जोधपुर : भारत और फ्रांस के बीच चल रहे युद्धाभ्यास डेजर्ट नाइट-21 के औपचारिक समापन पर शनिवार को भारतीय वायुसेना के प्रमुख राकेश सिंह भदौरिया जोधपुर आए. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर आने वाले समय में चीन आक्रामक होता है तो हम भी तैयार हैं. हमारी भी तैयारी पूरी है.
फ्रांस के राजदूत के साथ मीडिया से बात करते हुए एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच युद्धाभ्यास में दोनों ओर से लड़ाकू विमानों ने भाग लिया. यह युद्धाभ्यास छोटा था, लेकिन बहुत कुछ सीखने के लिए था. दोनों ओर से कम समय में भी इसे बहुत उंचाई तक ले जाया गया.
'संयुक्त युद्धाभ्यास किसी के विरुद्ध नहीं होता है'
भदौरिया ने कहा कि संयुक्त युद्धाभ्यास किसी के विरुद्ध नहीं होता है. हम अपने सभी बॉर्डर पर इस तरह के अभ्यास करते रहते हैं. राफेल इंडक्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि वर्तमान में आठ राफेल हमारे पास है. इस महीने के अंत तक तीन और राफेल भारत आ जाएंगे. हमारे पायलट की फ्रांस में ट्रेनिंग चल रही है. भारत में हम अलग-अलग बैच बना कर ट्रेनिंग करवा रहे हैं.
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फ्रांस से और खरीद के सवाल पर आरकेएस भदौरिया ने कहा कि खास तौर से आकाश में ही ईंधन भरने वाले रिफ्यूलर पर हमारी निगाहें हैं. इसके अलावा अन्य विकल्प पर भी नजर है.
चीन लड़ाकू विमानों की 6वीं पीढ़ी पर काम कर रहा है और हम अभी 5वीं पीढ़ी तक नहीं पहुंचे हैं, इस सवाल के जवाब में भदौरिया ने कहा कि हमारे मिग-21 को उन्नत किया जा रहा है.
'5वीं पीढ़ी के लिए DRDO में काम हो रहा है'
भदौरिया ने कहा कि पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान पर डीआरडीओ के साथ काम चल रहा है. हमारी पांचवीं पीढ़ी विकसित हो रही है और हमारा प्रयास है कि पांचवीं पीढ़ी में ही मौजूदा कई नए फीचर जोड़े जाएं. उन्होंने बताया कि राफेल के इंडक्शन का काम चल रहा है, जो जल्द ही पूरा होगा. उन्होंने कहा कि हथियार और सेंसर पर भी काम चल रहा है.
जोधपुर में स्वाइड्रन कम होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब हमारे पास इंडेक्शन पूरा होगा तो यहां भी तैनात होंगे.
राफेल की खरीद और होगी, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे जुड़ी प्रक्रिया चल रही है. उसमें राफेल भी शामिल है क्योंकि अगर एक जैसे ही विमान और होते हैं तो उसके अपने अलग फायदे हैं.
फ्रांस हमेशा भारत के साथ खड़ा है : लेनन
फ्रांस के राजदूत इमानुअल लेनन ने कहा कि फ्रांस हमेशा भारत के साथ खड़ा है. 1998 में पोकरण में परमाणु विस्फोट करने पर पूरी दुनिया खिलाफ थी, लेकिन हम साथ थे और हम आज भी साथ हैं. उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी के साथ जो भी विषय है, हम भारत के साथ हैं.