मुंबई : अभिनेत्री कंगना रनौत ने मुंबई के पाली हिल्स इलाके में स्थित दफ्तर पर बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए याचिका दायर की थी. उनकी याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने 22 सितंबर तक के लिए सुनवाई टाल दी है. अभिनेत्री अपने पाली हिल्स स्थित उस दफ्तर में पहुंची हैं, जहां बीएमसी की टीम ने कल कार्रवाई की थी.
22 तक टली सुनवाई
अदालत ने कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी से कहा कि याचिका में सुधार करने की जरूरत है. कोर्ट ने कहा कि आपने जल्दबाजी में याचिका दायर की है. थोड़ा समय लीजिए और फिर अच्छी तरह से याचिका डालिए. इस पर 22 तारीख के बाद सुनवाई होगी. कोर्ट ने कहा कि 22 तक बीएमसी कंगना के दफ्तर पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी.
बेटी पर गर्व
वहीं, कंगना की मां आशा रनौत का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार ने जो किया वह निंदनीय है. मैं कठोर शब्दों में इसकी निंदा करती हूं. मुझे खुशी है कि पूरा भारत मेरी बेटी के साथ खड़ा है और लोगों का आशीर्वाद उसके साथ है. मुझे उस पर गर्व है, वह हमेशा सच्चाई से खड़ी रही और ऐसा ही करती रहेगी.
अठावले ने की मुलाकात
इस बीच केंद्रीयमंत्री रामदास अठावले ने कंगना से मुलाकात की और मामले पर चर्चा की. मुलाकात के बाद अठावले ने कहा कि कंगना राजनीति में आना नहीं चाहती हैं, लेकिन समाज में एकजुटता लाने चाहती हैं. उन्होंने बताया कि कंगना अपनी अगली फिल्म में दलित किरदार निभाना चाहती हैं और जातिवाद को मिटाना चाहती हैं.
राज्यपाल ने मांगी रिपोर्ट
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम के सलाहकार अजॉय मेहता से बीएमसी की कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी है. वहीं कंगना की बहन रंगोली भी कंगना के कार्यालय पहुंची.
संजय राउत की प्रतिक्रिया
इस मामले पर शिवसेना नेता संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कंगना रनौत के कार्यालय में बीएमसी की कार्रवाई की गई थी. इस कार्रवाई से शिवसेना से कोई संबंध नहीं है. आप इस संबंध में बीएमस कमीश्नर या शहर के मेयर से बात कर सकते हैं.
कार्रवाई के बाद याचिका
बुधवार को बीएमसी की कार्रवाई होने के बाद कंगना की याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना को तत्काल राहत देते हुए अंतरिम रोक लगा दी. हाईकोर्ट ने बीएमसी से जवाब मांगा है, जिस पर आज आगे की सुनवाई की जाएगी.
खार स्थित अपार्टमेंट भी कार्रवाई!
पाली हिल्स इलाके में कंगना की संपत्ति पर कार्रवाई से रोक के बाद एक अन्य घटनाक्रम सामने आया है. इसके तहत खार में कंगना के छह हजार वर्गफुट के अपार्टमेंट में अनाधिकृत निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है.
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क्या है पूरा मामला
बता दें कि बीएमसी ने कंगना के दफ्तर में अवैध निर्माण की बात का जिक्र करते हुए पहले नोटिस भेजा. बाद में बुधवार को बीएमसी के कर्मचारी-अधिकारी 'कथित अवैध निर्माण' को तोड़ने पहुंचे. इसके बुलडोजर चलाए जाने की तस्वीरें और वीडियो सामने आए.
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ठाकरे का घमंड टूटेगा
इस घटना के बाद महानगरपालिका को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. खुद कंगना ने सीएम उद्धव ठाकरे को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि उनका घमंड टूटने का समय आ चुका है. आक्रोशित कंगना ने बीएमसी कर्मियों को बाबर करार दिया था. एक अन्य ट्वीट में कंगना ने पाकिस्तान और लोकतंत्र की हत्या जैसे शब्दों का प्रयोग भी किया है.
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मुंबई बना पीओके
इससे पहले कंगना मुंबई में पाक अधिकृत कश्मीर जैसा एहसास होने का बयान देकर सुर्खियों में आई थीं. इसके बाद शिवसेना सांसद संजय साउत ने कंगना पर पलटवार किया था. हालांकि, कंगना के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करने को लेकर संजय राउत भी काफी आलोचना का सामना कर रहे हैं.
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