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हिमाचल प्रदेश में घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच कराने की तैयारी

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब हिमाचल सरकार घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में एक अप्रैल 2020 से एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरू किया जाएगा. देश में यह पहली बार होगा जब किसी राज्य में इस तरह से जांच की जाएगी.

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घर घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी सरकार
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Published : Mar 31, 2020, 12:58 PM IST

शिमला : हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब हिमाचल सरकार घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी. सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में एक अप्रैल 2020 से एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरू किया जाएगा, जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों के घर-घर जाकर कोविड-19 वायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे.

इस अभियान में आशा वर्कर दो लोगों के दल के साथ गांवों में घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल कर, गूगल फॉर्म पर विभाग को साझा करेंगी. यह अभियान हर दिन सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक चलेगा और अभियान के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट..

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में प्रदेश के बाहर और अंदर यात्रा करने वाले लोगों की पहचान के लिए पंचायती राज संस्थानों और स्थानीय शहरी निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों की सहायता ली जाएगी. इससे ऐसे लोगों की पहचान करने और उन्हें घर अथवा संस्थागत में क्वारंटाइन करने में सहायता मिलेगी.

ये भी पढ़ें : कोरोना LIVE : आंध्र प्रदेश से सामने आए 17 नए मामले, देश में 1251 संक्रमित

उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस महीने सेवानिवृत्त होने जा रहे तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, कानूनगों और पटवारियों को एक महीने का सेवा विस्तार दिया जाएगा. प्रदेश का कोई व्यक्ति अगर बाहरी राज्यों से यहां आया है तो उसकी पहचान कर 14 दिन के लिए निगरानी और आइसोलेशन में रखा जाए.

उन्होंने कहा कि हिमाचल में स्थिति की निगरानी के लिए राज्य और जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. इस वायरस के बारे में लोगों को विभिन्न माध्यमों से शिक्षित और जागरूक किया जा रहा है और इस कार्य में पंचायती राज संस्थानों व स्थानीय निकायों के पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया है.

शिमला : हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अब हिमाचल सरकार घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी. सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में एक अप्रैल 2020 से एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरू किया जाएगा, जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों के घर-घर जाकर कोविड-19 वायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे.

इस अभियान में आशा वर्कर दो लोगों के दल के साथ गांवों में घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल कर, गूगल फॉर्म पर विभाग को साझा करेंगी. यह अभियान हर दिन सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक चलेगा और अभियान के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट..

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में प्रदेश के बाहर और अंदर यात्रा करने वाले लोगों की पहचान के लिए पंचायती राज संस्थानों और स्थानीय शहरी निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों की सहायता ली जाएगी. इससे ऐसे लोगों की पहचान करने और उन्हें घर अथवा संस्थागत में क्वारंटाइन करने में सहायता मिलेगी.

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उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस महीने सेवानिवृत्त होने जा रहे तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, कानूनगों और पटवारियों को एक महीने का सेवा विस्तार दिया जाएगा. प्रदेश का कोई व्यक्ति अगर बाहरी राज्यों से यहां आया है तो उसकी पहचान कर 14 दिन के लिए निगरानी और आइसोलेशन में रखा जाए.

उन्होंने कहा कि हिमाचल में स्थिति की निगरानी के लिए राज्य और जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. इस वायरस के बारे में लोगों को विभिन्न माध्यमों से शिक्षित और जागरूक किया जा रहा है और इस कार्य में पंचायती राज संस्थानों व स्थानीय निकायों के पदाधिकारियों को भी शामिल किया गया है.

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