अधिक प्रोत्साहन दिया जा रहा है. हर देशवासी को सस्ता, पर्याप्त और प्रदूषण रहित ईंधन मिले, बिजली मिले, इसके लिए हमारी सरकार पूरी पप्रतिबद्धता से काम कर रही है.